भाई की हत्या के बाद फरार हुआ आरोपी:टीम ने पांच साल से फरार इनामी को दबोचा, गुजरात मुंबई में काट रहा था फरारी

जोधपुर रेंज की स्पेशल साइक्लोनर टीम ने ऑपरेशन दुश्रुत चलाते हुए 25000 के इनामी हत्या के आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी पिछले करीब 5 वर्षों से फरार चल रहा था। जिसे पकड़ने के लिए साइक्लोनर सेल ने सफलता हासिल की है। आरोपी ने गुस्से में आकर अपने ही काका के लड़के भाई की हत्या कर दी थी। इस मामले में आरोपी के परिवार के लोग जेल में है जबकि खुद लंबे समय से फरार चल रहा था, लेकिन आखिरकार रेंज की स्पेशल टीम के शिकंजे में आ ही गया। रेंज आईजी विकास कुमार ने बताया कि टीम ने लंबे समय से फरार चल रहे आरोपी राजेश पुत्र मंगलाराम बिश्नोई निवासी रामनगर रड का बेरा भोजासर को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने गुस्से में आकर अपने काका के लड़के भाई की हत्या कर दी थी। आरोपी खुद भी सरकारी अस्पताल में नर्सिंग ऑफिसर था और उसका भाई मृतक हरिकिशन भी सरकारी अस्पताल में नर्सिंग ऑफिसर था। दोनों परिवारों के बीच जमीन को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था। इसी के चलते आरोपी ने कोरोना महामारी के समय साल 2020 में पारिवारिक रंजिश के चलते परिवार के साथ मिलकर मृतक के परिवार पर हमला किया। इस मामले में आरोपी राजेश के दो भाई सहित पिता और अन्य आरोपी पिछले 5 वर्षों से जेल में है, जबकि आरोपी हत्या के बाद फरार हो गया था और अलग-अलग जगह पर फरारी काटता रहा। महज गुस्से के चलते सरकारी नर्सिंग ऑफिसर ने न सिर्फ अपने भाई की हत्या की बल्कि खुद का परिवार भी तबाह हो गया। हत्या के बाद आरोपी मुंबई में अपनी जान पहचान वाले लोगों के यहां रुकता रहा। इसके बाद कभी पुणे तो कभी बड़ौदा तक भागता रहा। आरोपी की गिरफ्तारी पर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक की ओर से 25000 का इनाम घोषित किया गया था। खास बात यह है कि आरोपी पुलिस से बचने के लिए परिवार से कोई संपर्क नहीं रख रहा था, लेकिन अपनी बेटी का स्कूल में दाखिला करवाने के लिए जोधपुर आने की बात किसी दोस्त को बताई और उसी के चलते साइक्लोनर टीम को उसके बारे में सुराग मिला। इसके बाद टीम ने जानकारी जुटाई तो पता चला कि आरोपी की पत्नी भी अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए जोधपुर में किसी जगह पर किराए के मकान में रहती है। इस पर टीम ने उस जगह का पता लगाया और नजर रखना शुरू की।।बुधवार की देर रात अंधेरे में आरोपी अपने खास मित्र से मिलने के लिए बुलेट लेकर घर से निकला इतने में ही टीम ने आरोपी को पकड़ लिया। इस पूरी कार्रवाई में टीम के उप निरीक्षक कन्हैयालाल, नेमाराम, देवाराम, हैड कांस्टेबल महेंद्र कुमार, महिपाल सिंह, कांस्टेबल अशोक कुमार, अशोक परिहार, रोहिताश मनीष और राकेश शामिल रहे।