तालछापर अभयारण्य के काले हिरणों का जसवंतगढ़ में नया घर:जसवंतगढ़ में 450 हैक्टेयर में बने मिनी अभयारण्य में 100 हिरणों को बसाने की योजना

तालछापर अभयारण्य के काले हिरणों का जसवंतगढ़ में नया घर:जसवंतगढ़ में 450 हैक्टेयर में बने मिनी अभयारण्य में 100 हिरणों को बसाने की योजना
तालछापर अभयारण्य के काले हिरणों को अब नया घर मिला है। सुजानगढ़ शहर से सटे जसवंतगढ़ ताल में 450 हैक्टेयर में मिनी तालछापर अभयारण्य बना दिया है। यहां अभी तक 22 हिरण शिफ्ट भी कर दिए हैं। 100 हिरण यहां रखना प्रस्तावित हैं। खास बात ये है कि देश में पहली बार काले हिरणों को बोमा तकनीक से शिफ्ट करने का सफल ट्रांसलोकेशन किया है। वाइल्ड टू वाइल्ड (जंगल से जंगल) जैसी पद्धति अपनाई गई। इस तकनीक में सबसे पहले तालछापर में तालाब के पास एक सुरक्षित रेस्क्यू व्हीकल ट्रेलर लगाया गया। ट्रेलर में हिरणों के लिए उनकी पसंदीदा भोजन-चारा डाला। जैसे-जैसे हिरण आगे आते रहे, बाड़ाबंदी के हिसाब से परदे खींचते रहे और हिरण ट्रेलर में आ गए। तालछापर से करीब 15 किमी दूर जसवंतगढ़ में हिरणों को शिफ्ट किया गया है। तालछापर में काले हिरणों का कुनबा 5302 तक पहुंचा छापर (चूरू) | तालछापर कृष्णमृग अभयारण्य में अब काले हिरणों की संख्या 5302 हो गई है। वन विभाग की ओर से दाे दिन में करवाई गई वन्यजीव गणना में सामने आए आंकड़ों में पिछले एक वर्ष में 344 और पांच साल में 2416 हिरणों की बढ़ोतरी हुई है। अभयारण्य में एक दर्जन कार्मिकों ने बुधवार से लेकर गुरुवार सुबह 8 बजे तक गणना पूरी की। विभाग के उप वन संरक्षक वीरेंद्र कृष्णिया ने बताया कि 2024 की गणना में तालछापर में 4958 काले हिरण थे। 2025 में इनकी संख्या बढ़कर 5302 तक पहुंच गई। गणना के आंकड़ों में नर व मादा हिरण के अलावा उनके बच्चे भी शामिल हैं।