जयशंकर बोले-भारत के साथ चलने से पड़ोसी देशों को फायदा:नहीं तो नुकसान; पाकिस्तान की बात अलग, वहां भारत विरोधी सेना देश चला रही

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा है कि हर पड़ोसी को समझना चाहिए कि भारत के साथ मिलकर चलने से फायदा और दूरी बनाने से नुकसान है। हालांकि, पाकिस्तान एक अपवाद है, वहां की सेना की सोच भारत विरोधी है और वो ही वहां देश चलाती है। डीडी इंडिया को दिए इंटरव्यू में जयशंकर ने कहा कि भारत को अपने पड़ोसी देशों के साथ रिश्तों में हर बार सब कुछ आसान नहीं मिलेगा। हालांकि, भारत ने ऐसा माहौल बनाया है जिसमें सामूहिक हित को प्राथमिकता दी जाती है ताकि सरकारें बदलें, फिर भी रिश्ते मजबूत रहें। जयशंकर बोला- हम चीन सीमा पर अपनी रक्षा कर सकते हैं... चीन के बारे में उन्होंने कहा कि गलवान झड़प के बाद भारत ने बॉर्डर पर खड़े रहने की नीति अपनाई है। पहले बड़ी गलती थी कि हम सीमा पर ढांचा ही नहीं बना रहे थे। लेकिन अब भारत LAC पर अपने हितों की रक्षा कर सकता है। जयशंकर ने ऑपरेशन सिंधु और यूक्रेन संकट के दौरान ऑपरेशन गंगा का जिक्र करते हुए भारत की बढ़ती वैश्विक भूमिका पर भी जोर दिया। जयशंकर के इंटरव्यू की 5 बड़ी बातें… 1. अमेरिका पर- जयशंकर ने कहा कि अमेरिका के रूख का कभी भी अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है। हालांकि, हम अमेरिका के साथ अच्छे रिश्ते बना रहे हैं। 2. पाकिस्तान और आतंकवाद पर- 26/11 मुंबई हमले ने बड़ा बदलाव लाया। मोदी सरकार आने के बाद भारत की नीति बदली। 3. अनुच्छेद 370 पर- हमारी सरकार ने अनुच्छेद 370 को हटाया था, यह आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई थी, जो कि एक बड़ी रणनीति का हिस्सा हैं। 4. चीन पर- हमने अपनी रणनीति बदली है, अब भारत LAC पर अपने हितों की रक्षा कर सकता है। 5. पड़ोसी देशों पर- श्रीलंका, मालदीव और नेपाल जैसे पड़ोसी देशों में सत्ता परिवर्तन के बावजूद भी हमारे रिश्ते बेहतर होते जा रहे हैं। ----------------------------------------------- ये खबर भी पढ़ें... जयशंकर बोले- पाकिस्तान में आतंकवाद एक खुला धंधा, सेना और सरकार का इसे समर्थन विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि हाल के सैन्य संघर्ष के दौरान भारत और पाकिस्तान कभी भी परमाणु युद्ध के कगार पर नहीं थे। जर्मन अखबार फ्रैंकफुरटर ऑलगेमाइन जितुंग को दिए इंटरव्यू में उन्होंने सीजफायर को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के दावों को भी खारिज किया। पूरी खबर पढ़ें...