गौतमेश्वर मंदिर पर एयर स्ट्राइक, रेस्क्यू अभियान चलाया:पुजारी और घायलों को बाहर निकाला, रात 8 बजे हुआ ब्लैक आउट, मॉक ड्रिल में देखा रेस्पॉन्स टाइम

गौतमेश्वर मंदिर पर एयर स्ट्राइक, रेस्क्यू अभियान चलाया:पुजारी और घायलों को बाहर निकाला, रात 8 बजे हुआ ब्लैक आउट, मॉक ड्रिल में देखा रेस्पॉन्स टाइम
प्रतापगढ़ जिला प्रशासन द्वारा अरनोद के गौतमेश्वर महादेव मंदिर में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। यहां शाम 5:40 बजे "एयर स्ट्राइक" की सूचना मिली। जिसके बाद राहत और बचाव कार्यों की विभागीय प्रतिक्रिया और समन्वय की वास्तविक स्थिति का आकलन किया गया। अरनोद में रात 8 से 8.15 बजे तक ब्लैकआउट अभ्यास किया गया। सायरन बजते ही समस्त घरों, दुकानों एवं अन्य प्रतिष्ठानों की लाइट्स आमजन द्वारा बंद कर दी गई। जिला कलेक्टर डॉ. अंजली राजोरिया एवं जिला पुलिस अधीक्षक विनीत कुमार बंसल और एडीएम विजयेश कुमार पंड्या स्वयं मौके पर मौजूद रहे और ब्लैकआउट की निगरानी की। उन्होंने सड़कों पर पुलिस जाप्ते के साथ घूमकर सुरक्षा व्यवस्था एवं नियमों के पालन का जायजा लिया। जैसे ही एयर स्ट्राइक की सूचना मिली, सभी संबंधित विभागों को तत्काल सूचित किया गया। जिला कलेक्टर डॉ. अंजली राजोरिया एवं एसपी विनीत कुमार बंसल और एडीएम विजयेश कुमार पंड्या सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंच गए। साथ ही फायर ब्रिगेड, पुलिस, चिकित्सा, आपदा प्रबंधन, बिजली, नगर परिषद सहित अन्य विभागों की टीमें घटनास्थल पर पहुंचीं। फायर ब्रिगेड द्वारा आग पर काबू पाने की कार्रवाई की गई, जबकि चिकित्सा विभाग की टीमों ने घायलों को प्राथमिक उपचार प्रदान कर एम्बुलेंस के माध्यम से उन्हें नजदीकी अस्पताल पहुंचाया। आपदा प्रबंधन की टीम ने मंदिर में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकालने के साथ-साथ सभी स्थानों की तलाशी ली ताकि कोई व्यक्ति घायल अवस्था में पीछे न रह जाए। मंदिर के श्रद्धालुओं को समय रहते बाहर निकाल लिया गया था, जिससे उन्हें किसी प्रकार की क्षति नहीं हुई। मॉक ड्रिल के बाद जिला कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने मौके पर उपस्थित अधिकारियों के साथ बैठक कर कार्रवाई की समीक्षा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आपदा कभी पूर्व सूचना देकर नहीं आती, ऐसे में सभी विभागों को तत्पर, सजग और समन्वित रहना आवश्यक है। मॉक ड्रिल में सीएमएचओ डॉ. जीवराज मीणा, पीएमओ धीरज सेन सहित आपदा प्रबंधन, नगर परिषद, बिजली, चिकित्सा, नागरिक सुरक्षा आदि विभागों के अधिकारी व कार्मिक मौजूद रहे।