सीकर से गंगोत्री के लिए कांवड़ यात्रा रवाना:चन्द्रमादास महाराज बोले- विश्व में शांति का संदेश जाता, हर्षनाथ मंदिर में होगा रुद्राभिषेक

श्रावण मास की शुरुआत के साथ ही कांवड़ मेले का आगाज हो चुका है। देशभर से शिव भक्त हरिद्वार और गंगोत्री से गंगा जल लेकर अपने-अपने शिव मंदिरों की ओर कांवड़ यात्रा पर निकल पड़े हैं। इसी कड़ी में रविवार को सीकर के राधाकिशनपुरा मोडी कोठी से 11 शिव भक्तों की टोली गंगोत्री के लिए रवाना हुई। यात्रा संघ के प्रमुख सुरेश कुमार सैनी (अन्ना) लगातार 15वीं बार गोमुख से पैदल कांवड़ लेकर आ रहे हैं। यह उनकी 15वीं पैदल यात्रा है, जो करीब एक माह में पूरी होगी। सुरेश सैनी ने बताया कि 11 शिव भक्तों का जत्था गंगोत्री से गंगा जल लेकर करीब 1000 किलोमीटर की यात्रा कर हर्षनाथ पहाड़ पर स्थित हर्ष भैरवनाथ मंदिर में रुद्राभिषेक करेगा। यह यात्रा विश्व शांति, समाज और परिवार में सुख-समृद्धि के लिए समर्पित है। उन्होंने कहा- हर बार की तरह इस बार भी हम भक्तिमय माहौल में यात्रा करेंगे और बाबा भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त करेंगे। कांवड़ यात्रा पर निकल शिव भक्त, देखिए, PHOTOS... कांवड़ यात्रा बेहद सुंदर और भक्तिमय होगी
यात्रा में शामिल भक्त रतनलाल सैनी ने बताया कि यह कांवड़ यात्रा बेहद सुंदर और भक्तिमय होगी। हर साल की तरह इस बार भी भक्त विश्व शांति और समाज में सौहार्द की कामना के साथ कांवड़ लेकर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि गंगा जल से शिव अभिषेक करने का पुण्य अद्भुत है, जो भक्तों को आध्यात्मिक शांति प्रदान करता है। चंद्रमा दास महाराज ने कहा कि जब शिव भक्त गंगोत्री से कांवड़ लेकर सीकर लौटते हैं, तो पूरा शहर शिवमय हो जाता है। करीब 1 हजार किलोमीटर की कठिन यात्रा पूरी कर भक्तों द्वारा गंगा जल से शिव अभिषेक करने से समाज और विश्व में शांति का संदेश जाता है। उन्होंने कहा- ऐसे धार्मिक और समाजसेवी भक्त हमारे लिए गौरव का विषय हैं। उनकी यह यात्रा समाज में भक्ति और एकता का प्रतीक है। इस अवसर पर श्री गोपाल गौशाला समिति, पालवास (सीकर) के अध्यक्ष गौ-वत्स संत चंद्रमा दास महाराज ने सभी भक्तों को दुपट्टा पहनाकर सम्मानित किया और यात्रा की सफलता के लिए आशीर्वाद दिया।