गहलोत बोले- कानून-व्यवस्था चौपट, राजस्थान को भगवान भरोसे छोड़ा:जूली बोले- प्रदेशवासियों के मन में भय का माहौल, कब तक सहेगा राजस्थान?

गहलोत बोले- कानून-व्यवस्था चौपट, राजस्थान को भगवान भरोसे छोड़ा:जूली बोले- प्रदेशवासियों के मन में भय का माहौल, कब तक सहेगा राजस्थान?
पूर्व सीएम अशोक गहलोत और नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने हाल की कुछ घटनाओं को लेकर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। गहलोत ने जयपुर जेल से पेशी पर लाए जाने के दौरान कैदियों को होटलों में प्रेमिकाओं, पत्नियों से मिलाने के मुद्दे पर सरकार को घेरा। नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने फलौदी में ट्रक ड्राइवर का अपहरण कर अमानवीय पिटाई को लेकर सरकार पर सवाल उठाए। पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने एक्स पर लिखा- राजस्थान में जेल से मुख्यमंत्री को जान से मारने तक की धमकी फोन कॉल से दी जाने की कई घटनाएं सामने आ चुकी हैं। जेल में मोबाइल फोन मिलना और रेस्टोरेंट्स से खाना मंगाने की खबरें आती रही हैं। भाजपा राज में नई तरह वारदातें देखने, सुनने को मिल रही गहलोत ने लिखा- अब जयपुर में जेल से अस्पताल के लिए निकले कैदियों का प्रेमिका और पत्नियों के साथ होटल में मिलना पुलिस व जेल प्रशासन की पोल खोलने वाला है। भाजपा सरकार के राज में ये नए-नए तरह की वारदातें देखने, सुनने को मिल रही हैं। आज राजस्थान में कानून-व्यवस्था चौपट हो चुकी है। हर जिले से ऐसी खबरें सामने आ रही हैं पर ऐसा लगता है राज्य सरकार का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। राजस्थान को भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है। आखिर कब तक सहेगा राजस्थान? जूली बोले- फलौदी की घटना बिगड़ती कानून-व्यवस्था का आइना नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने फलोदी में ट्रक ड्राइवर को अपहरण कर बुरी तरह पिटाई करने के मामले में सरकार को घेरा। जूली ने एक्स पर लिखा- फलोदी में ट्रक ड्राइवर का अपहरण कर उसे यूरिन पिलाकर अमानवीय यातनाएं देना सिर्फ एक क्रूर अपराध ही नहीं, बल्कि मानवता को शर्मसार करने वाला कृत्य है। यह भाजपा राज की बिगड़ती कानून व्यवस्था का आईना है। जूली ने लिखा- फलोदी की इस घटना ने एक बार फिर पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। मैं मुख्यमंत्री से कहना चाहता हूं की भ्रमण, भाषण और झूठे भ्रम से प्रदेश नहीं चलता है। आप पर्यटन मंत्री नहीं हैं,आप इस प्रदेश के गृह मंत्री भी हैं। आए दिन हो रही ऐसी घटनाओं ने प्रदेशवासियों के मन में भय और असुरक्षा का गहरा माहौल बना दिया है। मुख्यमंत्रीजी, आपसे अनुरोध है कि प्रदेश की लचर होती कानून व्यवस्था पर गंभीरता से ध्यान दें और इसे सुधारने की दिशा में ठोस और कड़े कदम उठाएं।