कोविड मरीजों के इलाज का सच:15 बड़े अस्पतालों ने कहा-हमारे यहां कोविड वार्ड नहीं, SMS ले जाओ, 5 छोटे अस्पताल बोले-रिपोर्ट लेकर आओ, देखते हैं

कोरोना के नए वैरिएंट की दस्तक के बाद भी राजधानी के अस्पताल तैयार नहीं हैं। बुधवार को सिर्फ जयपुर में 14 मामले सामने आने के बाद भी मेडिकल विभाग कुंभकर्णी नींद में है। अस्पतालों ने लापरवाही की दर पार कर दी है। निजी अस्पतालों में न तो जांच सुविधा और ना ही संक्रमित मरीजों के लिए अलग से कोविड वार्ड बनाया है। ऐसे में संक्रमित मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिलने पर इसके फैलने का खतरा बना रहता है। भास्कर ने राजधानी के 30 से अधिक अस्पतालों में कोरोना मरीज की जांच और भर्ती करने की प्रक्रिया काे लेकर फोन किए तो अधिकांश ने कोविड पॉजिटिव काे भर्ती करने से मना कर दिया। सभी ने एसएमएस अस्पताल ले जाने की सलाह दी। हालांकि विशेषज्ञों ने कोविड को बड़ा खतरा नहीं बताया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार सब वैरिएंट LF.7 और NB.1.8.1 लोगों के बीच फैल रहा है। दोनों ही कोरोना के JN.1 वैरिएंट में बदलाव से बने हैं, जो चिंताजनक नहीं है। घबराने की जरूरत नहीं है। "कोरोना वायरस खतरनाक नहीं है। केन्द्र सरकार की ओर से जो भी निर्देश मिल रहे, उसकी पालना की जा रही है।" -डॉ. रवि प्रकाश शर्मा, निदेशक (जन स्वास्थ्य), चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग "सरकार की ओर से कोविड गाइडलाइन जारी की गई है। इन गाइडलाइन की सरकारी और प्राइवेट सभी अस्पतालों को पालना करनी है। अगर कोई अस्पताल सरकार की गाइड लाइन की पालना नहीं कर रहा है तो नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। प्राइवेट सहित अन्य अस्पतालों में इसकी मॉनिटरिंग की जाएगी।"
-डॉ. रवि शेखावत, सीएमएचओ-प्रथम चिकित्सा विभाग की एडवाइजरी 5 अस्पतालों ने इलाज की हामी भरी 1. मानसरोवर के मेट्रो मास हॉस्पिटल में रिसेप्शन से फोन मेडिकल इमरजेंसी में ट्रांसफर किया गया। वहां मौजूद जितेंद्र कुमार ने कहा कि आप आ सकते हैं, लेकिन सभी प्रकार की जांच हॉस्पिटल में करने के बाद ही तय होगा कि मरीज कोविड पॉजिटिव है या नहीं। 2. विद्याधर नगर मणिपाल हॉस्पिटल में कहा कि जांच रिपोर्ट लेकर आ जाओ। स्टाफ धर्मेंद्र डूडी ने कहा- भर्ती कर लेंगे। 3. मालवीय नगर अपेक्स के मेडिकल आईसीयू स्टाफ फारुख ने मरीज को तुरंत हॉस्पिटल लाने को कहा। कुछ देर बाद हॉस्पिटल से मोहन कुमार का भी फोन आया और पेशेंट के बारे में जानकारी ली। 4. न्यू सांगानेर रोड स्थित संजीवनी अस्पताल में कोविड मरीज को भर्ती करने की सहमति दे दी। 5. मानसरोवर के साकेत अस्पताल ने कहा कि रिपोर्ट साथ लेकर आएं मरीज को भर्ती कर लेंगे। बड़े अस्पतालों ने हाथ खड़े किए; फोन ट्रांसफर करते रहे; जवाब- कोविड मरीज भर्ती नहीं करते