सोनम ससुराल में चार दिन रही, क्या-क्या किया:राजा के साथ 2 दिन एक थाली में खाया, हलवा बनाया; मां बोली- सभी के पैर छुए

सोनम ससुराल में चार दिन रही, क्या-क्या किया:राजा के साथ 2 दिन एक थाली में खाया, हलवा बनाया; मां बोली- सभी के पैर छुए
शादी के बाद ससुराल आई सोनम अधिकतर समय अपने कमरे में ही रहती थी। पहले दो दिन तो उसके रूम में ही एक थाली में राजा और सोनम के लिए खाना भेजा। दोनों ने एक थाली में ही खाया भी। एक दिन उसने राजा को खाना भी परोसा। उसके लिए कॉफी भी बनाई। वह अक्सर मोबाइल में कुछ न कुछ करती रहती थी। यह कहना है इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा की मां उमा रघुवंशी का। सोमवार को इंदौर में राजा की तेरहवीं की गई। इस बीच दैनिक भास्कर ने राजा की मां उमा और भाभी वर्षा से बातचीत की। उन्होंने बताया कि शादी के बाद चार दिन तक ही सोनम ससुराल में रही। 11 मई को राजा रघुवंशी और सोनम ने सात फेरे लिए। 12 मई को राजा अपनी दुल्हन को लेकर घर आया। घर पर रस्में अदा की गईं। इसके बाद 15 मई की दोपहर तक सोनम ससुराल में रुकी थी। फिर 20 मई को राजा और सोनम हनीमून पर जाने के लिए इंदौर से रवाना हो गए। इन चार दिनों तक सोनम ने ससुराल में क्या कुछ किया? उसका व्यवहार कैसा रहा? राजा की मां उमा और भाभी ने क्या-क्या बताया, पढ़िए यह रिपोर्ट... ऐसे रहे सोनम के ससुराल में 4 दिन... 12 मई: शादी के बाद घर आई सोनम राजा की मां उमा रघुवंशी ने बताया- 11 मई को बेटे की शादी हुई। अगले दिन 12 मई को सुबह करीब 10 बजे सोनम का हमारे यहां गृह प्रवेश हुआ। जिस तरह से एक नई बहू के आने पर होता है, ठीक वैसे ही परिवार के लोगों ने उसका स्वागत किया। सभी राजा की शादी से खुश थे। जिस दिन वह आई थी। उस दिन दोपहर में मीठे की रस्म हुई। सोनम ने अपने हाथ से सभी के लिए हलवा बनाया था। पूरे परिवार ने उसके हाथ का बना हलवा खाया। इसके बाद सभी ने गिफ्ट, रकम और नकद रुपए दिए। सोनम ने उसी दिन सभी के पैर छुए। इसके बाद वह अपने कमरे में चली गई थी। 13 मई: राजा के लिए बनाई थी ब्लैक कॉफी सोनम अधिकतर समय अपने कमरे में ही रहती थी। सुबह उठकर वह नीचे आई और देखा कि क्या कुछ चल रहा है। परिवार की महिलाएं खाने की तैयारी कर रही थीं। वह नई बहू थी इसलिए उससे हमने खाना नहीं बनवाया। 12 और 13 मई को एक थाली में राजा और सोनम का खाना उनके रूम में ही भेज दिया था। दोनों ने दो दिन तक एक ही थाली में खाना खाया। उसने राजा के लिए ब्लैक कॉफी भी बनाई थी। 14 मई: राजा को खाना परोसा था उमा ने बताया कि सोनम चाय नहीं लेती थी इसलिए उसे अपने हाथ से ही किचन से दूध लेने को कहा था। उसने अपने हाथ से दूध लेकर पीया और वह अपने कमरे में चली गई। खाने के वक्त राजा जब नीचे आया तो वह भी नीचे आई थी। तब उसने राजा को खाने की थाली परोस कर दी थी। उसने भी डाइनिंग टेबल पर खाना खाया, फिर अपने कमरे में चली गई। सोनम अधिकतर वक्त अपना मोबाइल चलाती थी। मोबाइल में वह टाइप करती रहती थी। हमें लगता था कि वह अपने ऑफिस का काम कर रही होगी। 15 मई: परिवार के साथ मायके रवाना चौथे दिन 15 मई को सोनम को अपने मायके जाना था। दोपहर में सोनम के परिवार के लोग आए थे। वह कुछ घंटे यहां रुके। जिसके बाद वह अपने परिवार के साथ कार से रवाना हो गए। हमारे परिवार के लोग उसे बाहर तक छोड़ने आए थे। जब वह जाने लगी तो हमारे परिवार के बच्चे राजा से मजाक कर रहे थे कि सोनम जा रही है तो राजा रो रहा है, उदास है। इस पर सोनम का भाई कार से उतरकर आया। इस दौरान सोनम भी राजा को देख रही थी। गोविंद को बताया कि बच्चे राजा से मजाक कर रहे हैं। इसके बाद वह घर से रवाना हो गई, वापस नहीं लौटी। मां ने बताया- विश्वास कर लिया, कुंडली नहीं मिलाई राजा की मां उमा रघुवंशी ने बताया- उसके पापा ने कहा था कि दोनों की कुंडली बहुत अच्छी मिल गई है। हमने बोला- ठीक है। उन्होंने हमसे कहा कि आप किसी को कुंडली दिखाना चाहते हैं क्या? हमने बोला- आपने दिखा दी, शादी भी निकल आई है। आप आपकी लड़की को गड्ढे में नहीं धकेलोगे। हमने उन पर विश्वास किया और उन्होंने हमसे विश्वासघात किया। हमें यही दुख है कि हमने उन पर विश्वास क्यों किया? हमने कुंडली नहीं मिलाई। राजा और सोनम के करीब 23 गुण मिले थे। उस समय हमारा दिमाग काम नहीं किया। भाभी बोलीं- सोचा न था, वह कुछ प्लानिंग कर रही है राजा की भाभी वर्षा रघुवंशी ने बताया- चार दिन तक सोनम यहां रही। इस दौरान उसका नेचर ठीकठाक ही था। 13-14 मई को हम राजा और सोनम को अन्नपूर्णा मंदिर और रणजीत हनुमान मंदिर दर्शन कराने के लिए ले गए थे। इसके बाद 14 मई को वह सास और परिवार के अन्य लोगों के साथ खजराना गणेश मंदिर दर्शन करने के लिए गए थे। उसने किचन में काम नहीं किया था। 13 मई को मैंने बताया था कि ब्लैक कॉफी कैसे बनती है, उसके बाद उसने राजा भैया के लिए ब्लैक कॉफी बनाई थी। वह हमारे साथ अच्छे से रहती थी। हमने कभी नहीं सोचा था कि वह ऐसी कुछ प्लानिंग कर रही है। सबूत सामने आए, तब विश्वास हुआ भाभी ने बताया- 15 मई को जब सोनम को उसके परिवार वाले लेने आए थे तो वह अपना सामान साथ में ले गई थी। जो बैग वह लेकर आई थी, वह वापस ले गई। हमने जो सामान दिया था, वह सामान यहीं छोड़ दिया। हमें थोड़ा अजीब लगा कि वह अपना सामान क्यों लेकर गई, लेकिन हमने उससे नहीं पूछा। सोचा कि मेकअप का सामान होगा, इसलिए बैग वापस लेकर जा रही है। सगाई के बाद से उसने शॉपिंग साथ में की थी। महिला संगीत में डांस भी अच्छे से किया। जब उसके खिलाफ सबूत सामने आए, तब हमें लगा कि ये सोनम ने किया है। उसके पहले तो विश्वास ही नहीं हो रहा था। जब मिलती थी, गले लगकर मिलती थी वर्षा ने बताया- जब भी सोनम मिलती थी, वह मुझसे और मम्मी से गले मिलती थी। शादी के पहले हमने एक बार कहा कि राजा भैया को तुम्हारे साथ मूवी देखने जाना है, तो उसके मम्मी-पापा ने मना कर दिया। हमें लगा- संस्कारी परिवार है इसलिए जाने नहीं दे रहे हैं। हम शॉपिंग करने ही गए। शादी के पहले दुल्हन घर नहीं आती है। इसलिए वह शादी के पहले घर नहीं आई, लेकिन राजा भैया एक-दो बार उसके यहां गए थे। शॉपिंग करने दोनों साथ में जाते थे। हमारे और उनके परिवार के लोग साथ होते थे। सगाई के बाद सोनम की मुझसे बात होती थी। वह पूछती थी कि क्या तैयारी चल रही है, क्या खरीदा। दिल्ली से लहंगा खरीदना चाहती थी सोनम राजा की भाभी ने बताया- सोनम की दिल्ली से लहंगा खरीदने की इच्छा थी। उसने कहा था कि लहंगा खरीदने हम लोग दिल्ली चलते हैं। प्लानिंग थी कि दिल्ली जाकर लहंगे लाएं। लेकिन वह काफी दूर हो जाता इसलिए दिल्ली नहीं जा पाए। इंदौर से ही खरीद लिया। यहां भी हमने कोई चीज की कमी नहीं रखी। सारी ड्रेस उसने खरीदीं। हम यही बात करते थे कि कौन से प्रोग्राम के लिए कौन सी ड्रेस लेना है। राजा भैया की शादी की शेरवानी और महिला संगीत का सूट भी खरीदने के लिए साथ में गई थी। राजा भैया और उसकी पसंद के कपड़े उन्होंने शादी में पहने थे। पढ़िए, राजा मर्डर केस की टाइमलाइन राजा मर्डर केस से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... राजा-सोनम का वीडियो, पीछे तीनों आरोपी भी आते दिखे राजा का भाई बोला-सोनम के परिवार पर भी हो कार्रवाई सोनम-राजा हनीमून ट्रिप के आखिरी चार दिन की कहानी गाजीपुर की लड़की का दावा- मेरे साथ बस में बैठी थी राजा के मर्डर की आरोपी सोनम मोहल्ले की 'बिट्‌टी दीदी'