शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष उड़ान एक दिन के लिए टली:लखनऊ में घर पर सत्यनारायण की कथा, पोस्टर लगे; उड़ान में 48 घंटे से कम वक्त

भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला को अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) ले जाने वाला एक्सिओम स्पेस मिशन 11 जून तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। इसरो ने इस बात की जानकारी दी है। लखनऊ के एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला अब बुधवार को अंतरिक्ष की उड़ान भरेंगे। इसके साथ ही तारों तक जाने का उनके बचपन का सपना पूरा होने वाला है। इससे पहले उनके लखनऊ स्थित घर पर पूजा-पाठ शुरू हो गया है। परिवार ने भगवान सत्यनारायण की कथा सुनी। शुभांशु की मां काफी भावुक हैं। बहनों ने घर पर शुभांशु के कटआउट और पोस्टर भी लगवा दिए हैं। इसपर लिखा है- ALL THE BEST GROUP CAPTAIN SHUX। Axiom-4 मिशन की 14 दिन की अंतरिक्ष यात्रा में शुभांशु पायलट होंगे। Axiom-4 मिशन स्पेसएक्स का 53वां ड्रैगन मिशन है। भारत ने 548 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। शुभांशु 7 भारतीय और 5 नासा के प्रयोग करेंगे। यह मिशन गगनयान की तैयारी में मदद करेगा। मोहल्ले की गली में बैनर और कटआउट में एक ही बात लिखी है- वी आर प्राउड ऑफ यू शुभांशु..वी विश यू ऑल द बेस्ट ग्रुप कैप्टन। शुभांशु शुक्ला क्रिएट्स हिस्ट्री। करीब 20 फीट ऊंची होर्डिंग में एस्ट्रोनॉट शुभांशु की तस्वीर है। वायुसेना में ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अब अंतरिक्ष मिशन Axiom-4 पर जाने वाले हैं। पहले शुभांशु के मोहल्ले का जश्न तस्वीरों में देखिए... होर्डिंग-बैनर की थीम तिरंगे और एयरफोर्स पर शुभांशु के घर में लगे होर्डिंग-बैनर की थीम तिरंगे और एयरफोर्स पर रखी गई है। बैनर की ऊपर की लाइन पर 'वी विश यू ऑल द बेस्ट' केसरिया रंग में लिखा है। उसके बाद बीच में 'फॉर द सक्सेस ऑफ योर Axiom-4 मिशन' सफेद और नीले रंग से लिखा है। यह तिरंगे के बीच के रंग और एयरफोर्स की नीली थीम को दिखाता है। उसके बाद नीचे तीसरे नंबर पर 'वी आर प्राउड ऑफ यू' हरे रंग से लिखा गया है। मोहल्ले में बच्चों से लेकर बड़े तक खुश हैं। बच्चों से पूछा गया कि क्या जानते हैं शुभांशु के बारे में, तो जवाब मिला “जो कल अंतरिक्ष में जाने वाले हैं, वो हमारे ही मोहल्ले से हैं।” बड़ों ने बताया- यह सिर्फ एक अंतरिक्ष मिशन नहीं, बल्कि एक छोटे से मोहल्ले की बड़ी उपलब्धि बन चुका है। मोहल्ले के लोगों ने शुभांशु की सकुशल यात्रा के लिए आज और कल अपने घरों में विशेष पूजा-पाठ का प्रोग्राम रखा है। मिशन पर निगाहें और दिल में उम्मीदें शुभांशु शुक्ला भारत के पहले निजी अंतरिक्ष अभियान एक्सिओम-4 का हिस्सा बनने जा रहे हैं। भारतीय वायुसेना के इस अधिकारी ने लाखों युवाओं को यह संदेश दिया है कि "सपनों की कोई सीमा नहीं होती, बस उड़ान सच्ची होनी चाहिए।" उनके इस मिशन में शामिल होने से लखनऊ ही नहीं, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश को गर्व हो रहा है। बहन से कहते थे- देखना तारों तक घूमने जाऊंगा शुभांशु शुक्ला की बड़ी बहन शुचि मिश्रा कहती हैं- शुभांशु बचपन में कहता था कि देखना एक दिन मैं तारों तक घूमने जाऊंगा। अब उसकी बात सही और सपना पूरा होने जा रहा है। वह मेरे लिए सिर्फ एक भाई नहीं, बल्कि सबसे अच्छा दोस्त भी है। शुचि बताती हैं- शुभांशु बचपन से ही बहुत फोकस्ड और गंभीर था। उसे कभी बॉल लेने तो कभी पानी के लिए दौड़ाती रहती थी। आज महसूस हो रहा है कि वह उसे परेशान करने वाली बात नहीं, बल्कि उसकी ईमानदारी और किसी काम को पूरा करने वाली बात थी। कल शाम 5:52 बजे उड़ान, 11 की रात पहुंचेंगे एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला Axiom-4 स्पेस के चौथे निजी अंतरिक्ष यात्री मिशन का हिस्सा बनकर इतिहास रचने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। मिशन की कल शाम 5:52 बजे लॉन्चिंग है। मिशन फ्लोरिडा में नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से उड़ान भरेगा। आईएसएस पर निर्धारित डॉकिंग का समय बुधवार 11 जून की रात लगभग 10:30 बजे है। अब मिशन के बारे में जानिए... ड्रैगन कैप्सूल में चारों एस्ट्रोनॉट उड़ान भरेंगे इलॉन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल में ये एस्ट्रोनॉट उड़ान भरेंगे। इस मिशन को फाल्कन-9 रॉकेट से फ्लोरिडा में नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च किया जाएगा। लॉन्च की तारीख फिलहाल 10 जून है, पहले 8 जून और 29 मई थी। लेकिन मौसम खराब होने की वजह से टल गया। एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला का परिचय एक बार फिर अब अंत में ट्रेनिंग के दौरान की 3 तस्वीरें... ------------------------------ एस्ट्रोनॉट शुभांशु के पेरेंट्स और बहन ने क्या कहा... शुभांशु अंतरिक्ष के लिए रेडी, मां को खाने की टेंशन : बहन बोलीं- बचपन में कहते थे मैं तारों के पास घूमने जाऊंगा लखनऊ के शुभांशु शुक्ला 8 जून को NASA और Axiom Space के कंबाइंड मिशन पर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की उड़ान भरेंगे। मिशन में उनके साथ 4 लोग जा रहे हैं। मिशन का नाम-Axiom 4 है। अंतरिक्ष में वे 14 दिन रहेंगे। (पूरी बातचीत पढ़िए)