शिक्षक बालक का आइना होता है : यादव

डूंगरपुर| वागड़ सेवा संस्थान डूंगरपुर की ओर से संचालित वागड़ विद्या विहार उमावि फलोज में रविवार को आचार्य प्रशिक्षण शिविर का समापन हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्थान के उपाध्यक्ष सुरेश फलोजिया ने की। मुख्य अतिथि पूर्व प्रधानाचार्य रामजी यादव रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में राउमावि सवगढ के प्रधानाचार्य कल्याण यादव, संस्थान अध्यक्ष मनसुखलाल पाटीदार, धर्मेन्द्र पाटीदार, प्रशासक निलेश उपाध्याय और प्रधानाचार्य राजेश जोशी मौजूद रहे। प्रशासक निलेश उपाध्याय ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन से हुई। प्रधानाचार्य राजेश जोशी ने अतिथियों का स्वागत किया और विद्यालय की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की। मुख्य अतिथि रामजी यादव ने कहा कि शिक्षक बालक का आइना होता है। बालक वही सीखता है जो वह देखता है। शिक्षक चाहे तो बालक को जैसा चाहे वैसा बना सकता है। व्यक्ति की शिक्षा उसके पद या संपत्ति से नहीं, बल्कि उसके संस्कारों से झलकती है। राष्ट्रभक्त और सुसंस्कारित बालक बनाने में शिक्षक की अहम भूमिका होती है। शिक्षक को कर्तव्यनिष्ठ और समर्पित होकर बालक के सर्वांगीण विकास के लिए कार्य करना चाहिए। शिक्षक उस सड़क की तरह होता है जो बालक को उसके लक्ष्य तक पहुंचाता है। अतिथियों ने कहा कि ग्रामीण अंचल में वागड़ सेवा संस्थान ने वर्षों से श्रेष्ठ परिणाम और संस्कारयुक्त शिक्षा देकर शिक्षा की अलख जगाई है। कार्यक्रम का संचालन सुरेश सरगम ने किया। आभार संस्थान अध्यक्ष मनसुखलाल पाटीदार ने जताया। इस अवसर पर प्रशिक्षण शिविर प्रभारी हरिश डेण्डोर, कुन्दन जोशी, सोहनला अहारी, दिनेश प्रजापत, मुकेश परमार, गणेश पाटीदार, केशवलाल त्रिवेदी, नरेन्द्र पाटीदार, शैलेष नाई, हेमेन्द्र परमार, गणेशलाल परमार, धर्मेन्द्र पाटीदार, गौरव सुथार, भैरवलाल ननोमा, दिलीप परमार, महेन्द्र कलासुआ, भारती पाटीदार, रविना पाटीदार, सुशीला पाटीदार, करूणा यादव सहित समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।