अहमदाबाद विमान हादसे का फोटो-वीडियो इन्वेस्टिगेशन:एअर इंडिया के ड्रीमलाइनर में टेकऑफ के समय तक सबकुछ ठीक था, खराबी हवा में शुरू हुई

अहमदाबाद विमान हादसे के कारणों का सही ब्योरा आने में अभी समय लगेगा। इस बीच न्यूयॉर्क टाइम्स (NYT) ने हादसे के फोटो-वीडियो और ऑडियो का विश्लेषण किया है। एविएशन सिक्योरिटी स्पेशलिस्ट, पूर्व पायलटों, जांचकर्ताओं और ऑडियो एक्सपर्ट की मदद से किया गया यह एनालिसिस संकेत देता है कि विमान का टेकऑफ नॉर्मल था। विमान में खराबी हवा में शुरू हुई। NYT की रिपोर्ट के मुताबिक टेकऑफ से पहले विमान ने विंग फ्लैप और स्लैट्स को खोला, रनवे की पूरी लंबाई का उपयोग कर जनरल पॉइंट से उड़ान भरी। लेकिन उड़ान के कुछ सेकेंड बाद लैंडिंग गियर पूरी तरह बंद नहीं हो पाया। 12 जून को अहमदाबाद से लंदन जा रही एअर इंडिया की फ्लाइट AI 171 टेकऑफ के कुछ ही देर बाद एक मेडिकल हॉस्टल की इमारत से टकरा गई थी। इसमें 270 लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें 241 यात्री और क्रू मेंबर शामिल थे। सिर्फ एक यात्री इस हादसे में जिंदा बचा है। चार पहलुओं पर NYT की इन्वेस्टिगेशन में क्या संकेत मिले... 1. टेकऑफ: AI 171 ने रनवे के जिस पॉइंट से उड़ान भरी थी, पिछले सात टेकऑफ भी लगभग उसी जगह से हुए थे 2. स्लैट्स,फ्लैप्सः दोनों फैली हुई स्थिति में थे, यानी टेकऑफ की शुरुआत में पायलटों ने कुछ मानक प्रक्रियाएं अपनाईं एयरलाइन पायलट्स एसोसिएशन में दुर्घटना जांचकर्ता रहे शॉन प्रुचनिकी कहते हैं, जलने के निशान दिखाते हैं कि स्लैट्स या तो इम्पैक्ट से पहले या जमीन पर विस्फोट के समय विस्तारित थे। पंखों के पिछले किनारों पर स्थित फ्लैप्स भी तैनात थे, भले वीडियो में स्पष्ट नहीं दिख रहे। बोइंग 787-8 विमानों में जब पायलट फ्लैप्स सक्रिय करते हैं, तो स्लैट्स अपने आप विस्तारित हो जाते हैं। 3. लैंडिंग गियर (यही दिक्कत का पहला संकेत): कॉकपिट से इन्हें समेटने की प्रक्रिया शुरू तो हुई, लेकिन यह पूरी नहीं हो सकी... आपातकालीन पावर जेनरेटर सक्रिय हो गया था 4. झटका (यह बेहद असामान्य बात): विमान में झटका या साइड मूवमेंट नहीं दिखा, यानी दोनों इंजन एक साथ खराब हुए... प्लेन क्रैश में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का भी निधन हुआ था एअर इंडिया की उड़ान संख्या AI 171 अहमदाबाद से लंदन जा रही थी। इसमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक समेत कुल 230 यात्री सवार थे। इनमें 103 पुरुष, 114 महिलाएं, 11 बच्चे और 2 नवजात शामिल हैं। बाकी 12 क्रू मेंबर्स थे। हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का भी निधन हो गया। पायलट ने मेडे कॉल किया था फ्लाइटरडार24 के मुताबिक, विमान का आखिरी सिग्नल 190 मीटर (625 फीट) की ऊंचाई पर मिला, जो उड़ान भरने के तुरंत बाद आया था। भारत के सिविल एविएशन रेगुलेटर DGCA ने बताया कि विमान ने 12 जून की दोपहर 1:39 बजे रनवे 23 से उड़ान भरी थी। उड़ान भरने के बाद विमान के पायलट ने एयर ट्रैफिक कंट्रोलर को मेडे कॉल (इमरजेंसी मैसेज) भेजा, लेकिन इसके बाद कोई जवाब नहीं मिला। DGCA के अनुसार, विमान में दो पायलट और 10 केबिन क्रू सहित कुल 242 लोग सवार थे। पायलट के पास 8,200 घंटे और को-पायलट के पास 1,100 घंटे की उड़ान का अनुभव था। -------------------------------------------------- अहमदाबाद प्लेन क्रैश से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें.... अहमदाबाद विमान हादसे में साजिश का एंगल जांचेगी सरकार:सिविल एविएशन मिनिस्टर बोले- ड्रीमलाइनर का ब्लैक बॉक्स विदेश नहीं भेजेंगे; देश में ही जांच होगी अहमदाबाद में 12 जून को हुए एअर इंडिया विमान हादसे की जांच सभी पहलुओं से की जा रही है, जिसमें साजिश (सबोटाज) की संभावना को भी खंगाला जा रहा है। यह जानकारी केंद्रीय नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने दी है। उन्होंने कहा कि विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) इस मामले की पूरी जांच कर रहा है। ब्लैक बॉक्स भारत में (AAIB के पास) है, उसे विदेश नहीं भेजा जाएगा। पूरी खबर पढ़ें...