विवाहिता ने सुसाइड किया, ससुराल पक्ष उकसाने का आरोप:पाली में ट्रेन के आगे कूदी; 5 दिन इलाज के बाद दम तोड़ा; परिजनों ने कहा- डिप्रेशन में थी

ससुराल पक्ष से परेशान होकर 25 साल की विवाहिता ने ट्रेन के आगे कूदकर सुसाइड कर लिया। उसे गंभीर हालत में जोधपुर रेफर किया गया था। जहां 5 दिन चले इलाज के बाद उसने दम तोड़ दिया। इसके बाद उसका अंतिम संस्कार किया गया। परिजनों ने ससुराल पक्ष पर दहेज के लिए प्रताड़ित करने और सुसाइड के लिए उकसाने के प्रयास करने का मामला दर्ज करवाया है। मृतका की शादी को अभी 7 साल भी नहीं हुए ( ऐसे में पुलिस दहेज हत्या की धाराओं में मामला दर्ज किया। मामले की जांच SDM करेंगे। मृतका के भाई चाड़वास हाल पाली के नया बस स्टैंड इलाके में केशव नगर निवासी नवनीत सिंह ने पाली के महिला थाने में जोधपुर जिले के मोडी सोथडान (लूणी) निवासी मृतका के पति भरतसिंह पुत्र बाबूसिंह सहित 6 जनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई है। पाली में ट्रेन के आगे कूदी थी 25 साल की नीरू उर्फ निर्मला कंवर ने भी काफी सपने देखे थे कि शादी के बाद पति के साथ एक खुशहाली जिंदगी बिताएंगी। लेकिन कुछ माह बाद ही उसके सपने धूमिल होते नजर आए। परिजनों का आरोप है कि दहेज के लिए उसके पति और ससुराल पक्ष के लोगों ने उसे ताने मारने शुरू कर दिए। ऐसे में नीरू डिप्रेशन में रहने लगी। उसे समझ नहीं आ रहा था कि आखिर उसके साथ ऐसा क्यों हो रहा है। पति और ससुराल पक्ष का यह व्यवहार उसे अंदर ही अंदर खा रहा था। आखिर 20 मई 2025 को पाली के रेलवे स्टेशन के निकट वह ट्रेन के आगे कूद गई। गंभीर हालत में उसे पाली के बांगड़ हॉस्पिटल से जोधपुर रेफर किया। जहां 25 मई को नीरू ने दम तोड़ दिया, 26 मई को चाड़वास (सोजत) में उसका अंतिम संस्कार किया गया। जवान बेटी की अकाल मौत ने पूरे परिवार को तोड़कर रख दिया। उन्हें अब भी यकीन नहीं हो रहा कि उनकी लाडो नीरू अब इस दुनिया में नहीं रही। सवा साल पहले हुई थी शादी मृतका के भाई चाड़वास हाल पाली के नया बस स्टैंड इलाके में केशव नगर निवासी नवनीत सिंह ने रिपोर्ट में बताया कि उसकी बहन नीरू उर्फ निर्मला कंवर पुत्री चंदन सिंह की शादी 31 जनवरी, 2024 को जोधपुर जिले के मोडी सोथडान (लूणी) निवासी भरतसिंह पुत्र बाबूसिंह से सामाजिक रीति-रिवाज से हुई थी। शादी के बाद उसकी बहन अपने पति व ससुराल पक्ष के लोगों के साथ बेंगलूरु चली गई, जहां उसका बहनोई बिजनेस करता है। आरोप है कि शादी के बाद से पति, सास रसाल कंवर, ससुर बाबूसिंह व चारों ननद उसकी बहन को कम दहेज लाने के लिए ताने देती और दहेज की डिमांड कर तंग व परेशान करती थी। चचेरे भाई की शादी में आई तब बताई पीड़ा रिपोर्ट में बताया कि गत 17 मई को नीरू चाड़वास गांव में अपने चचेरे भाई की शादी में अकेली ही आई, क्योंकि उसका पति भरतसिंह उसे गांव के बाहर छोड़ कर चला गया। उस समय नीरू ने परिवार को पूरा घटनाक्रम बताया था। शादी के बाद परिवार के लोगों के साथ नीरू पाली आ गई, जिसने 20 मई को ससुराल पक्ष से परेशान होकर ट्रेन के आगे कूद जान देने की कोशिश की, जिसे गंभीर हालत में जोधपुर रेफर किया गया था। 25 मई को नीरू ने दम तोड़ दिया, जिसका 26 मई को गांव में अंतिम संस्कार किया गया। रोते हुए पिता बोले- इकलौती बेटी थी, पता होता तो शादी ही नहीं करता
मृतका के पिता चंदनसिंह ने उसके एक बेटा और बेटी है। निर्मला लाडली बेटी थी। अभी बच्ची थी। शादी के बाद से उस पर जुल्म किए उसके ससुराल वालों ने इसके चलते उसने यह कदम उठाया। वर्ना कौन आत्महत्या करना चाहता हूं। दुख था तभी उसने यह कदम उठाया। इतना कहते ही चंदनसिंह रोने लगे। अगर पता होता कि बेटी के ससुराल वाले दहेज लोभी है तो किसी भी सुरत में शादी नहीं करता। कम से कम बेटी आज जिंदा रहती। अब तो बस यही चाहता हूं कि उन दहेज लोभियों को कानूनी रूप से सख्त सजा मिले ताकि और किसी की बेटी के साथ इस तरह की घटना न हो। स्कूल में पढ़ाती थी निर्मला
मृतका निर्मला ने बीए तक की पढ़ाई कर रखी थी। करीब तीन साल तक उसने फालना आदर्श विद्या मंदिर में भी पढ़ाया। साथ में वह प्रतियोगिता परीक्षा की भी तैयारी कर रही थी। ताकि अच्छी सरकारी नौकरी हासिल कर सके। लेकिन शादी के बाद उसके सारे सपने धुलमित हो गए। मृतका का पति बैंगलोर में जनरल स्टोर चलाता है।