रूस का यूक्रेन पर जवाबी हमला:कई मिसाइल-ड्रोन दागीं, 4 की मौत, 20 घायल; पुतिन ने ट्रम्प से कहा था- बदला जरूर लूंगा

रूस ने बीती रात यूक्रेन की राजधानी कीव और प्रमुख शहरों के ऊपर बड़े पैमाने पर मिसाइल और ड्रोन हमले किए। यह हमला रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से फोन पर बातचीत के एक दिन बाद हुआ। रूस के हमले के बीच सभी यूक्रेनी क्षेत्रों में हवाई हमले की चेतावनी जारी कर दी गई है। यूक्रेन की एयरफोर्स ने कहा कि रूस के Tu-95MS बाम्बर एयरक्राफ्ट ने क्रूज मिसाइलें दागीं है। यूक्रेन के कीव, टर्नोपिल, खमेलनित्सकी, ल्विव और लुत्स्क से विस्फोटों की खबरें सामने आई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 4 जून को रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ यूक्रेन और ईरान के मुद्दे पर करीब 75 मिनट बात की थी। ट्रम्प ने बताया था कि पुतिन ने कहा कि वो यूक्रेन की तरफ से हाल ही में रूस के अंदर किए गए ड्रोन अटैक का बदला लेंगे। यूक्रेन ने 1 जून को रूस के एयरबेस पर ड्रोन हमला किया था। इन हमलों में रूस के 5 एयरबेस पर मौजूद 41 एयरक्राफ्ट्स को निशाना गया। यूक्रेन ने इस ऑपरेशन को ‘स्पाइडर वेब’ नाम दिया था। रुसी हमलों में कई रिहायशी इमारतों को नुकसान पहुंचा यूक्रेनी मीडिया के अनुसार कीव में ड्रोन हमलों से कई जगह आग लग गई। जिसके कारण कम से कम 4 लोग मारे गए और 20 घायल हुए, जिनमें 16 को अस्पताल में भर्ती किया गया। हमले में कई रिहायशी इमारतों, पेट्रोल पंप, शैक्षणिक संस्थान और मेट्रो लाइन को भी नुकसान पहुंचा है। हमले के कारण यूक्रेन के डार्नित्सिया और लिवोबेरेज़्ना स्टेशनों के बीच मेट्रो लाइन पर ट्रैक और केबल क्षतिग्रस्त हो गए, जिससे रास्ता बंद हो गया। प्रशासन ने कहा कि मरम्मत का काम 24 घंटे में पूरा होने की उम्मीद है। यूक्रेन ने रूस 5 एयरबेस पर ड्रोन हमला किया था यूक्रेन ने 1 जून को रूस के 5 सैन्य एयरबेस को निशाना बनाया था। ये FPV (फर्स्ट-पर्सन-व्यू) ड्रोन्स थे। इन 117 ड्रोन्स ने रूसी एयरबेस में खड़े A-50, TU-95 और TU-22 जैसे स्ट्रैटजिक बॉम्बर्स को निशाना बनाया। यूक्रेन ने इस पूरे ऑपरेशन को ‘स्पाइडर वेब’ नाम दिया था। इस हमले में रूस के कई विमानों को नुकसान पहुंचा था। यूक्रेन की SBU सिक्योरिटी सर्विस के एक सूत्र के मुताबिक, इन हमलों में रूस के 5 एयरबेस पर मौजूद 41 एयरक्राफ्ट्स को निशाना गया। इसमें TU-95 और TU-22 स्ट्रैटेजिक बॉम्बर एयरक्राफ्ट, A-50 रडार डिटेक्शन एंड कमांड एयरक्राफ्ट शामिल थे। रूस-यूक्रेन में दूसरे दौर की शांतिवार्ता एक घंटे में खत्म हुई थी रूस और यूक्रेन की बीच 2 जून को तुर्किये के इस्तांबुल में दूसरे दौर की शांति वार्ता 1 घंटे में खत्म हो गई थी। दोनों देश गंभीर रूप से घायल और बीमार युद्धबंदियों की अदला-बदली पर सहमत हो गए हैं। इसके साथ ही दोनों पक्ष 6,000-6,000 मारे गए सैनिकों के शव भी वापस लौटाएंगे। यूक्रेन के रक्षा मंत्री रुस्तम उमेरोव ने कहा कि हम सभी युद्धबंदियों की रिहाई और सभी दिव्यांग बच्चों और कैदियों की वापसी चाहते हैं। वहीं, रूसी प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख व्लादिमीर मेंडिस्की ने कहा- इस समझौते के तहत गंभीर रूप से घायल और 18 से 25 साल के युवा सैनिकों की भी अदला-बदली की जाएगी। इससे पहले दोनों देशों का डेलिगेशन 16 मई को इस्तांबुल में मिला था, तब भी दोनों के बीच 2 घंटे बातचीत हुई थी। जानिए क्यों शुरू हुई रूस-यूक्रेन की जंग फरवरी 2022- रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के हमले का ऐलान करते ही यूक्रेन में रूसी टैंक धड़धड़ाते हुए घुसने लगे। तब के अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन बोले- पुतिन से बातचीत का कोई प्लान नहीं है। उन्होंने पूरी दुनिया को खतरे में डाल दिया है। रूस को यूक्रेन पर हमले की गंभीर कीमत चुकानी होगी। फरवरी 2025- अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पुतिन से फोन पर 90 मिनट तक बात की। इसके बाद सऊदी अरब में यूक्रेन युद्ध को लेकर रूस और अमेरिकी के बीच हाई लेवल मीटिंग हुई। इसमें यूक्रेन को नहीं रखा गया। ट्रम्प ने पुतिन की तारीफ की और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की को ‘तानाशाह’ कह दिया। मई 2025- रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को समाप्त करने के लिए शांति बातचीत 2025 में तेज हुई, खासकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की पहल के बाद। हाल के दिनों में कैदी अदला-बदली हुई है, लेकिन क्षेत्रीय नियंत्रण और सुरक्षा गारंटी पर मतभेद बने हुए हैं। ---------------------