राहुल गांधी की कांग्रेसी नेताओं को दो-टूक:गुटबाजी से नुकसान सहन नहीं, संगठन में सिफारिश नहीं चलेगी, 30 से पहले जिला अध्यक्ष बनेंगे

कांग्रेस नेता राहुल गांधी बुधवार को (4 जून) हरियाणा दौरे पर रहे। उन्होंने करीब 3 घंटे तक चंडीगढ़ में पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में 'संगठन सृजन कार्यक्रम' के तहत राज्य के नेताओं और ऑब्जर्वरों की मीटिंग ली। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी ने बैठक में नेताओं को दो-टूक में कहा कि संगठन बनाने में किसी नेता की सिफारिश नहीं चलेगी। उन्होंने कहा कि गुटबाजी से पार्टी को नुकसान सहन नहीं होगा। उधर, प्रदेश प्रभारी बीके हरि प्रसाद ने कहा 30 जून से पहले जिला अध्यक्ष बना लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि काम के बीच गुटबाजी नहीं आनी चाहिए। ऐसा होता है तो एक्शन लिया जाएगा। अब पढ़िए प्रदेश प्रभारी और अध्यक्ष की 4 बड़ी बातें... 1. 30 जून से पहले जिला अध्यक्ष बनाएंगे:
प्रदेश प्रभारी बीके हरि प्रसाद ने मीटिंग के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस ने कहा कि गुजरात से संगठन सृजन अभियान शुरू हुआ है। पहले नेता प्रतिपक्ष (CLP) और पीसीसी नेता जिला अध्यक्ष चुनते थे, मगर अब 30 जून से पहले जिला अध्यक्ष बनाएंगे। हर जिले में 6 लोगों का पैनल बनेगा। 35 से 55 साल के लोग जिला अध्यक्ष बन सकते हैं। 2. SC-ST की महिलाओं पर भी फोकस किया जाए:
उन्होंने कहा कि RSS और BJP की विचारधारा को न मानने वाले समाजसेवी और खिलाड़ी भी जिला अध्यक्ष के लिए आवेदन कर सकते हैं। प्रभारी ने कहा कि SC-ST की महिलाओं पर भी फोकस किया जाए। 3. गुटबाजी पर एक्शन लिया जाएगा:
हरि प्रसाद ने कहा कि गुटबाजी का नाम कांग्रेस के काम के बीच नहीं आना चाहिए, अगर आएगा तो एक्शन लिया जाएगा। ऐसा राहुल गांधी ने कहा है। कांग्रेस के जो लोग पार्टी छोड़ के गए हैं, वह आ सकते हैं। 4. हरियाणा में संगठन नहीं होने से बेचैनी थी
प्रदेश अध्यक्ष उदयभान ने कहा कि आज गौरवपूर्ण दिवस था। पहली बार राहुल गांधी आए, टाइट शेड्यूल था। फिर भी हरियाणा को पूरा समय दिया। हरियाणा में संगठन नहीं होने से बेचैनी थी। राहुल गांधी का आना यह दिखाता है की कांग्रेस संगठन को लेकर गंभीर है। 17 सीनियर नेताओं-22 जिला ऑब्जर्वरों के साथ मीटिंग
राहुल गांधी सुबह साढ़े 11 बजे चंडीगढ़ पहुंचे थे। इसके बाद उन्होंने कांग्रेस कार्यालय में पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा, सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा, राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला समेत 17 सीनियर नेताओं की मीटिंग ली। करीब डेढ़ घंटे चली मीटिंग के बाद उन्होंने राज्य में पार्टी का संगठन खड़ा करने के लिए हाईकमान की ओर से नियुक्त 22 जिला ऑब्जर्वरों के साथ मीटिंग कर उनका फीडबैक लिया। हरियाणा में हार के 8 महीने बाद प्रदेश कार्यालय पहुंचे राहुल गांधी
इसके बाद दोपहर करीब ढाई बजे वह कुमारी सैलजा और रणदीप सुरजेवाला के साथ चंडीगढ़ एयरपोर्ट के लिए निकल गए। हरियाणा विधानसभा चुनाव में लगभग 8 महीने पहले हुई पार्टी की हार के बाद राहुल गांधी पहली दफा प्रदेश कार्यालय पहुंचे थे। 11 साल से संगठन नहीं, गुटबाजी बड़ी वजह
हरियाणा में कांग्रेस का 11 साल से संगठन नहीं है। इसकी सबसे बड़ी वजह गुटबाजी है। सीनियर नेताओं की आपसी कलह के कारण ही कांग्रेस को 2024 में हुए प्रदेश विधानसभा चुनाव में हार झेलनी पड़ी। इस हार पर राहुल गांधी ने खुलकर अपनी नाराजगी जताई थी। राहुल गांधी के दौरे की 2 तस्वीरें... राहुल गांधी के हरियाणा दौरे के पल-पल के अपडेट्स के लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए...