यूपी में लॉरेंस विश्नोई का शार्प शूटर एनकाउंटर में ढेर:2 घंटे मुठभेड़, 14 राउंड फायरिंग, सीने में गोली लगी; दरोगा-सिपाही भी घायल

यूपी के हापुड़ में STF ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शार्प शूटर को एनकाउंटर में मार गिराया है। बुधवार रात नोएडा STF और दिल्ली पुलिस ने शूटर को घेरा तो उसने गोलियां चलानी शुरू कर दीं। इसमें एक दरोगा और सिपाही गोली लगने से घायल हो गए, जबकि एक इंस्पेक्टर और दरोगा बुलेटप्रूफ जैकेट में गोली लगने से बाल-बाल बच गए। जवाबी फायरिंग में बदमाश नवीन कसाना के सीने में गोली लग गई। पुलिस उसे अस्पताल लेकर गई, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं, दोनों घायल पुलिसकर्मियों का इलाज जारी है। मुठभेड़ दो घंटे तक चली। इस दौरान 14 राउंड फायरिंग हुई। STF ने 8 और बदमाश ने 6 गोलियां चलाईं। मुठभेड़ बुधवार रात 11 बजे कोतवाली क्षेत्र के प्रीत विहार में हुई। नवीन लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सक्रिय सदस्य था। वह गैंग के कुख्यात हिस्ट्रीशीटर हाशिम बाबा के साथ मिलकर दिल्ली और यूपी में अपराध करता था। नवीन ने कई हाई-प्रोफाइल लोगों को निशाना बनाया था। वह गाजियाबाद के लोनी का रहने वाला था। उस पर हत्या, अपहरण, डकैती और मकोका जैसे 20 संगीन मामले दिल्ली और यूपी में दर्ज थे। इनमें से दिल्ली के दो मामलों में उसे सजा भी हो चुकी थी। इंस्पेक्टर और दरोगा की बुलेट प्रूफ जैकेट ने बचाई जान
28 मई को दिल्ली पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि नवीन कुमार हरियाणा के दादरी इलाके में किसी वारदात की फिराक में है। इस पर दिल्ली स्पेशल सेल के इंस्पेक्टर पंकज कुमार के नेतृत्व में टीम ने एसटीएफ नोएडा की मदद ली। पुलिस टीम ने दादरी और आसपास के इलाकों में सर्च अभियान शुरू किया। शाम होते-होते सूचना मिली कि नवीन अपने साथी के साथ बाइक से हापुड़ की ओर रवाना हुआ है। इस पर पुलिस टीम ने हापुड़ की ओर घेराबंदी की। रात करीब 10 बजे काली नदी पुल के पास पुलिस ने जब बाइक सवार दो युवकों को रोकने की कोशिश की, तो उन्होंने बाइक की स्पीड और बढ़ा दी। STF ने उनका पीछा कर लिया। यह देखकर बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलियां चलाईं। मुठभेड़ के दौरान इंस्पेक्टर पंकज कुमार और दरोगा अक्षय त्यागी की बुलेटप्रूफ जैकेट पर गोलियां लगीं, जबकि एसआई विजेंद्र दिवाच और सिपाही अंकुर सिंह गोली लगने से घायल हो गए। जवाबी फायरिंग में बाइक पर पीछे बैठा व्यक्ति घायल होकर गिर पड़ा, जिसकी पहचान नवीन कुमार के रूप में हुई। वहीं, उसका साथी अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गया। घायल बदमाश और दोनों पुलिसकर्मियों को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान बदमाश की मौत हो गई, जबकि दोनों पुलिसकर्मियों की स्थिति सामान्य है। पुलिस ने बदमाश के पास से 32 बोर की एक पिस्टल, दो जिंदा कारतूस, चार खोखे, एक मोटरसाइकिल (नंबर DL 4SCS 9237), दो गमछे और एक जोड़ी चप्पल बरामद की है। एनकाउंटर स्थल की पुलिस ने फोटोग्राफी कराई। फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य एकत्र किए। 4 साल से फरार चल रहा था नवीन कसाना
ASP ने बताया- नवीन कसाना 2009 के साहिबाबाद मर्डर केस और 2011 के गुड़गांव डबल मर्डर का आरोपी रह चुका है। 2014 में सदर बाजार से 26 लाख की लूट और 2018 में जगतपुरी में 7.70 लाख की लूट में भी वह शामिल था। उसे पत्नी की डिलीवरी के चलते 2021 में पैरोल मिली थी, लेकिन 6 दिसंबर 2021 को सरेंडर करने के बजाय फरार हो गया। इसके बाद 2022 में गीता कॉलोनी में हुई 50 लाख की सोने की लूट की वारदात को अंजाम दिया। गिरोह के बाकी सदस्य पकड़े गए, लेकिन वह अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर था। उस पर पहला केस सितंबर 2008 में सीमापुरी थाने में अवैध हथियार रखने के आरोप में दर्ज हुआ था। नवीन जिस लॉरेंस बिश्नोई का शूटर था, उसके बारे में जानिए
गैंगस्टर लॉरेंस पर करीब 84 FIR दर्ज हैं। 2016 में उसे नेपाल से गिरफ्तार किया गया था। तब से वह जेल में ही बंद है। इस वक्त वह गुजरात की साबरमती जेल में बंद है। करीब 9 साल से वह जेल से बाहर नहीं आया है। इसके बावजूद देश में हुए मर्डर केसों में उसका नाम आया है। जिनमें मशहूर पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला, राजस्थान के करणी सेना के अध्यक्ष सुखदेव गोगामेड़ी, महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी का मर्डर भी शामिल है। इसके अलावा वह काले हिरण के शिकार के आरोपों से घिरे बॉलीवुड स्टार सलमान खान के भी पीछे पड़ा है। छात्र से गैंगस्टर कैसे बना लॉरेंस 11 दिनों में 5 बदमाश ढेर, 2 पुलिसकर्मियों की मौत पिछले 11 दिनों में यूपी पुलिस ने 5 बदमाशों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया। इस दौरान दो पुलिसकर्मियों की मौत हुई है। 8 साल में 23 पुलिसवाले शहीद, 234 बदमाश मारे गए पिछले 8 सालों की बात करें तो यूपी में 2017 से अब तक 234 बदमाश मारे गए हैं। इस दौरान 23 पुलिसकर्मी शहीद हुए हैं। 1650 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। ------------------------------ एनकाउंटर से जुड़ी हुई ये खबर भी पढ़ें- बस कंडक्टर को लूटने वाले बदमाश का एनकाउंटर:लखनऊ में आधी रात को पुलिस में घेरा, भागे तो पैर में मारी गोली; एक फरार लखनऊ के आलमबाग इलाके में पुलिस और बदमाश के बीच मुठभेड़ हो गई। बस कंडक्टर से लूट करने वाले मुख्य आरोपी गौरव के पैर में गोली लगी। उसको इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है। उसका साथी शुभम अंधेरे में पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। पुलिस मामले में एक आरोपी को पहले गिरफ्तार कर चुकी है। पढ़ें पूरी खबर