यूक्रेन का दावा-रूस और क्रीमिया को जोड़ने वाला ब्रिज उड़ाया:1100KG विस्फोट का इस्तेमाल किया; ब्रिज पर 3 साल में तीसरी बार हमला

यूक्रेन की सिक्योरिटी सर्विस (SBU) ने दावा किया है कि उसने रूस और क्रीमिया को जोड़ने वाले कर्च ब्रिज को उड़ा दिया है। इस हमले में 1100 किलो विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया। यह हमला मंगलवार सुबह कर्च स्ट्रैट पर किया गया। इसके लिए कई महीने प्लानिंग की गई थी। SBU ने कहा- हमने 2022 और 2023 में भी क्रीमिया पुल पर दो बार हमला किया था। आज हमने फिर से इसे निशाना बनाया। यह ब्रिज अब इमरजेंसी हालात में है। SBU ने इसका वीडियो भी शेयर किया, जिसमें पुल के एक पिलर के पास विस्फोट होता नजर आ रहा है। हालांकि, रूसी मिलिट्री ब्लॉगर्स ने दावा किया कि यह हमला नाकाम रहा। रूसी अधिकारियों ने बताया कि पुल को तीन घंटे के लिए बंद किया गया था, लेकिन अब यह सामान्य रूप से काम कर रहा है। 2014 में बना था कर्च ब्रिज
कर्च ब्रिज को साल 2014 में रूस ने क्रीमिया पर कब्जे के बाद 21 हजार करोड़ रुपए की लागत से बनाया था। 19 किमी लंबे रोड वे ब्रिज को आम लोगों के लिए 2018 में खोला गया था, इसके दो साल बाद रेलवे ब्रिज पर आवाजाही शुरू हुई थी। यह रूस के ट्रांसपोर्ट को क्रीमिया से जोड़ने वाला एकमात्र सीधा रास्ता है। यह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का एक प्रमुख प्रोजेक्ट है। पुल में सड़क और रेल रूट अलग-अलग हैं, जो कंक्रीट के खंभों पर टिके हैं और समुद्र के बीच में स्टील के मेहराबों से जुड़े हैं। फरवरी 2022 में यूक्रेन पर हमले के दौरान रूस ने इस पुल का इस्तेमाल क्रीमिया पहुंचने और फिर यूक्रेन के खेरसॉन और ज्पोरिजिया क्षेत्रों पर कब्जा करने के लिए किया था। दो दिन पहले तुर्किये में मिला था रूस-यूक्रेन का डेलिगेशन रूस और यूक्रेन की बीच सोमवार को तुर्किये से इस्तांबुल में दूसरे दौर की शांति वार्ता हुई थी। दोनों देश गंभीर रूप से घायल और बीमार युद्धबंदियों की अदला-बदली पर सहमत हो गए। इसके साथ ही दोनों पक्ष 6,000-6,000 मारे गए सैनिकों के शव भी वापस लौटाएंगे। यूक्रेन के रक्षा मंत्री रुस्तम उमेरोव ने कहा कि हम सभी युद्धबंदियों की रिहाई और सभी दिव्यांग बच्चों और कैदियों की वापसी चाहते हैं। वहीं, रूसी प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख व्लादिमीर मेंडिस्की ने कहा- इस समझौते के तहत गंभीर रूप से घायल और 18 से 25 साल के युवा सैनिकों की भी अदला-बदली की जाएगी। यह वार्ता ऐसे वक्त में हुई जब कुछ घंटे पहले ही यूक्रेन ने रूस के साइबेरिया में बड़े पैमाने पर ड्रोन हमला किया। इस बारे में पूछे जाने पर रूसी प्रतिनिधिमंडल ने कहा था कि कल का इंतजार कीजिए।