भरतपुर में अस्पताल के कर्मचारी की करंट लगने से मौत:परिजन बोले- कारण छिपा रहा मैनेजमेंट, पुलिस दबाव बना रही; धरने पर बैठे

अस्पताल में हेल्पर का काम करने वाले 44 साल के व्यक्ति की मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल प्रशासन उन्हें गुमराह कर मौत की वजह छिपा रहा है। आरोप है कि पुलिस उनका साथ देने की बजाय परिजनों को ही धमका रही है। मामला भरतपुर के कोतवाली थाना इलाके के मुखर्जी नगर का है। आरोप यहां स्थित जिंदल हॉस्पिटल मैनेजमेंट पर लगाए गए हैं। मामले को लेकर हॉस्पिटल प्रबंधक लोकेश जिंदल ने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। कोतवाली SHO विनोद मीणा ने कहा- जिंदल हॉस्पिटल के कर्मचारी रोशन सिंह (44) के काम करते समय करंट लग गया। उसका जिंदल हॉस्पिटल में इलाज भी करवाया गया। लेकिन, इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। हॉस्पिटल एम्प्लॉई रोशन के परिजन अस्पताल प्रशासन से मुआवजे की मांग कर रहे हैं। समझाइश जारी है। बिलखते परिजन अस्पताल के बाहर धरने पर परिवार मौत का कारण छिपाने का आरोप आरोप: रोशन से मिलने नहीं दिया दीपक निवासी जघीना गेट ने बताया की मेरा चचेरा भाई रोशन सिंह जिंदल हॉस्पिटल में हेल्पर का काम करता था। उसकी 3 दिन पहले अस्पताल प्रशासन से बहसबाजी हुई थी। जिस पर अस्पताल प्रशासन के लोगों ने उसे देख लेने की धमकी दी थी। आज सुबह करीब 8 बजे हमारे पास अस्पताल से फोन आया कि रोशन की अचानक तबीयत खराब हो गई है। जिसके बाद हम सभी अस्पताल पहुंचे। हमें काफी देर तक रोशन से मिलने नहीं दिया गया। कुछ देर बाद हमें बताया गया कि रोशन की मौत हो चुकी है। बोले- बहाने बना रहा मैनेजमेंट दीपक ने बताया- जब हमने अस्पताल प्रशासन से उसकी मौत के कारणों के बारे में पूछा तो, कभी उन्होंने कहा कि उसे काम करते समय करंट लगा था। कभी वह तबीयत खराब होने का बहाना बना रहे हैं। हमारी मांग है कि हमें रोशन की मौत के कारणों के बारे में बताया जाए। जिंदल हॉस्पिटल के प्रशासन ने कोतवाली थाना पुलिस को मौके पर बुलाया है। पुलिस हॉस्पिटल प्रशासन की बातों में आकर हमें ही धमका रही है।