बिसाऊ में सड़कों की हालत पर फूटा जन आक्रोश:व्यापारियों ने किया विरोध प्रदर्शन, सड़क निर्माण में गुणवत्ता की अनदेखी आरोप

कस्बे में चल रहे सड़क निर्माण कार्य में कथित अनियमितताओं और घटिया सामग्री के उपयोग को लेकर जन आक्रोश फूट पड़ा है। संयुक्त व्यापार मंडल के दर्जनों दुकानदारों और स्थानीय नागरिकों ने बस स्टैंड पर विरोध प्रदर्शन कर प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जताई। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि सड़क निर्माण में गुणवत्ता के मानकों की अनदेखी की जा रही है और केवल खानापूर्ति के लिए काम किया जा रहा है। व्यापारियों का कहना है कि बाजार और मुख्य सड़कों पर आधा इंची माल डालकर जल्दबाजी में रोड बनाई जा रही है, जो पहली ही बारिश में पूरी तरह से खराब हो जाएगी। व्यापारियों ने इसे खुला भ्रष्टाचार बताते हुए ठेकेदार और संबंधित विभाग की मिलीभगत का भी आरोप लगाया। सड़कें बनी उबड़-खाबड़, आने-जाने में परेशानी प्रदर्शन में शामिल विशाल कश्यप ने बताया कि बाजार के अंदर रोड की हालत बेहद खराब है। बारिश के दिनों में पानी भर जाता है और सड़कें कीचड़ से लथपथ हो जाती हैं। "अब जो सड़क बनाई जा रही है, उसमें भी आधे इंच की परत डालकर सिर्फ दिखावा किया जा रहा है। ये सड़क एक बरसात भी नहीं झेल पाएगी," उन्होंने कहा। कश्यप ने बताया कि सड़क पर पानी निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है। नतीजतन, बरसात के दिनों में दुकानों में पानी भरने की नौबत आ जाती है, जिससे व्यापारी वर्ग को भारी नुकसान होता है। उन्होंने निर्माण कार्य की जांच की मांग करते हुए कहा कि जनता के टैक्स का पैसा इस तरह बर्बाद नहीं होना चाहिए। व्यापारियों ने उठाई जांच की मांग संयुक्त व्यापार मंडल ने इस मामले को लेकर प्रशासन को ज्ञापन देने की तैयारी भी शुरू कर दी है। व्यापारियों का कहना है कि अगर जल्द ही गुणवत्तापूर्ण सड़क निर्माण का कार्य शुरू नहीं हुआ और दोषियों पर कार्रवाई नहीं की गई, तो उग्र आंदोलन किया जाएगा। घटिया सामग्री का आरोप, निर्माण कार्य पर उठे सवाल प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि निर्माण में जिस डामर और बजरी का उपयोग हो रहा है, वह बेहद निम्न स्तर की है। एक दुकानदार ने कहा, "सड़क पर चलने से ही पता चल जाता है कि सामग्री सही नहीं है। ठेकेदार बिना किसी निगरानी के मनमाने ढंग से निर्माण कर रहा है।"