फटेहाल जिम्नास्टिक हॉल:स्पोर्ट्स काउंसिल कोचिंग कैम्प; फटे इक्विमेंट पर प्रैक्टिस कर रहे खिलाड़ी

सरकारी खजाने से करोड़ों रुपए हर साल बजट में खेल और खिलाड़ियों के लिए जारी किए जाते हैं। हर साल बजट में खेल इक्विपमेंट वगैरह में नई-नई घोषणाएं होती हैं, लेकिन कितनी अमल में आती हैं और वाकई में कितना पैसा इन योजनाओं पर खर्च होता है। इसका एक नजारा सवाई मानसिंह स्टेडियम में चल रहे सेंट्रल कोचिंग कैम्प के जिमनास्टिक हॉल में देखने को मिला। भास्कर जब कैम्प का जायजा लेने जिमनास्टिक हॉल में पहुंचा, तो नजारा फटेहाल था। लैंडिंग मैट फटेहाल, पॉमेल हॉर्स की हालत खस्ता। इतना ही नहीं काफी संख्या में मैट भी फटे हुए थे। सामान पूरी तरह से तितर-बितर था। जिमनास्टिक हॉल कम स्टोर रूम ज्यादा नजर आ रहा था। ये बच्चे ले रहे कैम्प में हिस्सा जिमनास्टिक कैम्प में 10 बॉयज और 10 गर्ल्स को चुना गया था, लेकिन बॉयज में 2 बच्चे नहीं पहुंचे। गर्ल्स में भी एक बच्ची नहीं पहुंची, तो उसकी जगह जयपुर की भूमि को रिप्लेस किया गया। तेजस और टेसू प्रजापति बहन-भाई हैं। कोच अनूप कुमार शर्मा और मेधा पटेल कैम्प ले रहे हैं। बॉयज : तेजस, नेतृत्व, रणवीर, सिद्धार्थ, योगेश, पिंटू, विष्णु, नीरज, विशाल। गर्ल्स : टेसू, पारुल, यशस्वी, वैदेही, संजना, अंजू, तुलसी, सलामी, भूमि। पूरे हॉल में पेंट के निशान लगे थे; कभी इस हॉल में पेंट किया गया होगा, लेकिन ठेकेदार ने इसकी सफाई नहीं की। पूरे हॉल में दीवारों और फर्श पर पेंट के निशान थे। इसी के कारण काफी इक्विपमेंट भी उपयोग में नहीं आ पा रहे हैं। नहीं चल रहे थे एग्जॉस्ट फैन; इस जिमनास्टिक हॉल में करीब 15-16 एग्जॉस्ट फैन लगे हुए हैं, लेकिन चल एक-दो ही रहे थे। बच्चे गर्मी से परेशान थे। जब स्पोर्ट्स काउंसिल सचिव राजेन्द्र सिंह सिसोदिया ने कोच अनूप कुमार शर्मा से पूछा तो उन्होंने कहा- ज्यादातर एग्जॉस्ट फैन खराब हैं, इसलिए नहीं चल रहे। इस पर सचिव ने एईएन बाजिया को फोन लगाया और उनसे इस पर जवाब मांगा।’