दिलावर बोले-डोटासरा विधायक पद से इस्तीफा देते:शिक्षा मंत्री ने कहा-कमेटी से इस्तीफा मायने नहीं रखता, वे विधानसभा में रूचि नहीं रखते

शिक्षामंत्री मदन दिलावर अपने एक दिवसीय दौरे के दौरान नागौर थे। नागौर जिले की अलग-अलग विधानसभा में उन्होंने लोगों से चर्चा की। इसके साथ ही अधिकारियों के साथ भी बैठक की। इस दौरान भास्कर से बातचीत में उन्होंने गोविंद डोटासरा पर निशाना साधते हुए कहा- कमेटी से इस्तीफा देना मायने नहीं रखता है। उन्हें विधायक पद से इस्तीफा देना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने 12वीं बोर्ड के रिजल्ट, नए पेपर सैट पैटर्न और टीचर्स के ट्रांसफर को लेकर भी बातचीत की। सवाल: इस बार के परीक्षा परिणाम को किस रूप में देखते हैं? मंत्री : हमारे स्टूडेंट्स बहुत मेहनत कर रहे हैं। आने वाली पीढ़ियां भी मेहनत करके अच्छे नंबर प्राप्त करेगी। सवाल: विधानसभा अध्यक्ष पर मनमानी का आरोप लगाते हुए गाेविंद सिंह डोटासरा ने विधानसभा की प्राक्कलन समिति से इस्तीफा दिया है ? मंत्री : उनको इस्तीफा देना था तो विधानसभा अध्यक्ष के पास जाकर बोलते कि विधायक पद से इस्तीफा दे रहा हूं। उन्होंने कमेटी से इस्तीफा दिया है, ये ज्यादा मायने नहीं रखता है। क्योंकि वो विधानसभा में रुचि ही नहीं रखते हैं, इसलिए पिछले कई दिनों से विधानसभा जा भी नहीं रहे हैं। इससे अच्छा तो स्पीकर से मिलकर विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे देते। सवाल : प्रदेश की स्कूलों और आगामी बोर्ड परीक्षाओं को लेकर किस प्रकार की तैयारी रहेगी ? मंत्री : रिजल्ट में नवाचार तो होते ही रहते हैं। जिस तरह टेक्नोलॉजी बढ़ रही है तो नवाचारों की जरूरत तो है। हम कोशिश कर रहे हैं कि पेपर लीक होने के समाचार ना आएं। मैंने माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को निर्देश दिए हैं कि पेपर सेट करने के लिए पाठ्यक्रम को कुछ खंडों में विभक्त किया जाए। उन अलग-अलग खंड का अलग-अलग पेपर तैयार होगा फिर उसे एक जगह असेंबल करने के बाद परीक्षार्थी तक पहुंचे। सवाल : शिक्षा विभाग में डीपीसी प्रस्तावित है और इसके अलावा क्या कुछ विभागीय योजनाएं हैं ? मंत्री : पूर्ववर्ती सरकार ने गत 5 साल तक शिक्षा विभाग के किसी भी प्रकार के अधिकारी-कर्मचारी की कोई पदोन्नति नहीं की। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पद संभालते ही ये निर्देश दिए कि शिक्षा विभाग के सभी पदों पर डीपीसी करना चाहिए। हमने थर्ड ग्रेड को छोड़कर लगभग सभी की डीपीसी की है। लगभग 28 हजार पदों पर डीपीसी कर चुके हैं और लगभग 21 हजार की डीपीसी करके उनके पदस्थापन करेंगे।