ट्राइफेड खरीदेगा राजीविका के उत्पाद:पिंडवाड़ा की महिला समूहों को मिलेगा बड़ा बाजार, हर्बल साबुन और सहजन पाउडर की बढ़ी मांग

पिंडवाड़ा के आदिवासी क्षेत्र में राजीविका के महिला समूहों को अब अपने उत्पादों का बेहतर बाजार मिलने वाला है। ट्राइफेड ने इन समूहों से उत्पादों की सूची और सैंपल मांगे हैं। पिंडवाड़ा ब्लॉक की महिलाएं स्थानीय संसाधनों से विभिन्न उत्पाद बना रही हैं। मार्च में भारत सरकार की डाक सचिव वंदिता पॉल ने यहां का दौरा किया था। महिला समूहों ने उनके समक्ष मार्केटिंग की समस्या रखी थी। उपखंड अधिकारी ने सुझाव दिया कि टीएडी के जनजाति छात्रावासों में इन उत्पादों की आपूर्ति की जा सकती है। इस पर डाक सचिव ने सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया था। पलाश हर्बल शॉप-पिंडवाड़ा की शुरुआत उपखंड अधिकारी की प्रेरणा से हुई। होली पर हर्बल गुलाल की अच्छी बिक्री ने इसे और बल दिया। ब्लॉक परियोजना प्रबंधक मनोज मीणा के अनुसार अन्य राज्यों से भी साबुन की मांग आ रही है। एसडीएम मनसुख डामोर ने बताया कि पलाश हर्बल शॉप के उत्पादों की मांग बढ़ रही है। वर्तमान में साबुन का निर्माण मैन्युअल तरीके से किया जा रहा है। महिला समूह सहजन (मोरिंगा) पत्ती का पाउडर भी बना रहे हैं। यह मोटापा और डायबिटीज को नियंत्रित करने में मददगार है और इम्यूनिटी बढ़ाता है। बड़े शहरों में इसकी अच्छी मांग है।