गाजीपुर में सोनम को पुलिस दौड़ाते हुए अस्पताल ले गई:ढाबा संचालक से बोली- लुटेरों ने पति को मारा; शिलॉन्ग पुलिस अपने साथ ले जाएगी

गाजीपुर में सोनम को पुलिस दौड़ाते हुए अस्पताल ले गई:ढाबा संचालक से बोली- लुटेरों ने पति को मारा; शिलॉन्ग पुलिस अपने साथ ले जाएगी
इंदौर की सोनम रघुवंशी 17 दिन बाद यूपी के गाजीपुर में एक ढाबे पर बदहवास हालत में मिली। उसे वन स्टॉप सेंटर में पुलिस की निगरानी में रखा गया है। सोनम ने काले रंग की टी-शर्ट और लोअर पहन रखा है। बाल बिखरे हुए हैं। ऐसा लग रहा है कि वह कई दिनों से सोई नहीं है। सोनम अपने पति राजा रघुवंशी के साथ मेघालय हनीमून पर गई थी। उस पर आरोप है कि उसने सुपारी देकर पति राजा रघवुंशी की हत्या कराई। 2 जून को सर्च ऑपरेशन के दौरान ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा का शव मिला था। हालांकि, उस समय सोनम का पता नहीं चला था। सोनम की तलाश में पुलिस सर्च अभियान चला रही थी। आज यानी 9 जून को वह मेघालय से करीब 1100 किलोमीटर दूर गाजीपुर में मिली। एक महिला इंस्पेक्टर ने उससे पूछा कि वो यहां तक कैसे पहुंची। जवाब में सोनम ने कहा- मुझे कुछ याद नहीं है। जहां सोनम मिली, उस ढाबा संचालक साहिल यादव से दैनिक भास्कर ने सबसे पहले बात की। उन्होंने बताया- रात 1 बजे सोनम ढाबे पर पहुंची और रोने लगी। कहने लगी कि भइया, घरवालों से बात करा दो। मैंने उसे अपने फोन से बात कराई और फिर पुलिस को फोन किया। साहिल का दूसरा बयान भी आया है। उसने कहा, सोनम बता रही थी कि शिलॉन्ग में उसके पति राजा रघुवंशी गहने चोरी कर रहे बदमाशों से भिड़ गए थे। इसी दौरान लुटेरों ने उन्हें मार दिया। सोनम के भाई और परिजन गाजीपुर पहुंचे गए हैं। उन्होंने दैनिक भास्कर से कहा, जब तक सोनम से मुलाकात नहीं हो जाती है, कुछ भी कह नहीं सकता। इस केस में सोनम के अलावा 5 आरोपियों को मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश के साथ अलग-अलग जगह रात भर डाली गईं रेड में पकड़ा गया। एमपी के बीना से आनंद को, इंदौर से राज कुशवाहा, विशाल ठाकुर, आकाश राजपूत और यूपी के ललितपुर से आकाश लोधी को हिरासत में लिया गया। विशाल भी ललितपुर का रहने वाला है। मेघालय पुलिस की एक टीम गाजीपुर के सखी-वन स्टॉप सेंटर पहुंची, जहां सोनम रघुवंशी को रखा गया है। अब उसका मेडिकल हो रहा है। गाज़ीपुर पुलिस वाराणसी बॉर्डर तक पहुंचाएगी, वहां से मेघालय पुलिस अपनी सुरक्षा में आगे ले जाएगी। 3 फोटोज... अब ढाबा संचालक के 2 बयान पढ़िए- पहला- मेरा नाम साहिल यादव है। मैं यहां काशी ढाबा नाम का ये होटल चलाता हूं। रविवार की देर रात एक बजे के करीब एक लड़की यहां पर आई और आते ही उसने मुझसे कहा-क्या तुम मुझे अपना मोबाइल दोगे, मुझे अपने परिवार वालों से बात करनी है। मैंने उसे अपना मोबाइल दे दिया, उसने मोबाइल से अपने भाई को कॉल किया। जैसे ही भाई ने फोन उठाया तो वह जोर-जोर से रोने लगी। उसने बताया कि वह एक ढाबे पर है। इसके बाद कॉल कट गई, वह रो रही थी। हमने उसे अपने होटल से आगे ले जाकर एक चारपाई पर बैठाया, वह किसी से बात नहीं कर रही थी। हमारी फैमिली की कुछ महिलाओं ने उसे समझाने की कोशिश की। उससे उसका हाल चाल भी पूछ रही थीं, लेकिन वो कुछ बता नहीं रही थी वह गुमसुम सी थी। थोड़ी देर बाद सोनम के भाई की मेरे पास फिर कॉल आई। उन्होंने अपनी बहन के बारे में पूछा तो मैंने उनकी हालत बता दी। इसके बाद उन्होंने कहा- आप पुलिस को फोन कर दो। कॉल कटने के तुरंत बाद मैंने डॉयल-112 पर फोन कर दिया। कुछ देर बाद पुलिस आ गई, पुलिस ने लड़की से पूछताछ शुरू की जिसमें उसने अपना नाम सोनम रघुवंशी बताया। इसके बाद पुलिस समझ गई मामला इंदौर से जुड़ा है। पुलिस उसे अपने साथ लेकर चली गई। करीब डेढ़ से दो घंटे तक वह यहां रही। दूसरा- सोनम को कुर्सी पर बैठाने के आधे घंटे बाद पूछा था कि दीदी क्या हुआ।? इस पर सोनम ने बताया कि मई में शादी हुई थी। मेघालय घूमने गए थे। बीच रास्ते में गहने चोरी करते टाइम उनके पति बचाव कर रहे थे। इसी दौरान उन्हें मार दिया गया। सोनम ने बिस्कुट खाया, चाय पी और सो गई गाजीपुर वन स्टॉप सेंटर की इंचार्ज प्रियंका प्रजापति ने बताया- सुबह 5 बजे पुलिस सोनम को गाजीपुर वन स्टॉप सेंटर लेकर आई थी। वह बहुत थकी हुई थी और नींद में थी। यहां आते ही वह सो गई। स्टाफ के लोगों ने उसे नाश्ता करने के लिए कहा, तो उसने मना कर दिया। उसने सिर्फ चाय और बिस्किट लिए। उसके बाद वह फिर से सो गई। सोनम के शरीर पर किसी तरह के चोट के निशान नहीं हैं। परिजनों के आने का इंतजार किया जा रहा है। उनके आते ही महिला का मेडिकल कराकर उसे पुलिस के हवाले कर दिया जाएगा। पुलिस ने ढाबा संचालक से पूछताछ की गाजीपुर पुलिस की टीम सुबह ढाबे पर पहुंची। पुलिस ने सबसे पहले ढाबा संचालक साहिल यादव से पूरी घटना की जानकारी ली। पुलिस ने उस महिला से भी बातचीत की, जिसने सोनम को ढांढस बंधाया था। महिला ने बताया कि सोनम काफी डरी हुई थी। ठीक से बोल भी नहीं पा रही थी। सोनम के भाई गाजीपुर पहुंचे, हाथ जोड़कर कहा- 72 घंटों से जाग रहा हूं मुख्य आरोपी सोनम रघुवंशी के भाई गोविंद और उनके मामा गाजीपुर पहुंचे। मीडिया ने बयान लेने के लिए उन्हें घेर लिया। गोविंद ने हाथ जोड़ लिए। कहा, जब सोनम ने मुझे फोन किया, तो मैं भावुक हो गया, और बाद में पुलिस को सूचना दी। जब तक मैं उससे (सोनम) नहीं मिल जाता, मैं कुछ नहीं कह सकता। पिछले 72 घंटों से मैं जाग रहा हूं। गोविंद की सोनम से मुलाकात नहीं हो पाई। गोविंद ने कहा कि मेरी बहन सोनम ने गलती की हो, वह इस हत्या में शामिल हो तो उसे फांसी की सजा दे दी जाए। एडीजी बोले- सोनम से पूछताछ नहीं की गई यूपी के एडीजी कानून व्यवस्था अमिताभ यश ने कहा- सोनम रघुवंशी ने सुबह करीब 3 बजे अपने परिजन को फोन कर बताया कि वह वाराणसी-गाजीपुर मुख्य मार्ग पर काशी ढाबे पर है। गाजीपुर पुलिस उसे अस्पताल ले गई और फिर गाजीपुर के वन स्टॉप सेंटर ले गई। इस मामले की जांच के लिए मेघालय पुलिस इंदौर में मौजूद थी। गाजीपुर पहुंचते ही सोनम रघुवंशी को मेघालय पुलिस को सौंप दिया जाएगा। यूपी पुलिस ने सोनम रघुवंशी से पूछताछ नहीं की है। SP बोले- सोनम बयान देने की स्थिति में नहीं गाजीपुर SP डॉ. ईरज राजा का कहना है-सोनम अभी भी बयान देने की स्थिति में नहीं है। वह लंबे समय से सोई भी नहीं है। उसे गाजीपुर के वन स्टॉप सेंटर में महिला पुलिस की निगरानी में रखा गया है। SP ने कहा कि पुलिसकर्मियों को गश्त के दौरान काशी ढाबा पर एक महिला बदहवास हालत में दिखी। इसके बाद उन्होंने तुरंत थाना प्रभारी को सूचना दी। थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर महिला से पूछताछ की, जिसमें पुष्टि हुई कि यह वही सोनम रघुवंशी है, जो अपने पति के साथ लापता हुई थी। जिसकी तलाश दूसरे राज्य की पुलिस कर रही थी। यह मामला दूसरे प्रदेश से जुड़ा हुआ है, इसलिए जब तक वहां की पुलिस नहीं पहुंचती, तब तक गाजीपुर पुलिस कोई कानूनी कार्रवाई नहीं कर सकती। गाजीपुर कैसे पहुंची सोनम...5 पॉइंट पर पुलिस की जांच अब पढ़िए सोनम के पिता और मां ने क्या कहा- मेघालय डीजीपी बोले- पेशेवर हत्यारों को सुपारी देकर मर्डर कराया मेघालय डीजीपी आई नोंगरांग ने बताया कि पत्नी ने ही पेशेवर हत्यारों को सुपारी देकर मर्डर कराया था। वहीं, मेघालय के सीएम कोनराड संगमा ने X पोस्ट में जानकारी दी कि वारदात में शामिल तीन हमलावरों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। हमलावर मध्यप्रदेश के ही रहने वाले हैं। फिलहाल एक अन्य हमलावर की तलाश जारी है। मेघालय के गाइड ने बताया था- दंपती के साथ तीन लोग थे शिलॉन्ग के एक गाइड ने दावा किया था कि जिस दिन राजा और सोनम लापता हुए, उस दिन उनके साथ तीन अन्य युवक भी थे। मावलाखियात के गाइड अल्बर्ट पैड ने पुलिस को बताया था कि राजा और सोनम को तीन पर्यटकों के साथ 23 मई सुबह 10 बजे नोंग्रियात से मावलाखियात के बीच देखा गया। अल्बर्ट ने कहा कि वह इंदौर के दंपती को पहचानते हैं, क्योंकि उन्होंने एक दिन पहले उन्हें नोंग्रियात तक चढ़ने के लिए अपनी सेवाएं देने की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने मना कर दिया था। उन्होंने दूसरे गाइड वानसाई को की सेवाएं ली थीं। उन्होंने बताया कि चारों आगे चल रहे थे, जबकि सोनम पीछे थी। वे चारों हिंदी में बात कर रहे थे, लेकिन मैं समझ नहीं पाया कि वे क्या बोल रहे थे, क्योंकि मैं केवल खासी और अंग्रेजी ही जानता हूं। उन्होंने बताया कि उन लोगों ने शिपारा होम स्टे में रात बिताई और अगले दिन बिना गाइड के ही लौट आए। 20 मई को शिलॉन्ग के लिए निकले थे राजा-सोनम राजा और सोनम रघुवंशी की शादी 11 मई को हुई थी। वे 20 मई को हनीमून के लिए शिलॉन्ग के लिए रवाना हुए। पहले उन्होंने गुवाहाटी में मां कामाख्या के दर्शन किए। यहां से 23 मई को मेघालय के शिलॉन्ग रवाना हुए। शुरुआत में परिवार की दोनों से बात होती रही, फिर संपर्क टूट गया। राजा के भाई विपिन ने बताया कि 24 मई से दोनों के मोबाइल बंद हो गए तो चिंता होने लगी। मैं और सोनम के भाई गोविंद 25 मई को इंदौर से कार से भोपाल गए। वहां से फ्लाइट से दिल्ली और फिर गुवाहाटी पहुंचे। यहां से कार से शिलॉन्ग आए। फिर टैक्सी से सोरा गए। हमने वहां पहुंचते ही सर्चिंग शुरू कर दी। यहां मोपेड किराए पर देने वाला अनिल मिला। वह उस स्पॉट पर ले गया, जहां राजा की किराए की मोपेड मिली थी। इसके बाद उसी मोपेड से सोरा थाने पहुंचे। यहां 8 पुलिसवाले ही हैं। उनके पास हथियार भी नहीं। इनमें से एक ने भी हमारी बात नहीं सुनी। हमें नसीहत दी कि और ढूंढिए, मिल जाएंगे। हम अगले दिन सुबह से फिर उनकी तलाश में जुट गए। कुछ लोगों को फोटो दिखाए। पूछताछ करते-करते सोरा के होटल तक पहुंचे। होटल के मैनेजर ने बताया कि दोनों सुबह 5.30 बजे चेक आउट कर चले गए। हमें यहीं शक हुआ कि कोई कपल कहीं घूमने आया है और उसकी नई शादी हुई है, वह सुबह 5.30 कैसे चेकआउट कर सकता है। सर्चिंग के नाम पर पूछताछ कर रही थी पुलिस राजा के भाई ने आगे बताया- होटल के बाद हम सोरा थाने पहुंचे। यहां पुलिस ने केस दर्ज करने के बजाय शिकायती आवेदन ले लिया। वे सर्चिंग के नाम पर कुछ लोगों से पूछताछ कर रहे थे। हमें यहां के दुकानदारों ने अलर्ट कर दिया था। शिलॉन्ग में किसी तरह का खतरा नहीं, लेकिन सोरा में रुकना खतरे से खाली भी नहीं। दरअसल, शिलॉन्ग से लगभग 80 किलोमीटर की दूरी पर सोरा ग्रामीण इलाका है। यहां के लोग पहाड़ियों में रहते हैं। इसी रास्ते से पर्यटक डबल डेकर ब्रिज के लिए जाते हैं। यहां करीब 4 हजार सीढ़ियां उतरकर होटल हैं। जहां सुरक्षा के नाम पर न गार्ड है, न पुलिस। यहां सीसीटीवी कैमरे भी नहीं लगे हैं। सीएम और सांसद की मदद के बाद आई तेजी विपिन ने बताया कि 2 दिन बाद जब सीएम डॉ. मोहन यादव और सांसद शंकर लालवानी के साथ प्रदेश की तरफ से मेघालय सरकार से बात की गई तो वहां सर्चिंग और अन्य चीजों में मदद मिली। शिलॉन्ग से कुछ अफसर आए। वे उस होटल तक गए, जहां पर राजा-सोनम रुके थे। फिर दो दिन तक उस 5 किलोमीटर के क्षेत्र की लोकेशन पर तलाशी करते रहे, जहां किराए की स्कूटी मिली थी। विपिन ने कहा- राजा और सोनम से आखिरी बार बातचीत जिस दिन वे गुम हुए, उस दिन 01:43 पर हुई थी। सोरा के डबल डेकर (लिविंग रूट) घूमने के लिए राजा ने एक गाइड को लिया था, वे नीचे गए और घूमकर ऊपर आए। वापसी के वक्त उन लोगों के साथ बातचीत हुई थी। राजा ने बताया था कि एक जगह कॉफी पी, लेकिन कॉफी अच्छी नहीं लगी तो फेंक दी और अब वे केले खा रहे हैं। इसके बाद लौटेंगे। गाइड और चाय-कॉफी वाले से की पूछताछ विपिन ने बताया कि जिस दिन राजा और सोनम गायब हुए, उस दिन दोपहर डेढ़ बजे से करीब सवा दो बजे के बीच उनका मोबाइल बंद हुआ। होटल कर्मचारी ने उनके सुबह-सुबह होटल छोड़ने की बात कही थी। गाइड और फिर कॉफी वाला... इन तीन लोगों से विपिन और गोविंद को वहां की पुलिस ने बात ही नहीं करने दी। उन्हें सामान्य तौर पर पूछताछ करते हुए जाने दिया जबकि उनकी बातों से उन पर शुरुआत से ही शंका हो रही थी। 80 फीसदी लोग आसपास से आते हैं घूमने विपिन ने बताया कि हमने शिलॉन्ग में कई लोगों से बात की। उनके मुताबिक सोरा में लोकल गैंग ही वारदातें करती हैं। शिलॉन्ग, सोरा और आसपास के इलाकों में 80 प्रतिशत पर्यटक आसपास के प्रदेश और शहरों से आते हैं। उनके साथ कभी वारदात नहीं होती है। मध्यप्रदेश, राजस्थान, पंजाब और विदेशों से आने वाले पर्यटक ही अधिकतर वहां हादसे का शिकार हुए हैं। उनके साथ लूटपाट भी होती है, लेकिन वह शिकायत नहीं करते हुए सीधे निकल जाते हैं। यहां की पुलिस उनकी सुनवाई नहीं करती। उन्हें भी शिलॉन्ग के लोगों ने सोरा में रुकने से मना कर दिया था इसलिए शिलॉन्ग से हर दिन टैक्सी लेकर आना-जाना करते हैं। मामले से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें... इंदौर के हनीमून कपल का शिलॉन्ग में CCTV फुटेज मिला इंदौर के साकार नगर में रहने वाले राजा रघुवंशी और उनकी पत्नी सोनम का एक CCTV फुटेज सामने आया है, जिसमें दोनों शिलॉन्ग के होटल के रिसेप्शन पर नजर आ रहे हैं। उन्होंने 22 मई की शाम को होटल से चेकआउट किया। उधर, परिजन ने सोनम को अगवा कर बांग्लादेश ले जाने की आशंका जताई है। राजा के मर्डर की जांच सीबीआई से कराने की मांग भी की है। पढ़ें पूरी खबर...