केंद्रीय कर्मचारियों को इलाज मिलना और आसान हुआ:सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम में 5 बड़े बदलाव; अस्पताल में लाइन में लगने की जरूरत नहीं

अगर आप या आपके परिवार में कोई CGHS (सेंट्रल गवर्नमेंट हेल्थ स्कीम) का लाभार्थी है, तो अब योजना के तहत इलाज करना और आसान हो गया है। केंद्र सरकार ने CGHS को पूरी तरह डिजिटल और ज्यादा सुविधाजनक बनाने के लिए 2025 में 5 बड़े बदलाव किए हैं। नए बदलावों के बाद इलाज के लिए लाइन में लगने, पेमेंट स्लिप ले जाने या बार-बार डॉक्यूमेंट दिखाने की जरूरत नहीं होगी। 1.नया HMIS पोर्टल और मोबाइल एप स्वास्थ्य मंत्रालय ने नया HMIS पोर्टल (www.cghs.mohfw.gov.in) और my CGHS मोबाइल एप लॉन्च किया है। इससे आप घर बैठे अपॉइंटमेंट बुकिंग, ई-कार्ड डाउनलोड, मेडिकल रिपोर्ट्स देखना जैसी सुविधा का लाभ अपने मोबाइल पर ले सकते हैं। 2.PAN आधारित यूनिक CGHS ID अब लाभार्थी को PAN कार्ड से लिंक्ड यूनिक CGHS ID मिलेगी, जिससे धोखाधड़ी की संभावना खत्म होगी और परिवार के सभी रिकॉर्ड एक जगह मिलेंगे। पहले हर बार कार्ड रिन्यू के लिए पुराने डॉक्यूमेंट दिखाने पड़ते थे, नई ID से बार-बार डॉक्यूमेंट दिखाने की जरूरत नहीं होगी। 3.डिजिटल पेमेंट की सुविधा अब CGHS की फीस या रिन्यूअल सिर्फ नए HMIS पोर्टल पर ही होगी। पुराना Bharatkosh पोर्टल बंद कर दिया गया है। इससे पेमेंट के तुरंत बाद वेरिफिकेशन होगा। पेमेंट के बाद CGHS ऑफिस में स्लिप ले जाने की जरूरत नहीं होगी। 4.लाइफ सेविंग मेडिकल डिवाइस की ऑनलाइन मंजूरी नए बदलावों में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, CPAP, BiPAP जैसी जरूरी मशीनों के लिए ऑनलाइन आवेदन और मंजूरी की सुविधा शुरू हुई है। पहले इसकी मंजूरी के लिए वेलनेस सेंटर जाकर कई बार आवेदन देना पड़ता था। अब 20 दिन की जगह 5 दिन में मंजूरी मिल सकती है। 5.हर स्टेप पर SMS और ईमेल अलर्ट अब CGHS से जुड़ा कोई भी काम हो चाहे आवेदन किया हो, मंजूरी मिली हो या पेमेंट वेरिफाई हुई हो हर स्टेप की जानकारी आपको SMS और ईमेल से मिल जाएगी। इसके बाद आपको बार-बार कॉल या CGHS दफ्तर जाकर पूछने की जरूरत नहीं। नए बदलावों का फायदा लेने के लिए ये 4 काम जरूरी