एग्जाम देते गिरफ्तार छात्रनेता बोले- आतंकवादियों जैसा व्यवहार किया:एक भाई को न्याय दिलाया, उसकी सजा दी जा रही; जयपुर में कोर्ट से मिली जमानत

पुलिस से हाथापाई के मामले में गिरफ्तार छात्र नेता निर्मल चौधरी को जमानत मिल गई है। कोर्ट में पेशी से पहले निर्मल चौधरी ने मीडिया को बताया- मेरे साथ आतंकवादियों जैसा व्यवहार किया जा रहा है। लोकतंत्र में यह सब ठीक नहीं हो रहा है। एक भाई को न्याय दिलाया उसके लिए मुझे सजा दी जा रही है। निर्मल चौधरी ने बताया- हम लोग जीत कर बाहर आए हैं। मैं सबसे पहले राहुल गांधी, कांग्रेस पार्टी, वरुण चौधरी का धन्यवाद देता हूं। उन लोगों ने दिल्ली से कांग्रेस पार्टी के लॉयर विमल त्यागी, जयपुर से मेघराज मीणा, विकास और रामकिशन को भेजा। जिससे मैं बाहर आ सका। दरअसल, जयपुर की गांधी नगर थाना पुलिस ने साल 2022 के एक मुकदमे में 21 जून को निर्मल चौधरी को राजस्थान यूनिवर्सिटी में परीक्षा केंद्र से गिरफ्तार किया था। सुबह करीब 9 बजे पुलिस ने निर्मल चौधरी को यूनिवर्सिटी से उठाया और गांधी नगर थाने लेकर गई। इसके बाद पुलिस ने निर्मल चौधरी को अलग थाने में रखा। रविवार को दोपहर ढाई बजे पुलिस ने निर्मल चौधरी को कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने पुलिस और निर्मल चौधरी के वकील की दलीलें सुनने के बाद प्रार्थना पत्र को स्वीकार करते हुए जमानत दे दी। साल 2022 में पुलिस से की थी हाथापाई
दरअसल, साल 2022 में निर्मल चौधरी ने तत्कालीन सीआई गांधीनगर नेमीचंद और एसीपी गांधीनगर मुकेश चौधरी के साथ हाथापाई की थी। इस दौरान नेमीचंद के हाथ में फ्रैक्चर हुआ था, जबकि मुकेश चौधरी के सिर पर चोट लगी थी। इस मामले में पुलिस ने कई छात्र नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। जांच में आरोप प्रमाणित पाए जाने पर 21 जून (शनिवार) को गिरफ्तार किया। दर्शन शास्त्र का पेपर देने आए थे निर्मल चौधरी
निर्मल चौधरी शनिवार को राजस्थान यूनिवर्सिटी में दर्शन शास्त्र का फोर्थ सेमेस्टर का पेपर देने पहुंचे थे। जैसे ही वे एग्जामिनेशन रूम में पहुंचे, यूनिवर्सिटी कैंपस में सिविल ड्रेस में मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें हिरासत में ले लिया था। इस दौरान वहां मौजूद संगरिया विधायक अभिमन्यु पूनिया को भी पुलिस ने हिरासत में लिया था। वे भी एग्जाम देने आए हुए थे। दोनों को डिटेन कर पुलिस पहले गांधी नगर थाने लेकर गई थी। यहां से अभिमन्यु पूनिया को पुलिस ने छोड़ दिया था। इसके बाद निर्मल चौधरी को मालवीय नगर थाने लेकर गए। कुछ देर बाद ही यहां से उन्हें सांगानेर सदर थाने में ले गए थे। पूरी खबर पढ़ें