ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने हनुमान बेनीवाल पर की टिप्पणी:कहा-विकास कोई भी कराए, 'नेताजी' को खुद का नाम छपवाने की आदत

ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने हनुमान बेनीवाल पर की टिप्पणी:कहा-विकास कोई भी कराए, 'नेताजी' को खुद का नाम छपवाने की आदत
ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के प्रमुख और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल पर जमकर कटाक्ष किया। बेनीवाल का नाम लिए बिना उन्होंने कहा- यहां विकास कोई भी कराए, लेकिन नेताजी को खुद का नाम छपवाने की आदत है। ऊर्जा मंत्री रविवार को नागौर जिले के हिलोड़ी गांव में 4 जीएसएस का उद्घाटन और 5 जीएसएस का शिलान्यास करने पहुंचे थे। इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा- विधानसभा उपचुनाव से पहले जब यहां आया था तो देखा था कि इस विधानसभा क्षेत्र में बिजली की समस्या है। हालत ये थे कि काम कोई भी करवाए लेकिन यहां के नेताजी को अपना नाम छपवाने की आदत है। यहां भाजपा सरकार काम कर रही है। जीएसएस खोलती है तो नेताजी नाम अपना लगवा देते हैं। नागौर के गांवों को बिजली की सौगात ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने आज नागौर के हिलोड़ी गांव में 1 करोड़ 40 लाख रूपए की लागत से तैयार 33/11 जीएसएस का उद्घाटन किया। इस दौरान खींवसर विधायक रेवंतराम डांगा, भाजपा जिलाध्यक्ष रामधन पोटलिया और सरपंच फोरम अध्यक्ष जगदीश बिड़ियासर भी मौजूद थे। कांग्रेस ने 5 साल में सिर्फ 3 जीएसएस बनवाए ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा। कहा-पिछली कांग्रेस सरकार ने 5 सालों में इस क्षेत्र में सिर्फ 3 जीएसएस बनवाए। पिछले 5 साल में प्रसारण तंत्र का कोई जीएसएस बनकर तैयार नहीं हुआ, इस वजह से लोड और ट्रिपिंग की समस्या बनी रही। आप लोगों को केवल गुमराह किया जाता था। बिजली के नाम पर सिर्फ वोट लिए जाते थे। कांग्रेस 1 लाख 39 लाख करोड़ का कर्जा छोड़कर गई है। प्रदेश सरकार ने कई नए जीएसएस बनाए और कई जीएसएस की क्षमता बढ़ाई है। अब नागौर जिले में तीन 220 केवी जीएसएस बनेंगे। 2027 से पहले पूरे राजस्थान में किसानों को दिन में बिजली देने का काम करने जा रहे हैं। किसानों को बिना ट्रिपिंग बिजली दे रही सरकार ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने कहा-किसानों को पर्याप्त और बिना ट्रिपिंग के बिजली दी जा रही है। किसानों की आमदनी दुगुनी करने का प्रयास कर रहे हैं। डेढ़ साल में हमने यहां 9 जीएसएस दिए हैं। अगले साढ़े 3 साल में सोचिए कितने जीएसएस बनेंगे। किसान दिनभर की थकान के बाद अब घर पहुंचता है तो परिवार के साथ बैठकर टीवी देखता है। हम खेत से लेकर मकान तक बिजली दे रहे हैं।