अगले वीक प्री मानसून की बारिश, 3-4 दिन झुलसेगा बाड़मेर:लू- थपेड़ों और उमस ने किया हाल बेहाल; प्रदेश में सबसे गर्म

रेगिस्तानी बाड़मेर में लू के थपेड़ों और उमस का कहर लगातार जारी है। लोगों का हाल बेहाल कर दिया है। दिन-रात में लोग पसीनें से तरबतर नजर आ रहे है। नौतपा के तीसरे दिन बाड़मेर का तापमान प्रदेश में सबसे ज्यादा 46.6 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने आगामी 2-3 तक भीषण गर्मी पड़ने की संभावना जताई है। वहीं बाड़मेर सहित पश्चिमी राजस्थान में जून माह से प्री-मानसून की बारिश होने की उम्मीद है। मंगलवार को जानपालिया गांव में तेज हवा के साथ बारिश होने से गांव में टीनशेड उड गए। वहीं पेड़ और लाइट के खंभे भी गिर गए। दरअसल, मई माह में इस बार अधिकतम तापमान 47.6 डिग्री पहुंच गया था। इसके बाद रविवार को अलसुबह से धूल के गुब्बारे छा गया। दिनभर छाए रहने से तापमान में 3.8 डिग्री गिर गया। लेकिन गर्मी व उमस ने हाल बेहाल कर दिए। सोमवार को धूल कम होने से तापमान में फिर बढ़कर 45.2 डिग्री पहुंच गया। मंगलवार को फिर तापमान में बढ़कर 46.6 डिग्री और न्यूनतम तापमान 33.4 डिग्री दर्ज किया गया। अधिकतम पारा प्रदेश में सबसे ज्यादा रहा है। अब लू के थपेड़ों के साथ-साथ उमस भी तेज हो गई है। बुधवार को सुबह 9 बजे से ही उमस और गर्मी से लोग बेहाल रहे। गर्मी की वजह से लोग घरों में ही दुबके रहे। वहीं ठंडे पेय पदार्थों का सेवन करते नजर आए। पिछले एक सप्ताह से बाड़मेर भीषण गर्मी की चपेट में है। आलम यह है कि भीषण गर्मी के आगे पंखे और कूलर भी फेल नजर आ रहे है। अब दिन के बाद रात भी लोगों को गर्मी से राहत नहीं मिल रही है। लू और उमस इतनी तेज रही कि लोग झुलसते नजर आए। हॉस्पिटल में 10 बेड आरक्षित जिले में तेज पड़ रही गर्मी पर प्रभावित जनजीवन को लेकर शहर के हॉस्पिटल प्रशासन ने उपचार को लेकर समुचित व्यवस्था की है। इससे की हीटवेव के मरीजों की जान बचाई जा सके। लेकिन अभी तक गर्मी से बीमार मरीज बहुत कम पहुंच रहे है। अधिकांश लोगों को गर्मी से बचाव को लेकर सर्तकर्ता बरतने पर इने गिने मरीज पहुंच रहे है। इनके उपचार के लिए डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल के मेडिकल वार्ड थ्री में दस बेड आरक्षित किए गए है।