SC की फटकार के बाद कोटा स्टूडेंट सुसाइड में FIR:मौत से पहले लड़के से मोबाइल पर बात की थी, दरवाजा काटने पर मिला था शव

कोटा में स्टूडेंट्स के बढ़ते सुसाइड मामले में सुप्रीम कोर्ट ने राजस्थान सरकार को फटकार लगाई थी। कोर्ट ने पूछा था- 'स्टूडेंट्स कोटा में ही क्यों आत्महत्या कर रहे हैं? एक राज्य के तौर पर क्या आपने इस पर कोई विचार नहीं किया?' इसके बाद कोटा पुलिस ने रविवार (25 मई) को NEET छात्रा के सुसाइड करने पर मामला दर्ज किया है। स्टूडेंट्स के अब तक के सुसाइड केस में ऐसा दूसरी बार हुआ है, जब पुलिस ने मामला दर्ज किया है। महावीर नगर थाना अधिकारी रमेश कविया ने बताया- NEET स्टूडेंट जीशान जहां (18) ने 25 मई को अपने पीजी के कमरे में सुसाइड किया था। सुसाइड से पहले एक लड़के से मोबाइल पर बात की थी। उसके बाद ही उसके सुसाइड की बात पता चली थी। जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग से उसके परिजन शव लेने कोटा आए हैं। उनकी मौजूदगी में आज मेडिकल कॉलेज में पोस्टमॉर्टम करवाया गया है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश अनुसार मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। धारा 306-108 के तहत सुसाइड के लिए उकसाने की जांच की जाएगी। जम्मू-कश्मीर की रहने वाली थी छात्रा
थानाधिकारी ने कहा- छात्रा के चाचा शकील अहमद वानी ने रिपोर्ट में बताया कि ईद के बाद उनकी बेटी जम्मू-कश्मीर से कोटा पढ़ने के लिए आई थी। बेटी मानसिक रूप से परेशान चल रही थी, जिसकी दवाइयां भी चल रही थी। छात्रा का पिछले सेशन में भी एक निजी कोचिंग में एडमिशन करवाया था। इस बार एक महीने पहले ही कोटा आई थी। यहां कोचिंग में एडमिशन लिया या नहीं, इसकी भी जांच की जाएगी। दरवाजे को कटर से काटकर निकाला था शव
NEET स्टूडेंट जीशान महावीर नगर इलाके में प्रताप चौराहे के पीछे एक पीजी में कमरा ले रखा था। उसी कमरे में 25 मई की शाम फंदे पर लटकी मिली थी। जांच में सामने आया था कि स्टूडेंट किसी बुरहान नाम के व्यक्ति से फोन पर बात कर रही थी। उसने बुरहान से सुसाइड करने की बात कही थी। बुरहान ने फोन काटकर कोटा निवासी अपनी किसी परिचित लड़की को सूचना दी। उसे जीशान के पास जाने के लिए कहा। परिचित लड़की जीशान के पीजी पहुंची तो उसके कमरे का गेट अंदर से बंद था। इस पर लड़की ने चिल्लाकर आस-पास के स्टूडेंट्स को बुलाया था। पीजी के पास स्थित एक मकान में काम चल रहा था। वहां से कारपेंटर को बुलाया गया था। इसके बाद कटर से गेट को काटा गया था। जब सभी अंदर गए तो जीशान पंखे पर फंदे से लटकी हुई थी। लोगों ने उसे नीचे उतारकर हॉस्पिटल पहुंचाया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। SC ने पूछा था- 'कोटा में स्टूडेंट सुसाइड क्यों कर रहे'
स्टूडेंट्स सुसाइड मामले में शुक्रवार (23) को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई थी। सुप्रीम कोर्ट ने इस दौरान कोटा में हो रहे स्टूडेंट्स सुसाइड के मामलों को भी गंभीर बताया था और राजस्थान सरकार को फटकार लगाई थी। सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस जेबी पारदीवाला और जस्टिस आर महादेवन की बेंच ने कहा, 'कोटा में इस साल अब तक 14 स्टूडेंट्स सुसाइड कर चुके हैं। आप एक राज्य के तौर पर इसे लेकर क्या कर रहे हैं? स्टूडेंट्स कोटा में ही क्यों आत्महत्या कर रहे हैं? एक राज्य के तौर पर क्या आपने इस पर कोई विचार नहीं किया?' SC की फटकार के बाद स्टूडेंट सुसाइड में दो FIR दर्ज सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद कोटा में सुसाइड मामलों में मामला दर्ज किया गया है। पहला मामला कुन्हाड़ी थाना और दूसरा महावीर नगर थाने में दर्ज किया गया है। दोनों थानों में दर्ज मामले- पहला मामला- कुन्हाड़ी थानाधिकारी अरविंद भारद्वाज ने बताया कि 4 मई नीट के पेपर से पहले 17 साल की छात्रा ने सुसाइड किया था। वह अपने माता-पिता के साथ रहती थी। उनके बाजार जाने पर कमरे में फंदे पर लटक गई थी। इस केस में 23 मई को FIR दर्ज की गई है। (पढ़ें पूरी खबर) दूसरा मामला- 18 साल की जिशान जहां ने 25 मई को सुसाइड किया था। पुलिस धारा 306- 108 के तहत सुसाइड के लिए उकसाने की जांच करेगी। (पढ़ें पूरी खबर) 2024 में कोचिंग सेंटर्स के लिए गाइडलाइंस, पर नही रुके सुसाइड स्टूडेंट्स की आत्महत्या के बढ़ते मामलों, कोचिंग सेंटर्स में आग की घटनाओं और कोचिंग सेंटर्स में सुविधाओं की कमी को देखते हुए शिक्षा मंत्रालय ने कोचिंग इंस्टीट्यूट्स के लिए गाइडलाइंस जारी की।