ED ने हरभजन-युवराज, उर्वशी रौतेला समेत 5 से पूछताछ की:प्रतिबंधित बेटिंग प्लेटफॉर्म्स के विज्ञापन का मामला, सालाना ₹27,000 करोड़ टैक्स लॉस का अनुमान

ED ने हरभजन-युवराज, उर्वशी रौतेला समेत 5 से पूछताछ की:प्रतिबंधित बेटिंग प्लेटफॉर्म्स के विज्ञापन का मामला, सालाना ₹27,000 करोड़ टैक्स लॉस का अनुमान
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने ऑनलाइन बेटिंग एप्स के प्रचार और मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े एक मामले में पूर्व भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह, युवराज सिंह, सुरेश रैना, एक्टर सोनू सूद और उर्वशी रौतेला से पूछताछ की है। ED के मुताबिक, ये हस्तियां 1xBet, फेयर प्ले, परीमैच और लोटस 365 जैसे प्रतिबंधित बेटिंग प्लेटफॉर्म्स के विज्ञापनों से जुड़ी थीं। NDTV प्रॉफिट ने इस बात की जानकारी दी है। सालाना ₹27,000 करोड़ का टैक्स लॉस इन लोगों से हुई पूछताछ QR कोड से यूजर्स को बेटिंग साइट्स पर रीडायरेक्ट करते हैं रिपोर्ट के मुताबिक, ये बेटिंग प्लेटफॉर्म विज्ञापन में 1xbat और 1xbat स्पोर्टिंग लाइन्स जैसे सेरोगेट नामों का उपयोग कर रहे हैं। विज्ञापनों में अक्सर क्यूआर कोड होते हैं जो यूजर्स को सीधा इन बेटिंग साइट्स पर रीडायरेक्ट कर देते हैं, जो भारतीय कानून का उल्लंघन है। ED के एक अधिकारी के मुताबिक, ये इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IT) एक्ट, फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट, प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट, और बेनामी लेनदेन अधिनियम सहित कई भारतीय कानूनों का उल्लंघन है। स्किल बेस्ड गेम के रूप में प्रमोशन लेकिन रिजल्ट भाग्य भरोसे ED के अधिकारी ने बताया कि कुछ मशहूर हस्तियों को पहले ही नोटिस जारी किए जा चुके हैं, जबकि अन्य को जल्द ही नोटिस जारी किए जाने की संभावना है। ED अधिकारियों ने कहा कि ये प्लेटफॉर्म खुद को स्कील बेस्ड गेम के रूप में प्रमोट करते हैं, लेकिन भाग्य पर आधारित रिजल्ट देते हैं। इसके लिए ये प्लेटफॉर्म्स रिग्ड एल्गोरिदम का उपयोग करते हैं। -------------------- ये खबर भी पढ़ें... ऑनलाइन गेमिंग में 500 जीते, फिर 7 करोड़ हारे: गेम खिलाने वाले बोले- फंसाते नहीं, लोग खुद फंसते, फिर मर जाते हैं ‘एक दिन मेरे मोबाइल पर मैसेज आया। उसमें गेमिंग एप्लिकेशन का लिंक था। मैंने सोचा खेलकर देखता हूं। गेम का नाम रमी लोटस था। शुरुआत में मैं जीतने लगा। 500 रुपए लगाए, तो 700 रुपए मिले। 1000 लगाए तो 1500 मिल गए। ये करीब 7 से 8 दिन तक चला। फिर मैं हारने लगा। धीरे-धीरे ढाई लाख रुपए हार गया। हारा पैसा वापस पाने के लिए और रुपए लगाता गया, वो भी हार गया।’ पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...