8 मौतों के बाद भी नहीं रुका अवैध खनन:बेखौफ दौड़ रहे ट्रैक्टर-ट्रॉली, बंद नहीं किया बनास तक जाने का कच्चा रास्ता

8 मौतों के बाद भी नहीं रुका अवैध खनन:बेखौफ दौड़ रहे ट्रैक्टर-ट्रॉली, बंद नहीं किया बनास तक जाने का कच्चा रास्ता
ऊपर नजर आ रही अवैध खनन की ये तस्वीर उसी बनास नदी की है, जहां मंगलवार को 8 युवक डूब गए थे। हादसे में 8 की मौत से भी पुलिस–प्रशासन ने सबक नहीं लिया है। भास्कर टीम हादसे के अगले दिन बुधवार को बनास नदी पहुंची, तब भी सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं थे। अवैध खनन के ट्रैक्टर ट्रॉली बेखौफ दौड़ रहे थे। नदी तक जाने का कच्चा रास्ता खुला था। सुरक्षा के नाम पर एक पुलिसकर्मी तक नहीं था। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… भास्कर टीम बुधवार सुबह 10 से लेकर 12 बजे तक बनास नदी क्षेत्र में थी। इस दौरान कोई भी पुलिसकर्मी वहां नजर नहीं आया। जबकि यहां रोज स्थानीय और बाहरी लोगों की आवाजाही होती है। भास्कर टीम सुबह मौके पर पहुंची तो पुल के पास कुछ लोग नजर आए। यह लोग हादसे को लेकर ही चर्चा कर रहे थे। उन्होंने बताया कि यहां तो रोज कई लोग आते हैं। नीचे जाने के लिए कोई पक्का रास्ता नहीं है। हादसे के बाद भी अवैध खनन जारी, ट्रैक्टर-ट्रॉली में भर रहे थे मिट्टी प्रशासन इलाके में अवैध खनन से इनकार कर रहा है, जबकि हकीकत ये है कि हादसे के बाद भी अवैध बजरी खनन जारी है। बुधवार को भी नदी के दूसरी तरफ अवैध खनन करके ट्रैक्टर ट्रॉली में मिट्‌टी भरकर ले जाई जा रही थी। स्थानीय निवासी बिल्लू ने बताया कि बनास नदी के बहाव क्षेत्र और आसपास के इलाके में रोज अवैध खनन होता है। रोज कई ट्रैक्टर, मशीन यहां अवैध खनन करते हैं। इसी वजह से यहां पर नदी के बहाव क्षेत्र में गड्ढे बन गए हैं। यहां पर मिट्टी और पत्थर दोनों का भारी मात्रा में अवैध खनन होता है। कोई पिकनिक स्पॉट नहीं, नदी तक जाने के लिए बना रखा कच्चा रास्ता हादसे वाली जगह यानी बनास नदी पर बने पुराने वाले पुल के नीचे वाले एरिया में जाना मना है। यहां पर नदी तक जाने के लिए कोई पक्का रास्ता नहीं है। इसके बावजूद लोग नदी के किनारे चले जाते है। इसके लिए लोगों ने पुल के पास से एक कच्चा रास्ता बनाया हुआ है। ऊबड़ खाबड़ रास्ता पेड़ पौधों के बीच से बनाया हुआ है। स्थानीय लोगों ने बताया कि युवक इसी रास्ते से नदी के पास तक पहुंच जाते है और यहां पर गौठ (पिकनिक) करते हैं। नदी तक जाने के लिए लोगों ने ये एक रास्ता पुराने पुल की तरफ से बना रखा है। नए पुल की तरफ से इस एरिया में आने के लिए रास्ता है। जहां से आपातकालीन स्थिति में वाहन पहुंचते हैं। रियासतकालीन पुल हो चुका है बंद हादसा रियासतकालीन पुल के नीचे हुआ। ये पुल पहले कोटा को जयपुर से जोड़ने का एक मात्र रास्ता था। हालांकि बाईपास बनने के बाद इस पुल को बंद कर दिया गया। मेन रोड जो गांवों के बीच से निकलती थी वहां दीवार बना दी गई। बस इसी का फायदा स्थानीय और बाहर से आने वाले युवा उठाने लगे और पुल के नीचे अघोषित पिकनिक स्पॉट बना दिया। एसपी बोले- बंद करेंगे कच्चे रास्ते मामले में एसपी विकास सांगवान का कहना है कि पुराने पुल की तरफ से नदी तक के लिए वैसे कोई रास्ता नहीं है, लेकिन यहां पर आने वाले लोगों ने कच्चे रास्ते तैयार किए हुए हैं। इन सभी रास्तों को बंद करवाया जाएगा। नदी के पास जाना और उसमें नहाना वैसे भी खतरनाक है। ऐसे में सुरक्षा संबंधी सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि वहां पहले भी चेतावनी बोर्ड लगे हैं, लेकिन लोग ध्यान नहीं देते। हादसे के बाद पेंट करवाई चेतावनी, पुरानी धुल चुकी थी बुधवार को जब भास्कर टीम घटना स्थल पर पहुंची तो मौके पर पुल के पास, दीवार पर जगह-जगह चेतावनी लिखी नजर आई। जिसमें लिखा था- नदी में कई जगह ज्यादा गहराई है। नदी में नहाना खतरनाक हो सकता है। एसपी सांगवान ने बताया कि पहले भी यहां चेतावनी लिखी थी और हादसे के बाद और चेतावनी लिखाई जा रही है ताकि लोगों को इसकी जानकारी हो। नदी में सात से पंद्रह फीट तक गहराई, युवक गड्ढे की वजह से डूबे हादसे की जानकारी के बाद मौके पर रेस्क्यू के लिए पहुंचे फिरदौस ने बताया कि यहां अवैध खनन की वजह से नदी के बहाव इलाके में जगह जगह गड्ढे हैं। कुछ जगह 7 फीट तो कई जगह गड्ढे की वजह से पंद्रह फीट तक की गहराई है। .... बनास नदी में हादसे से जुड़ी ये खबरें भी पढ़िए... 1. 'मना किया था नदी में मत जाना, नहीं माने':पत्नी बोली- डेढ़ साल की बच्ची को कैसे पालूंगी, बनास नदी में हुई थी 8 की मौत टोंक की बनास नदी पर पिकनिक मनाने गए जयपुर के 11 युवाओं में से 8 की डूबने से मौत हो गई। महज 3 लोग ही जिंदा बच पाए। मरने वाले रिश्तेदार थे। पूरी खबर पढ़िए... 2. एक-दूसरे को बचाने के चक्कर में 8 जानें गईं:2 की सांसें चल रही थीं, तैरना नहीं आता था, इसलिए तीन युवक किनारे पर नहा रहे थे टोंक की बनास नदी में डूबने से 8 लोगों की मौत हो गई है। तीन युवकों को बचा लिया गया। पुलिस और बचाव दल मौके पर पहुंचा था। मरने वाले सभी लोग जयपुर के रहने वाले थे। पूरी खबर पढ़िए...