2 मासूमों को चंद घंटों में परिजनों से मिलाया, पुलिस टीम वर्क बना मिसाल

2 मासूमों को चंद घंटों में परिजनों से मिलाया, पुलिस टीम वर्क बना मिसाल
भीड़भाड़ और शहर की तेज रफ्तार जिंदगी में गुम हो जाना एक मासूम के लिए कितना खतरनाक हो सकता है, इसका अंदाज़ा दो अलग-अलग घटनाओं से लगाया जा सकता है, लेकिन जयपुर पश्चिम पुलिस की सतर्कता और तत्परता ने इन दोनों मामलों में जो मानवीय संवेदना और कार्यकुशलता दिखाई, वह सराहनीय है। केस-1; सिंधी कैंप में भीड़ में खोई 4 साल की पलक, 2 घंटे में मिल गई मां की गोद डीसीपी वेस्ट अमित कुमार ने बताया कि धौलपुर से जयपुर आए एक परिवार की 4 वर्षीय बच्ची पलक बुधवार सुबह सिंधी कैंप बस स्टैंड पर भीड़ में अपने परिजनों से बिछुड़ गई। परिवार ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस थाना सिंधी कैंप एवं सदर थाना की एक संयुक्त टीम ने बच्ची की तलाश शुरू की। दोनों थानों की पुलिस ने इलाके के सीसीटीवी कैमरों की मदद से कैमरा टू कैमरा ट्रैकिंग करते हुए करीब 2 घंटे में बच्ची को जयपुर रेलवे स्टेशन से सकुशल बरामद कर लिया। उन्होंने बताया टीम ने मानवीय संवेदना के साथ कार्य करते हुए बच्ची को सुरक्षित उसकी मां के हवाले किया तो बच्ची के चेहरे पर मुस्कान लौटी। मां की आंखों में भी आंसू छलक आए। केस-2; झोटवाड़ा में 3 साल का मासूम 4 किमी दूर भटका, परिजनों से मिलाया दूसरा मामला पुलिस थाना झोटवाड़ा क्षेत्र का है। एक 3 साल का बच्चा घर से आइसक्रीम खरीदने निकला था, लेकिन रास्ता भटक गया और करीब 4 किमी दूर चला गया। जब परिजनों को पता चला, तो उन्होंने घबराकर झोटवाड़ा थाना पुलिस को सूचना दी। झोटवाड़ा पुलिस ने तत्काल 10 टीमों का गठन कर रेस्क्यू सर्च ऑपरेशन शुरू किया। टीमों ने क्षेत्र के सभी होटल, ढाबे और सार्वजनिक स्थानों को खंगाला। करीब 150 सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिससे पुलिस को बच्चे के बारे में लोकेशन की जानकारी मिली। पुलिस ने सफलतापूर्वक उसे दस्तयाब कर परिजनों को सौंपा। परिजनों की आंखों में आंसू छलक गए और पुलिस का आभार जताया।