18 माह में 9 चुनाव, भाजपा 5, कांग्रेस और बीएपी ने दो-दो सीटें जीतीं, अब 10वें की तैयारी

भाजपा सरकार बनने के पिछले 18 महीने में विधानसभा सीट पर दसवां चुनाव होगा। अगर, कंवरलाल की ओर से सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में कंवरलाल मीणा सजा कम नहीं होती है। प्रदेश में नई सरकार के गठन से अब तक नौ चुनाव हुए हैं। इनमें एक सीट पर प्रत्याशी की मौत पर चुनाव स्थगित हुआ था। वहीं, आठ सीटों पर उपचुनाव हुए हैं। इनके नतीजों से नतीजों से सत्तारुढ़ भाजपा को तीन सीटों और बीएपी को एक सीट का फायदा हुआ। वहीं, कांग्रेस को चार सीटों का नुकसान उठाना पड़ा और आरएलपी की सदस्य की संख्या एक से घटकर जीरो हो गई। जब विधानसभा में 193 सदस्य रह गए लोकसभा चुनाव में बृजेंद्र ओला के झुंझुनू, हरीश मीणा के टोंक-सवाई माधोपुर और मुरारीलाल मीणा के दौसा से सांसद चुने जाने से झुंझुनू, देवली उनियारा एवं दौसा विधानसभा सीट रिक्त हो गई। वहीं आरएलपी के हनुमान बेनीवाल के नागौर से सांसद बनने से खींवसर और बांसवाड़ा से बीएपी के राजकुमार रोत के सांसद चुने जाने से चौरासी विधानसभा की सीट खाली हो गई। इसके बाद भाजपा के सलुंबर विधायक अमृतलाल मीणा एवं कांग्रेस के रामगढ़ विधायक जुबेर खान का असामयिक निधन हो गया। इस तरह सात सीटें खाली होने से विधानसभा में विधायकों की संख्या 193 रह गई। इसमें कांग्रेस के सदस्यों की संख्या 65, आरएलपी की जीरो, बीएपी की तीन और भाजपा के सदस्यों की संख्या 114 हो गई। कांग्रेस ने करणपुर जीती, बीएपी ने बागीदौरा विधानसभा चुनाव-2023 में 200 में से 199 सीटों पर ही चुनाव हुए थे। इसमें भाजपा को 115, कांग्रेस को 69, बीएपी को 3, बसपा को दो, आरएलडी एवं आरएलपी को एक-एक सीट मिली थी। वहीं आठ सीटों पर निर्दलीयों ने बाजी मारी थी। विधानसभा चुनाव के समय श्रीकरणपुर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी के निधन की वजह से चुनाव स्थगित कर दिया गया था। इस सीट पर हुए चुनाव में कांग्रेस को जीत मिली और उसकी संख्या बढ़कर 70 हो गई। कांग्रेस के बागीदौरा से विधायक महेंद्रजीत सिंह मालवीय के इस्तीफे से खाली सीट पर हुए उपचुनाव में बीएपी ने प्रत्याशी ने जीत हासिल की। इससे बीएपी के विधायकों की संख्या चार और कांग्रेस के सदस्यों की संख्या फिर से 69 हो गई। भाजपा 118 पर आई, कांग्रेस 66 पर: सात सीटों पर उपचुनाव के 23 नवंबर को आए नतीजों के बाद स्थितियां बदल गई। भाजपा ने सलूंबर सीट फिर से जीत ली। वहीं, झुंझुनू, रामगढ़ एवं देवली-उनियारा सीट कांग्रेस और खींवसर सीट आरएलपी से छीनी। इस तरह भाजपा के सदस्यों की संख्या 119 हो गई। कांग्रेस ने दौसा सीट पर फिर से विजयी हासिल की, जिससे उनके सदस्य बढ़ कर 66 हो गए। चौरासी सीट पर फिर से जीत के साथ ही बीएपी के सदस्यों की संख्या बढ़कर चार हो गई। आरएलपी का सदन में कोई सदस्य नहीं है। कंवरलाल की सदस्यता खत्म होने से सदन में सदस्यों की संख्या 199 और भाजपा विधायक 118 रह गए हैं।