स्क्रीन से माइग्रेन का खतरा:रात में मोबाइल-टीवी का ज्यादा इस्तेमाल सेहत के लिए हानिकारक, जानें विशेषज्ञ की राय

जयपुर के जीवन रेखा अस्पताल के न्यूरोलॉजी विशेषज्ञ डॉ. एस.पी. पाटीदार ने स्क्रीन से होने वाले माइग्रेन के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि आजकल हर उम्र के लोग रात में लंबे समय तक मोबाइल और टीवी का इस्तेमाल करते हैं। डॉ. पाटीदार ने बताया- रात में स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी नींद के पैटर्न को प्रभावित करती है। इससे शरीर में तनाव हार्मोन बढ़ते हैं। यह स्थिति माइग्रेन के दौरे का कारण बन सकती है। जयपुर के जीवन रेखा अस्पताल में कार्यरत डॉ. पाटीदार मिर्गी, सिरदर्द और स्ट्रोक जैसी बीमारियों के इलाज में विशेषज्ञ हैं। उनका कहना है कि लोगों को लगता है कि रात में स्क्रीन देखने से आराम मिलता है। लेकिन यह मस्तिष्क पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। विशेषज्ञों के अनुसार, रात में लगातार स्क्रीन का उपयोग माइग्रेन की समस्या को बढ़ा सकता है। इसलिए रात में मोबाइल और टीवी के इस्तेमाल से बचना चाहिए। इन बातों का रखें ध्यान रात में फोन-टीवी से बचें: यह सबसे पहला और महत्वपूर्ण नियम है। रात के समय अनावश्यक रूप से फोन या टीवी पर समय बिताने से बचें। यदि कोई अति आवश्यक कार्य न हो तो इन्हें दूर ही रखें। सोने का समय निर्धारित करें: हमारा शरीर एक घड़ी की तरह कार्य करता है। यदि आप प्रतिदिन एक ही समय पर सोएंगे और उठेंगे, तो शरीर को इसकी आदत पड़ जाएगी और नींद भी अच्छी आएगी। यह माइग्रेन को दूर रखने में मदद करेगा। सोने से 2 घंटे पहले स्क्रीन बंद करें: यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण सुझाव है। डॉ. पाटीदार का भी यही मानना है कि सोने से कम से कम 2 घंटे पहले किसी भी प्रकार की स्क्रीन (मोबाइल, लैपटॉप, टीवी) देखना बंद कर दें। इससे आपकी आंखों और मस्तिष्क दोनों को आराम मिलेगा और अच्छी नींद आएगी। प्रतिदिन 30 मिनट की वॉक आवश्यक: केवल स्क्रीन से दूरी बनाना ही पर्याप्त नहीं है। डॉ. पाटीदार कहते हैं, "दिन में कम से कम 30 मिनट की वॉक अवश्य करें। इससे शरीर में रक्त संचार बेहतर होता है, तनाव कम होता है और माइग्रेन से बचाव में मदद मिलती है।" शांत रहें और सकारात्मक सोचें: अंत में, यह हम सभी जानते हैं कि अच्छे स्वास्थ्य के लिए मन का शांत रहना अत्यंत आवश्यक है। अनावश्यक चिंता और नकारात्मक सोच से बचें। स्वयं को शांत रखें और सकारात्मक चीजों पर ध्यान दें।