सांचौर को जिला बनाने की मांग,नहर में कूदे 3 बुजुर्ग:SDRF बचाने गई तो धक्का मारा; पूर्व मंत्री के साथ नहर किनारे धरने पर बैठे

सांचौर को जिला बनाने की मांग,नहर में कूदे 3 बुजुर्ग:SDRF बचाने गई तो धक्का मारा; पूर्व मंत्री के साथ नहर किनारे धरने पर बैठे
सांचौर को फिर से जिला बनाने की मांग को लेकर तीन बुजुर्ग नर्मदा नहर में कूद गए। मौके पर तैनात SDRF की टीम जब बुजुर्गों को बचाने कूदी तो उन्होंने बाहर आने से इनकार कर दिया। यहां तक कि उन्होंने SDRF के जवानों को धक्का भी दिया। हालांकि समझाकर करीब 10 मिनट बाद उन्हें बाहर निकाल लिया गया। सांचौर जिला रद्द होने के बाद से ही पूर्व मंत्री सुखराम बिश्नोई के नेतृत्व में जिला बचाओ संघर्ष समिति का धरना चल रहा है। बुधवार को संघर्ष समिति के पदाधिकारी सांचौर के सीलू गांव में सीएम के कार्यक्रम में उन्हें ज्ञापन देने जा रहे थे। मुख्य कैनाल पर तैनात स्पेशल टास्क फोर्स (STF) के जवानों ने उन्हें रोक दिया। इससे गुस्साए 3 बुजुर्ग नर्मदा नहर की मुख्य कैनाल में कूद गए। पूर्व मंत्री सुखराम बिश्नोई ने कहा कि उन्हें शांतिपूर्वक ज्ञापन देने से भी रोका जा रहा है। अब 5 तस्वीरों से समझिए पूरा घटनाक्रम 1. पूर्व मंत्री की अगुवाई में ज्ञापन देने जा रहे थे 2. एक-एक कर तीन बुजुर्ग पानी में कूदे 3. SDRF के जवान से उलझते बुजुर्ग 4. सरकार के खिलाफ नारेबाजी 5. नहर के किनारे प्रदर्शन प्रशासन की वार्ता से सहमत नहीं प्रदर्शन की जानकारी के बाद जालोर एसपी ज्ञानचंद्र यादव और सांचौर एडीएम दौलतराम चौधरी मौके पर पहुंचे। प्रदर्शनकारियों से बातचीत की। वार्ता में अधिकारियों ने 7 लोगों की कमेटी के माध्यम से ज्ञापन देने की बात कही। इस पर प्रदर्शनकारी सहमत नहीं हुए। एसपी ज्ञानचंद यादव ने बताया- प्रदर्शन की आशंका को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। नहर में तीन लोगों के कूदने की जानकारी के बाद तीनों को तुरंत SDRF की टीम ने बाहर निकाल दिया था। कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ है। नहर में सुरजनराम बिश्नोई, भूप सिंह राठौड़ रणोदर और छगनलाल मेघवाल टांपी कूदे थे। बुजुर्ग बोले- सांचौर की जनता के साथ अन्याय बुजुर्ग सुरजनराम बिश्नोई ने बताया कि पिछली कांग्रेस सरकार ने सांचौर जिला घोषित किया था। लेकिन, भाजपा सरकार ने जिले को निरस्त करके सांचौर की जनता के साथ अन्याय किया है। ऐसे में आज शांतिपूर्वक ज्ञापन देने जा रहे थे, लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों ने रोक दिया। इसके कारण वे नहर में कूदे। वहीं भूपसिंह राठौड़ रणोदर और छगनलाल मेघवाल टांपी ने बताया- सांचौर जिला जनता का हक है। लेकिन, भाजपा सरकार ने यह हक छीना है। इसके चलते प्रदर्शन कर रहे हैं।