सर्बिया में राष्ट्रपति के इस्तीफे को लेकर प्रदर्शन:हजारों लोगों ने सड़कें ब्लॉक कीं; रेलवे स्टेशन का शेड गिरने को लेकर 8 महीने से नाराजगी

सर्बिया में राष्ट्रपति के इस्तीफे को लेकर प्रदर्शन:हजारों लोगों ने सड़कें ब्लॉक कीं; रेलवे स्टेशन का शेड गिरने को लेकर 8 महीने से नाराजगी
सर्बिया में राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वुसिक के इस्तीफे और तुरंत चुनावों की मांग को लेकर कई शहरों में प्रदर्शन ने एक बार फिर से जोर पकड़ लिया है। रविवार रात से आज सुबह तक हजारों प्रदर्शनकारियों ने राजधानी बेलग्रेड और अन्य शहरों में सड़कें जाम कर दीं। प्रदर्शनकारियों ने बेलग्रेड में कई जगहों पर लोहे की बाड़ और कचरे के कंटेनर से सड़कों को ब्लॉक कर दिया। सावा नदी पर बने पुल पर भी गाड़ियों की आवाजाही रोक दी गई। नोवी सैड में प्रदर्शनकारियों ने सत्तारूढ़ पोपुलिस्ट सर्बियाई प्रोग्रेसिव पार्टी के ऑफिस पर अंडे फेंके। इससे पहले शनिवार रात, बेलग्रेड में लगभग 1 लाख 40 हजार लोग सड़कों पर उतरे थे। प्रदर्शन के दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों में झड़प हुई। पुलिस ने आंसू गैस के गोले और साउंड बम दागे और दर्जनों लोगों को गिरफ्तार कर लिया। अब इनकी रिहाई की मांग हो रही है। सर्बिया में 1 नवंबर, 2024 को नोवी सैड रेलवे स्टेशन का शेड गिरने से 16 लोगों की मौत हो गई थी। दिसंबर में सरकार के खिलाफ लोगों का विरोध-प्रदर्शन शुरू हुआ था, जो पिछले 7 महीने से जारी है। लोगों का आरोप है कि निर्माण परियोजनाओं में भ्रष्टाचार की वजह से हादसा हुआ। सर्बिया में 28-29 जून को विरोध-प्रदर्शन की तस्वीरें... तत्कालीन PM-परिवहन मंत्री ने हादसे के बाद इस्तीफा दिया था हादसे के कारण 28 जनवरी, 2025 को तत्कालीन प्रधानमंत्री मिलोस वुसेविक को इस्तीफा देना पड़ा था। इससे पहले पूर्व परिवहन मंत्री गोरन वेसिक ने भी इस्तीफा दे दिया था। नोवी सैड की घटना में 13 लोगों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे। इनमें गोरन वेसिक का नाम भी था। पूर्व प्रधानमंत्री वुसेविक ने कहा था कि वे नहीं चाहते कि देश में तनाव और ज्यादा बढ़े इसलिए वे हालात को शांत करने के लिए अपना पद छोड़ रहे हैं। वुसेविक मई 2024 से प्रधानमंत्री के पद पर थे। इससे पहले वे उपप्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री के पद पर रह चुके हैं। वुसेविक 2012 से 2020 तक नोवी सैड के मेयर थे। इसी दौरान रेलवे स्टेशन पर भवन से जुड़ा काम हुआ था। इसके कारण वुसेविक पर PM पद छोड़ने का भारी दबाव था। हालांकि सर्बिया में असली ताकत राष्ट्रपति के पास होती है। 2027 में खत्म होगा राष्ट्रपति वुसिक ​​​​​का दूसरा कार्यकाल अलेक्जेंडर वुसिक 2017 से सर्बिया के राष्ट्रपति हैं। उनका दूसरा कार्यकाल 2027 में खत्म हो रहा है। तभी संसदीय चुनाव भी होने हैं। हालांकि, प्रदर्शनकारी जल्द से जल्द चुनाव करवाने की मांग पर अड़े हैं। राष्ट्रपति चुनाव करवाने से लगातार इनकार कर रहे हैं। वुसिक 2012 से 2014 तक उप प्रधानमंत्री और 2014 से 2017 तक प्रधानमंत्री रहे और फिर राष्ट्रपति बने। उनकी पोपुलिस्ट सर्बियाई प्रोग्रेसिव पार्टी के नेतृत्व वाले गठबंधन के पास 250 संसदीय सीटों में से 156 सीटें हैं। आलोचकों का कहना है कि उनके कार्यकाल में भ्रष्टाचार और अपराध बढ़ें हैं। 8 महीने से हर दिन 15 मिनट गाड़ियों का आना-जाना रोकते हैं लोग सर्बिया में विरोध-प्रदर्शन में बड़े पैमाने पर छात्र शामिल हैं। वे देशभर में हर दिन दोपहर 11 बजकर 52 मिनट पर गाड़ियों का आना-जाना 15 मिनट के लिए रोक देते हैं। ये वही वक्त था जब रेलवे स्टेशन पर छज्जा गिरने का हादसा हुआ था। हादसे के बाद देश की यूनिवर्सिटीज में भी छात्रों ने पढ़ाई रोक दी है। 24 जनवरी को विरोध प्रदर्शन और तेज हो गया था। लोगों ने काम पर जाना बंद कर दिया। तनाव तब बढ़ गया जब सर्बिया की राजधानी बेलग्रेड में सबसे व्यस्त सड़क सड़क पर 24 घंटे की नाकाबंदी के दौरान विपक्ष और सत्ताधारी पार्टी के समर्थकों के बीच झड़प में एक लड़की घायल हो गई। ................................ विरोध-प्रदर्शन से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... थाईलैंड में प्रधानमंत्री शिनवात्रा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन, कंबोडियाई नेता के साथ फोन कॉल पर सेना के जनरल की आलोचना की थी​ थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में शनिवार को हजारों लोगों ने प्रधानमंत्री पाइतोंग्तार्न शिनवात्रा के इस्तीफे की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। यह विरोध प्रदर्शन कंबोडिया के साथ सीमा विवाद के बीच हुआ। मई में थाईलैंड और कंबोडिया के बीच एक विवादित बॉर्डर इलाके को लेकर झड़प के बाद पाइतोंग्तार्न ने कंबोडिया के पूर्व पीएम हुन सेन से फोन पर बात की खी। इस बातचीत में शिनवात्रा ने सेना के जनरल बून्सिन पड़क्लांग की आलोचना की थी। पूरी खबर पढ़ें...