यूजीसी की नई गाइडलाइन जारी:जूनियर की ‘रैगिंग’ लेने पर दर्ज होगा मामला; कैंटीन, लैब, पुस्तकालय, टॉयलेट और छात्रावास का निरीक्षण करेगी टीम, रिपोर्ट भी बनानी पड़ेगी

यूजीसी की नई गाइडलाइन जारी:जूनियर की ‘रैगिंग’ लेने पर दर्ज होगा मामला; कैंटीन, लैब, पुस्तकालय, टॉयलेट और छात्रावास का निरीक्षण करेगी टीम, रिपोर्ट भी बनानी पड़ेगी
मेडिकल, डेंटल, फार्मेसी, नर्सिंग, विधि, कृषि, आयुर्वेद, इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, संस्कृत और पत्रकारिता जैसे संस्थानों में पढ़ने वाले लाखों छात्र-छात्राओं से जुड़ी खबर है। देशभर में यूजी, पीजी में डिप्लोमा एवं डिग्री में प्रवेश प्रक्रिया प्रारंभ होने के साथ ही यूजीसी नई दिल्ली की ओर से एंटी रैगिंग गाइडलाइन -2025 जारी की है। नियमों की न केवल संस्थानों बल्कि विश्वविद्यालयों को भी सख्ती से पालना करनी पड़ेगी। किसी भी छात्र के साथ मानसिक व शारीरिक शोषण के अलावा रंग, धर्म, पहचान, जन्म स्थान के आधार पर शब्दों का इस्तेमाल और किसी तरह की टिप्पणी करना भारी पड़ सकता है। जांच में हर तरह से सही पाए जाने पर उसके खिलाफ मामला दर्ज होगा। कॉलेजों में गठित एंटी-रैगिंग टीम को पार्क, गार्डन, टॉयलेट, लाइब्रेरी, कैफेटेरिया, लेक्चर थिएटर, लैब, छात्रावास, मैन गेट, आसपास स्थित बस स्टैंड, होटल एवं रेस्टोरेंट का औचक निरीक्षण के साथ ही रिपोर्ट भी बनानी होगी। हर छात्र और उनके माता-पिता/अभिभावक और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से एनएमसी के पोर्टल पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। एनएमसी को वर्ष 2024 में देशभर में 165 शिकायतें मिली थीं। इस मामले में राजस्थान 15 शिकायतों के साथ देश में तीसरे नंबर है। पहले नंबर पर यूपी और दूसरे नंबर बिहार है। रैगिंग का मामला झूठा निकला एसएमएस के ईएनटी विभाग के प्रथम वर्ष रेजिडेंट की ओर से एनएमसी पोर्टल पर रैगिंग की शिकायत का मामला झूठा निकला। यह आपसी कहासुनी और खींचतान का मामला माना जा रहा है। यह खुलासा एंटी रैगिंग कमेटी के सदस्यों की ओर से शिकायत के मामले पर चर्चा के दौरान हुआ है। सदस्यों का कहना है कि रेजिडेंट डॉक्टर की साथियों ने परेशान करने की शिकायत यूनिट हैड को कर चुके हैं। ईएनटी विभाग के रेजिडेंट का मामला अनुशासनात्मक कमेटी में भी रखा गया था। जबकि रेजिडेंट डॉक्टर अनुशासनात्मक कमेटी को अपना त्यागपत्र पहले से ही प्रस्तुत कर चुका है। डॉ. दीपक माथुर, डॉ. मोनिका जैन, डॉ. आर.के.जैन, डॉ. बी.एल.कुमावत, डॉ. पवन सिंघल, डॉ. नीरज वर्मा समेत पुलिस, प्रशासनिक अधिकारी, मीडिया प्रतिनिधि उपस्थित थे। भास्कर Explainer वो सब कुछ जो आप जानना चाहते हैं (भास्कर एक्सपर्ट पैनल : आरयूएचएस के कुलगुरु डॉ. प्रमोद येवले, आरयू की कुलगुरु प्रो. अल्पना कटेजा, एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. दीपक माहेश्वरी)