मुख्यमंत्री-रेल मंत्री ने गतिशक्ति मल्टीमाडल कार्गो टर्मिनल का उद्घाटन किया:मारुति कार प्लांट से पातली तक 7 किलोमीटर लंबा रूट, लॉजिस्टिक ट्रांसपोर्टेशन को मिलेगी स्पीड

गुरुग्राम में मुख्यमंत्री नायब सैनी और केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने आज वेस्टर्न फ्रेट कॉरिडोर (WDFC) के मारुति-पातली ट्रैक का शुभारंभ करने मारुति प्लांट में पहुंचे हैं। यहां उन्होंनेग गति शक्ति मल्टी माॅडल कार्गो टर्मिनल का भी उद्घाटन किया। इस दौरान कारें लादने वाली एक विशेष ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि न केवल मानेसर बल्कि देश के 380 शहरों तक कार पहुंचाना सुलभ होगा। इसके अलावा निर्यात किए जाने वाले वाहनों को मुंद्रा पोर्ट तक सीधे पहुंचाया जा सकेगा। यह हरियाणा को वैश्विक सप्लाई चेन से सीधे तौर पर जोड़ने का काम करेगा। इसमें हरियाणा रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन की 55 प्रतिशत और एचएसआईआईडीसी 19 प्रतिशत और जीएमडीए की 5 प्रतिशत हिस्सेदारी है। मारुति के साथ यह साझेदारी पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप का उदाहरण है। हरियाणा को औद्योगिक हब बनाने में मारुति का हाथ यहां से कार लोड होकर सीधे देश के कोने कोने तक पहुंचेगी। गुरुग्राम के साथ साथ पूरे हरियाणा को लॉजिस्टिक हब बनाया जा रहा है। हरियाणा को औद्योगिक क्षेत्र में खड़ा करने में मारुति का बड़ा योगदान है। खासकर गुरुग्राम, सोनीपत और आसपास के क्षेत्र के विकास में मारुति का हाथ है। मारुति ने पिछले सालों में 5 लाख 18 हजार वाहनों को रेल से भेजा है, अब 25 लाख भेजी जाएंगी। औद्योगिक शहरों को लाभ मिलेगा नया ट्रैक लगभग 7 किलोमीटर लंबा है, जो मानेसर कारखाने से पातली रेलवे स्टेशन तक जाएगा। इससे मानेसर ही नहीं, हरियाणा के फरीदाबाद, गुरुग्राम, बहादुरगढ़ और सोनीपत जैसे इलाके भी लाभान्वित होंगे। फरीदाबाद की मशीनें, गुरुग्राम की कारें, बहादुरगढ़ के जूते-चप्पल, और सोनीपत की भारी इंडस्ट्रियों का सामान आसानी से दूसरे स्थानों तक पहुंच सकेगा। साथ ही यह ट्रैक हरियाणा रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (एचआरआईडीसी) द्वारा पलवल से सोनीपत तक बनाए जा रहे ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर से भी जुड़ेगा। वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट रेल कॉरिडोर औद्योगिक क्षेत्र को मिलेगा लाभ इस रेल कॉरिडोर परियोजना का उद्देश्य देश के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्रों को रेल नेटवर्क से जोड़ना है। इस रेल लाइन के शुरू होने से हरियाणा में स्थित औद्योगिक इकाइयों को विशेष रूप से लाभ होगा। भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता मारुति कंपनी के सभी प्लांट भी आपस में जुड़ जाएंगे। मारुति इस रेल लाइन का उपयोग करके अपनी कारों को माल गाड़ियों के माध्यम से देश के विभिन्न हिस्सों में तेजी से और कम लागत में पहुंचा सकेगी। इस रेल खंड के शुरू होने से पहले, कंपनियों को सड़क मार्ग से सामान भेजने में कई घंटे लगते थे, जिससे समय और लागत दोनों में बढ़ोतरी होती थी। मारुति प्लांट में यार्ड तैयार इस परियोजना के तहत मारुति सुजुकी के मानेसर प्लांट में एक विशेष यार्ड तैयार किया गया है, जहां से माल गाड़ियों में कारों को लोड करने का कार्य शुरू हो चुका है। इस यार्ड में एक साथ चार मालगाड़ियों में सामान लोड करने की क्षमता है। यह सुविधा न केवल मारुति सुजुकी के लिए, बल्कि मानेसर और आसपास के क्षेत्र में स्थित अन्य औद्योगिक इकाइयों के लिए भी लाभकारी होगी। इस रेल खंड के शुरू होने से सड़कों पर भारी वाहनों का दबाव कम होगा, जिससे सड़क यातायात में भी सुधार होगा। साथ ही, पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी यह परियोजना महत्वपूर्ण है, क्योंकि रेल परिवहन सड़क परिवहन की तुलना में कम कार्बन उत्सर्जन करता है।