बैंक कर्मचारियों ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर उठाया लोन:पीड़ित पर बना रहे किश्त चुकाने का दबाव, जंक्शन पुलिस थाने में मामला दर्ज

रिलायंस डिजिटल, बजाज फाइनेंस व स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के कर्मचारियों ने आपस में मिलीभगत कर एक व्यक्ति के फर्जी दस्तावेज तैयार कर लोन उठा लिया। अब उस व्यक्ति पर लोन चुकाने का दबाव बनाया जा रहा है। धोखाधड़ी का शिकार हुए व्यक्ति ने जंक्शन पुलिस थाना में मुकदमा दर्ज करवाया गया है। पुलिस के अनुसार सुखप्रीत सिंह (32) पुत्र मलविन्द्र सिंह जटसिख निवासी वार्ड दस, गांव उत्तमसिंहवाला पीएस सदर हाल क्रिस्टल पाल्म, बेनीवाल हॉस्पिटल के पीछे, टाउन रोड, जंक्शन ने मामला दर्ज कराया है। रिपोर्ट में बताया कि करीब 20 दिन पहले उसके पास बजाज फाइनेंस लिमिटेड,जंक्शन से लक्ष्य निवासी गोलूवाला व तुषार आए। इन्होंने खुद को बजाज फाइनेंस का रिकवरी एजेंट होना बताया और कहा कि आपके तीन लोन अकाउंट की तीन-तीन किश्तें बाकी हैं। इस पर उसने बताया कि सिर्फ एक लोन ले रखा है, जो 23 अगस्त 2023 को लिया था। उसकी किश्तें समयानुसार भरी हुई हैं। उसके अलावा उसका कोई लोन नहीं लिया हुआ। तब इन दोनों ने बताया कि उसके नाम तीन लोन और लिए हुए हैं, जो रिलायंस डिजिटल जंक्शन में लिए हुए हैं। इस पर उसने कहा कि उसकी ओर से रिलायंस डिजिटल में ऐसे कोई लोन नहीं लिए हुए। तब उन्होंने कहा कि वह किश्तें भर दे,वरना उस पर कार्रवाई कर आपका सिबिल स्कोर डाउन करेंगे। इसके पश्चात वह बजाज फाइनेंस लिमिटेड की जंक्शन स्थित शाखा में कृष्ण कुमार पुत्र प्रहलाद के साथ गया। वहां उसे वही दोनों रिकवरी एजेंट लक्ष्य व तुषार मिले। उस दिन उसने 23 अगस्त 2023 को लिए हुए लोन का पूर्ण भुगतान कर नो ड्यूज सर्टिफिकेट प्राप्त कर लिया। वहां उसने जब अपने नाम पर हुए फर्जी लोनों के बारे में पूछा तो पहले तो उन्होंने बताने से मना कर दिया और कहा कि वह किश्तें भरे, फिर काफी कहने पर खुद के कंप्यूटर को चला कर बताया कि ये तीनों लोन रिलायंस डिजिटल के कर्मचारियों व हमारी ब्रांच के मैनेजर व कर्मचारी नसीब खान ने मिलकर आपके नाम जारी किए हैं। उन्होंने कुछ फोटो खुद के कंप्यूटर में दिखाई, जिसमें उसके नाम का एक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का फर्जी अकाउंट का विवरण था व दो आधार कार्ड की फोटो थी। एक आधार कार्ड तो जो उसके पास था वैसा था और जो दूसरा आधार कार्ड फर्जी तरीके से तैयार किया गया था। इसके अलावा उन्होंने कुछ भी और बताने से मना कर दिया और कहा कि वह उनके हाल मैनेजर वरुण सेठी से ही बात करें, उन्हें ही इस लोन की जानकारी है। इसके पश्चात उसने वरुण सेठी से फर्जीवाड़ा व कूटरचना कर उसके नाम से खोले स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के खाते व बजाज फाइनेंस लोन खातों का बताया तो उन्होंने भी कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। सुखप्रीत सिंह ने आरोप लगाया कि रिलायंस डिजिटल, बजाज फाइनेंस व स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के कर्मचारियों ने छलपूर्वक-कपटपूर्वक आपस में मिलीभगत से फर्जीवाड़ा कर उसके नाम के कूटरचित दस्तावेज तैयार कर फर्जी लोन पास कर उसका पैसा खुद हजम कर लिया। पुलिस ने लक्ष्य, तुषार, वरुण सेठी, नसीब वगैरा के खिलाफ बीएनएस की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर तफ्तीश एएसआई कृष्ण कुमार सारस्वत के सुपुर्द की है।