पढ़ाई में कमजोर, 2 दिन पहले एग्जाम दिया, फिर रटाया:25 लाख पेपर खरीदकर गोपाल बना अर्थशास्त्र लेक्चरर, पेपर लीक मामले में गिरफ्तार

पढ़ाई में कमजोर, 2 दिन पहले एग्जाम दिया, फिर रटाया:25 लाख पेपर खरीदकर गोपाल बना अर्थशास्त्र लेक्चरर, पेपर लीक मामले में गिरफ्तार
प्राध्यापक अर्थशास्त्र स्कूल शिक्षक 2022 एग्जाम पेपर लीक मामले में एसओजी ने लेक्चरर गोपाल विश्नोई को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में आरोपी खुलासा किया है कि 25 लाख रुपए में पेपर खरीदने के बाद खुद ने भी पढ़ा और परिवार के अन्य लोगों को भी नौकरी लगाया है। अब पुलिस परिवार के अन्य सदस्यों, रिश्तेदारों की तलाश कर रही है। करीब 4-5 अन्य लोग एसओजी रडार पर है। गोपाल की गिरफ्तारी के बाद पेपर लीक से नौकरी लगे कई लोग अंडरग्राउंड हो गए। अर्थशास्त्र का कोई नॉलेज नहीं एसओजी ने बताया- गोपाल पढ़ाई में कमजोर स्टूडेंट था, उसे अर्थशास्त्र का कोई नॉलेज भी नहीं है। 10वी-12वीं में भी कम अंक आए है। पेपर लीक सरगना भूपेंद्र सारण और गोपाल विश्नोई के संपर्क लेकर एसओजी पूछताछ कर रही है। इस मामले में कई अन्य लोगों के भी नाम है, जो पेपर खरीद कर नकल से नौकरी लगे है। अब एसओजी उन लोगों तलाश कर ही है। एसओजी ने गोपाल पुत्र चौथाराम निवासी नेड़ी नाडी धोरीमन्ना को अर्थशास्त्र पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किया है। प्राध्यापक अर्थशास्त्र 2022 एग्जाम भर्ती राजस्थान लोक सेवा आयोग अजमेर ने 15-16 अक्टूबर 2022 प्राध्यापक अर्थशास्त्र (स्कूल शिक्षा) प्रतियोगी परीक्षा-2022 का आयोजन किया था। एसओजी की जांच में परीक्षा से पहले पेपर लीक होने के साथ ही बड़ी अनियमितताएं सामने आई थी। एसओजी ने 10 अप्रैल 2025 को एफआईआर दर्ज की थी। जिसमें दीपक लक्षकार उसकी बहन कविता सहित कई लोगों की गिरफ्तारी होने के बाद अब धोरीमन्ना गोपाल को गिरफ्तार किया है। रिमांड पर चल रहा है आरोपी एसओजी ने गोपाल को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया है। पूछताछ में कई अन्य रिश्तेदारों को भी पेपर पढ़ाकर नौकरी लगाने का खुलासा हुआ है। इसके बाद अब एसओजी की ओर से लगातार दबिश दी जा रही है, लेकिन कई लोग सरकारी नौकरी लगे होने के बाद भी एसओजी की डर से फरार हो गए है। गोपाल राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल अरणियाली धोरीमन्ना में गोपाल अर्थशास्त्र लेक्चरर के पद पर कार्यरत था। इंजीनियरिंग में दाखिला, पास ही नहीं हुआ एसओजी के अनुसार गोपाल के पिता चौथाराम टीचर थे। अब रिटायर्ड है। बीए तक विज्ञान का स्टूडेंट रहा है, लेकिन इस बीच ओपन कॉलेज से अर्थशास्त्र का सब्जेक्ट लिया, ताकि पेपर लीक से नौकरी लग सके। शुरुआत से ही कमजोर स्टूडेंट रहा है, 10-12वीं में 50-55 प्रतिशत ही बने है। पिता ने जोधपुर के प्राइवेट कॉलेज में इंजीनियरिंग में दाखिला दिलाया, लेकिन वहां भी पास नहीं हुआ। अब एसओजी की गिरफ्त में आने के बाद पूछताछ की गई तो गोपाल का अर्थशास्त्र का नॉलेज ही नहीं है। पिछले काफी समय से मुखबिर से एसओजी के पास सूचना मिली हुई थी, इसके बाद अब एसओजी ने दबिश देकर गोपाल को गिरफ्तार किया है। गोपाल ने पूछताछ में एक महिला आरोपी का भी नाम लिया है। ग्रामसेवक का पेपर रटाया, फेल हो गया दरअसल, गोपाल ने बीएससी की है, 2018 में बड़े स्तर पर पेपर लीक हुए थे। तब ग्रामसेवक का पेपर भी रटाया था, लेकिन पूरी तरह से याद नहीं होने से पास नहीं हुआ, जबकि इसके बाद पेपर गिरोह के कहने पर ही ओपन कॉलेज से अर्थशास्त्र में एमए की थी। इसके बाद 2022 में जब अर्थशास्त्र की परीक्षा होनी थी, तब दो दिन पहले ही इसे पेपर दे दिया। पढ़ाई में बेहद कमजोर होने की वजह से दो दिन तक पेपर रटने के बाद परीक्षा दी और पास हो गया। एसओजी ने बताया कि गोपाल की गिरफ्तारी के बाद अन्य आरोपियों की भी तलाश की जा रही है।