पूर्व बॉयफ्रेंड का मर्डर, लाश के टुकड़े कर जलाया:दूसरे प्रेमी से शादी में रोड़ा न बने इसलिए मार डाला, अधजली खोपड़ी सुराग बनी, पार्ट-1

पूर्व बॉयफ्रेंड का मर्डर, लाश के टुकड़े कर जलाया:दूसरे प्रेमी से शादी में रोड़ा न बने इसलिए मार डाला, अधजली खोपड़ी सुराग बनी, पार्ट-1
15 दिसंबर 2023 फलोदी जिले का देचू कस्बा। हाईवे पर कुछ आवारा कुत्ते एक इंसानी खोपड़ी को खा रहे थे। आते-जाते लोगों ने ये देखा तो तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची। इलाके की तलाशी ली तो पुल के नीचे जले-कटे इंसानी टुकड़े मिले। पुलिस ने पोस्टमाॅर्टम, एफएसएल और डीएनए जांच कराई तो शव के अवशेष नितेंद्रराज नाम के युवक के निकले। मौत की वजह- गला घोंटना, नींद की गोलियां और जहर। नितेंद्रराज के पिता ने ममता मीणा नाम की युवती पर बेटे की हत्या का शक जताया। ममता नितेंद्रराज की प्रेमिका थी। क्या वही नितेंद्रराज की हत्यारी थी? अगर हां तो क्या थी हत्या की वजह? पढ़िए पूरी रिपोर्ट… साल 2018, जयपुर चूरू का नितेंद्रराज वाल्मीकि जयपुर के बड़े कोचिंग सेंटर से प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा था। यहां उसकी मुलाकात जयपुर के मनोहरपुर की रहने वाली ममता मीणा से हुई। मुलाकात दोस्ती में बदल गई। नितेंद्रराज ने उसे अपना नाम प्रवीण मीणा बताया। कोचिंग के बाद दोनों विधानसभा के पास बने गार्डन में मिलते, साथ खाना खाते, पढ़ते और घंटों बातें करते। दोनों ने एक-दूसरे के मोबाइल नंबर भी ले लिए। इसके बाद फोन पर भी दोनों के बीच लंबी बातचीत होने लगी। दोस्ती कब प्यार में बदल गई, दोनों को पता ही नहीं चला। ममता कई बार प्रवीण (नितेन्द्रराज) के कमरे पर भी रुकी। दोनों ने तय किया–नौकरी लगते ही शादी करेंगे। सामने आ गई नितेंद्रराज की असली पहचान ममता को धीरे-धीरे प्रवीण (नितेन्द्रराज) के नाम और जाति को लेकर शक होने लगा। ग्रेड सेकेंड परीक्षा से 20 दिन पहले उसे नितेन्द्रराज की असली पहचान का पता चला। जब ममता ने आईडी मांगी तो नितेन्द्रराज ने टालमटोल की। झगड़ा हुआ, लेकिन बाद में नितेन्द्रराज ने झुंझुनूं से आधार कार्ड मंगवाने का वादा कर झगड़ा सुलझा लिया। कई दिन बाद ममता ने चालाकी से प्रवीण (नितेन्द्रराज) के बैग से उसकी असली आईडी देख ली,सच सामने था। ममता का दिमाग सन्न रह गया। वह गार्डन से अपने कमरे लौट गई और फोन पर गाली-गलौच कर दी। नितेन्द्रराज ने मनाने की कोशिश की, लेकिन ममता ने उसे ब्लॉक कर दिया। नितेन्द्रराज ने कई नई सिम से संपर्क की कोशिश की, लेकिन ममता ने गांव जाते वक्त अपना मोबाइल ही बस में छोड़ दिया। दोनों के रास्ते अलग हो गए। ममता ग्रेड थर्ड टीचर बन गई प्रवीण (नितेन्द्रराज) से ब्रेकअप के बाद ममता ने खुद को पढ़ाई में झोंक दिया। ग्रेड थर्ड टीचर के पद पर उसका सिलेक्शन हो गया। उसे नागौर की डेगाना तहसील के रामसरी गांव के सरकारी स्कूल में नियुक्ति मिली। उधर, नितेन्द्रराज का चयन नहीं हुआ। ममता ने नितेन्द्रराज को अपनी जिंदगी से पूरी तरह निकाल दिया, लेकिन नितेन्द्रराज के दिल में अब भी ममता के लिए प्यार बाकी था। एक दिन ममता जयपुर से गांव लौट रही थी। बस में उसकी मुलाकात मनोहरपुर (जयपुर) के ही रहने वाले जयकरण मीणा से हुई। दोनों स्कूल के दिनों के परिचित थे। जयकरण ने बताया कि उसका भी ग्रेड थर्ड शिक्षक के पद पर चयन हुआ है। वह जोधपुर जिले के देचू तहसील के सगरा गांव में नियुक्त है। दोनों ने नंबर एक्सचेंज किए और बातचीत शुरू हो गई। दोस्ती जल्द ही प्यार में बदल गई। दोनों ने शादी का प्लान बनाया। नितेंद्रराज के पास थे ममता के फोटो ममता 27 अक्टूबर 2023 को जयकरण से मिलने देचू (जोधपुर) पहुंची। तीन दिन दोनों साथ रहे। ममता ने जयकरण से शादी की बात की। इसी दौरान उसने जयकरण को अपने और नितेंद्रराज के अफेयर के बारे में भी बताया। उसने बताया कि नितेंद्रराज के पास उसके कुछ फोटो हैं। उसे डर है कि शादी के बाद वो फोटोज वायरल कर देगा। उसने जयकरण से कहा- इस डर को खत्म करने का एक ही तरीका है। हमें नितेंद्रराज को खत्म करना होगा। जयकरण चौंक गया। उसने हत्या की बात से साफ इनकार कर दिया। ममता ने धमकी दी कि अगर उसने नितेंद्रराज की हत्या में उसका साथ नहीं दिया तो वो उसे रेप के केस में फंसा देगी। ममता की इस धमकी के आगे जयकरण बेबस हो गया। आखिर दोनों ने मिलकर हत्या की प्लानिंग शुरू की। यूट्यूब पर दर्जनों वीडियो देखकर पुलिस से बचने, सबूत मिटाने और लाश को ठिकाने लगाने के तरीके सीखे। अनजान युवक से फोन लेकर नितेंद्रराज को कॉल किया नितेन्द्रराज की सगाई पाली में हो चुकी थी। इसके बावजूद वो ममता को भूल नहीं पाया था। 30 अक्टूबर 2023 को ममता ने जोधपुर रेलवे स्टेशन पर एक अनजान युवक से फोन लेकर नितेन्द्रराज को कॉल किया। ममता ने नितेन्द्रराज को मिलने के लिए गोटन बुलाया। ममता ने उस अनजान युवक के मोबाइल से भी नितेंद्रराज के नंबर डिलीट कर दिया, ताकि कोई सुराग न मिले। इधर, ममता के इरादों से अनजान नितेंद्रराज खुशी-खुशी उससे मिलने के लिए तैयार हो गया। ममता 4 नवंबर को स्कूल से आधे दिन की छुट्टी लेकर रामसरी से निकली। रास्ते में बस में किसी और अनजान व्यक्ति से फोन लेकर जयकरण को कॉल किया- मैंने नितेन्द्रराज को बुला लिया है, तैयारी रखना… पार्ट–2 में कल पढ़िए