पिता बोले- बेटी को मारकर फंदे पर लटकाया:बड़ी का घर खराब न हो इसलिए चुप रहा; ससुराल में ग्रामीणों की पंचायत बैठाई

11 महीने की नवविवाहिता ने घर के कमरे में फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। पिता का आरोप है ये सुसाइड नहीं हत्या है। उनका कहना है- मेरी बेटी को मारा गया है। उसके गले, मुंह और आंखों के आसपास चोट के निशान हैं। पिता का कहना है कि बड़ी बेटी की शादी भी इसी घर में हुई है। ऐसे में, चुप रहा लेकिन फिर लगा कि यह छोटी के साथ अन्याय होगा। बेटी के अंतिम संस्कार के बाद पिता गांव से बस लेकर बेटी के ससुराल पहुंचे और वहां ग्रामीणों संग धरने पर बैठे हैं। मामला पाली के रोहट थाना इलाके का है। अब समझिए घटना की पूरी टाइमलाइन एक ही घर में 2 बेटियों की शादी की थी पिता गंगा सिंह राजपुरोहित ने बताया- मेरी 2 बेटियों निरमा (बड़ी) और खुशबू (छोटी) की शादी बाड़मेर के डोली गांव में नारायणसिंह राजपुरोहित के 2 बेटों ही हुई है। 11 जुलाई 2024 को खुशबू की शादी भोमसिंह से हुई थी। दामाद भोम सिंह अपने बड़े भाई के साथ हनुमानगढ़ जिले के रावतसर में मिठाई की शॉप चलाते हैं। खुशबू भी रावतसर ही रहती थी। बिना बताए अंतिम संस्कार किया पिता ने बताया- 16 जून को बेटी खुशबू अपने रावतसर स्थित मकान में फंदे से लटकी मिली थी। इसके बाद दामाद भोम सिंह उसे बाड़मेर के डोली गांव लेकर आए और 17 को ही अंतिम संस्कार कर दिया। तब तक हमें किसी ने इस हादसे के बारे में नहीं बताया। परिजनों और जानकारों ने हमें खुशबू के साथ हुए हादसे के बारे में बताया। तब जाकर पता चला। पहले तो सोचा कि बड़ी बेटी का घर बिगड़ जाएगा लेकिन छोटी के साथ हुआ अन्याय भी तो ठीक नहीं… तो गांव से सभी को लेकर डोली गांव पहुंचे हैं। गंगा सिंह आरोप लगाते हुए कहते हैं- बेटी खुशबू को मारकर फंदे पर लटका कर उसे आत्महत्या का रूप देने का प्रयास किया गया है। उसकी बॉडी में जगह-जगह चोटे आई हुई जो फोटो और वीडियो में साफ दिख रही है। उसके आंख, मुंह और गले पर चोट है। 5 बहनें और एक भाई धर्मधारी निवासी गंगासिंह राजपुरोहित के 5 बेटियां और 1 बेटा है। सबसे छोटा बेटा है जिसकी उम्र 17 साल है। खुशबू तीसरे नंबर पर थी। उससे बीए तक की पढ़ाई की थी। गंगासिंह गाजण माता मंदिर के बाहर चाय का केबिन चलाकर घर चलाते हैं।