कुएं में उतरे पिता-पुत्र कीचड़ में फंसे, मौत:पानी की मोटर बाहर निकालने के लिए गए थे, ढाई घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन

खेत में पंखे (मोटर) को निकालने कुएं में उतरे एक पिता और उनका बेटा कीचड़ में धंसकर मौत के मुंह में समा गए। पिता को बचाने के प्रयास में बेटा भी कीचड़ में फंस गया। जिसे 2 घंटे बाद बाहर निकाला जा सका।
घटना के तुरंत बाद ढाई घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चला। स्थानीय लोगों व प्रशासन ने कड़ी मशक्कत के बाद दोनों को बाहर निकाला, लेकिन तब तक उनकी सांसें थम चुकी थीं। हादसा डीग में गुरुवार सुबह 7:30 बजे कामा गेट क्षेत्र के बरई रोड स्थित एक खेत में हुआ। सुबह 7 बजे कुएं में उतरे थे, आधे घंटे बाद हुआ हादसा
डीग शहर के रहने वाले धर्मसिंह (55) और उनका बेटा बंटी (23), गुरुवार सुबह 7 बजे बरई रोड स्थित हुकम सैनी के खेत में पहुंचे थे। उन्हें खेत में लगी कुएं की मोटर निकालने के लिए बुलाया गया था। पिता-पुत्र रस्सी के सहारे कुएं में उतरे, लेकिन नीचे कीचड़ अधिक था। लगभग 7:30 बजे धर्मसिंह कुएं के अंदर फिसलकर कीचड़ में फंस गए। बेटे ने बचाने की कोशिश की, खुद भी फंस गया
धर्मसिंह के कीचड़ में फंसने पर उनका बेटा बंटी चिल्लाया और तुरंत अपने पिता को बचाने के लिए आगे बढ़ा, लेकिन वह खुद भी कीचड़ में धंस गया। घटनास्थल पर मौजूद खेत मालिक हुकम सैनी भी यह सब देखकर घबरा गये और लोगों को बुलाने दौड़े। शोर सुनकर आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे और रस्सियों व औजारों की मदद से रेस्क्यू शुरू किया गया। पहले निकाले गए धर्मसिंह, डॉक्टरों ने किया मृत घोषित
करीब 8 बजे धर्मसिंह की शर्ट एक हुक में फंस गई, जिससे ग्रामीणों ने उसे ऊपर खींच लिया। मौके पर मौजूद पुलिस व डॉक्टरों की टीम ने तुरंत उन्हें एंबुलेंस से डीग के जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टर जितेंद्र सिंह फौजदार ने मृत घोषित कर दिया। 2 घंटे बाद निकाला गया बंटी, बचाया नहीं जा सका
इसके बाद बंटी को बाहर निकालने के लिए नगर परिषद की टीम, भारी पुलिस बल और जेसीबी मशीन मौके पर तैनात की गई। लेकिन बंटी केवल अंडरवियर में था, जिससे रेस्क्यू में काफी कठिनाई आई, क्योंकि उसका शरीर हुक में नहीं अटक पा रहा था। अंततः करीब ढाई घंटे की मशक्कत के बाद उसे बाहर निकाला गया और डीग अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टर गजेंद्र पाल सिंह ने उसे भी मृत घोषित कर दिया। परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
धर्मसिंह और बंटी दोनों दिहाड़ी मजदूर थे। बंटी 2 भाइयों में छोटा था और दोनों पिता के साथ मिलकर मजदूरी कर परिवार का पालन-पोषण करते थे। पहले से ही आर्थिक तंगी से जूझ रहा यह परिवार अब इस हादसे के बाद गहरे शोक में डूब गया है। ग्रामीणों ने प्रशासन से पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता और सरकारी मदद की मांग की है। डीग पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए मॉर्च्युरी में रखवाया है और मामले की जांच शुरू कर दी है।