कहीं ITI की जगह जानवरों का बाड़ा, कहीं स्कूल:न ट्रेंड स्टाफ, न ही जरूरी मशीनें, राजस्थान के 682 संस्थानों में सामने आया फर्जीवाड़ा

कहीं ITI की जगह जानवरों का बाड़ा, कहीं स्कूल:न ट्रेंड स्टाफ, न ही जरूरी मशीनें, राजस्थान के 682 संस्थानों में सामने आया फर्जीवाड़ा
राजस्थान में चल रहे 682 ITI संस्थानों को लेकर बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। 241 बंद मिले। 35 का पता गलत था। कुछ में प्राइवेट स्कूल चल रहे थे तो कुछ में जानवर बंधे हुए थे। जो संस्थान मिले, उनमें भी कहीं स्टाफ नहीं था तो कहीं उपकरण और मशीनें नहीं थीं। ये खुलासा राजस्थान कौशल और आजीविका विकास निगम (आरएसएलडीसी) के अधिकारियों की जांच में हुआ है। सरकार ने इन पर कार्रवाई करने की तैयारी भी कर ली है। आरएसएलडीसी की जांच के बाद भास्कर टीम ने भी कुछ जगह जाकर पड़ताल की। हालात चौंकाने वाले थे। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… केस-1 : दूदू : संस्थान बंद, परिसर में जानवर जयपुर से करीब 40 किलोमीटर दूर दूदू के सांवरदा स्थित जेडी पीवीटी, आईटीआई। भास्कर टीम ने मौके पर जाकर देखा तो संस्थान बंद मिला। वहां न तो कोई स्टाफ मिला और न हीं स्टूडेंट्स। सिर्फ दो गार्ड थे। दूदू में पड़ने वाले आईटीआई में अधिकारियों ने निरीक्षण किया तो परिसर में जानवर मिले। केस 2 : आईटीआई की जगह चल रहा था स्कूल आदर्श पीवीटी आईटीआई, भीवाल काॅलोनी, भांकरोटा, जयपुर। इस पते पर निरीक्षण किया तो आदर्श चिल्ड्रन्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल मिला। अधिकारियों की मानें तो यहां आटीआई संस्थान सिर्फ कागजों में ही चल रहा है। केस 3 : न स्टाफ, न ही उपकरण और मशीनें जेडी आटीआई काॅलेज सीतापुरा इंडस्ट्रीयल एरिया जगतपुरा। यहां भी कई तरह की खामियां मिली। स्टाफ पर्याप्त नहीं था, जो थे वो भी ट्रेंड नहीं थे। प्रमुख उपकरणों एवं मशीनों की कमी साफ नजर आई। केस 4 : दूसरी गतिविधियां चल रही थीं मंथन प्राइवेट इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट गुर्जर की ढाणी, मोरिजा गांव, तहसील चौमूं। अधिकारियों ने जब मौके पर जाकर जांच की तो संस्थान में अन्य गतिविधियां संचालित हो रही थी। किसी भी स्टाफ की डिटेल मुहैया नहीं कराई गई। जयपुर जिले में बंद/ कागजों में चल रहे आईटीआई संस्थान प्राइवेट आईटीआई संस्थानों के लिए सरकार के क्या हैं निर्देश प्रबंध निदेशक बोले- मान्यता समाप्त करने के लिए लिखेंगे पिछले मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के निर्देश पर आईटीआई संस्थानों में गुणवत्तापूर्ण सुधार के लिए अधिकारियों के एक दल ने निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान इन संस्थानों में कई तरह की खामियां मिलीं। आरएसएलडीसी के प्रबंध निदेशक समित शर्मा का कहना है कि आईटीआई संस्थानों की हकीकत देखने के लिए सभी जगह निरीक्षण किया गया है। 682 प्राइवेट आईटीआई में अनियमितताएं मिलीं। कई ऐसे संस्थान मिले जिनके नाम पर स्कूल या फिर अन्य गतिविधियां चलाई जा रही हैं। सभी प्राइवेट संस्थानों को अपनी वेबसाइट बनाने के लिए कहा है। स्टाफ एवं स्टूडेंट्स की उपस्थिति अनिवार्य होगी। प्राइवेट आईटीआई संस्थानों का प्रतिनिधिमंडल ने सचिवालय में उनसे मुलाकात की है। प्रतिनिधिमंडल ने सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करने की बात कही है। इसके लिए कुछ समय मांगा है।