रेजिडेंट्स का प्रदर्शन 7वें दिन भी जारी, सांकेतिक भूख हड़ताल भी शुरू, मांगों को अनुचित बताते हुए अब इनके विरोध में उतरे सीनियर डॉक्टर

रेजिडेंट्स का प्रदर्शन 7वें दिन भी जारी, सांकेतिक भूख हड़ताल भी शुरू, मांगों को अनुचित बताते हुए अब इनके विरोध में उतरे सीनियर डॉक्टर
आरएनटी मेडिकल कॉलेज से संलग्न एमबी, जनाना, एसएसएच, टीबी और दोनों सेटेलाइट हॉस्पिटल में अव्यवस्थाएं पसर गई हैं। सबसे अधिक मरीज एमबी अस्पताल में पहुंचते हैं। ये संभाग का सबसे बड़ा अस्पताल है। यहां ओपीडी में शनिवार को छोड़कर सामान्य दिनों में औसतन 4-5 हजार मरीज पहुंचते हैं। मरीजों की संख्या में अब भी खास अंतर नहीं आया है, लेकिन डॉक्टरों की संख्या कम होने से उन्हें लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। एमआरआई, सोनोगाफ्री, सीटी स्कैन जैसी महत्वपूर्ण जांचें भी सिर्फ इमरजेंसी में आने वाले मरीजों के लिए ही चालू हैं। ओपीडी में जिन भी मरीजों को ये जांचें लिखी जा रही हैं, उन्हें 4-5 दिन बाद तक का समय दिया जा रहा है। मजबूरी में लोग प्राइवेट लैबों में महंगी दर पर जांच कराने को मजबूर हैं। आईपीडी भी घट गई है। आमदिनों में यह रोज 300-400 रहती है। अब घटकर 200 तक आ गई है। बुधवार को 209 मरीजों की आईपीडी रही। अस्पताल में सामान्य से एक चौथाई ऑपरेशन हो रहे हैं। ऑपरेशन की संख्या 100-125 से घटकर बुधवार को सिर्फ 22 रह गई। इसमें भी गठना, गर्भाशय जैसे इलेक्टिव ऑपरेशन नहीं हो रहे हैं। केवल इमरजेंसी और जरूरी ऑपरेशन हो रहे हैं। उदयपुर| आरएनटी मेडिकल कॉलेज के चेतक सर्किल स्थित हॉस्टल में डॉ. रवि शर्मा की मौत मामले में रेजिडेंट्स की हड़ताल बुधवार को 7वें दिन भी जारी रही। रेजिडेंट्स ने अब सांकेतिक भूख हड़ताल भी शुरू कर दी है। उधर, रेजिडेंट्स की मांगों को अनुचित बताते हुए उनके विरोध में सीनियर डॉक्टर्स उतर गए हैं। राजस्थान मेडिकल कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन उदयपुर के सदस्यों ने बुधवार को काली पट्टी बांधकर रेजिडेंट्स का विरोध किया। पिछले एक सप्ताह में कॉलेज प्रशासन, जिला प्रशासन समेत विभिन्न एसोसिएशन, समाज-संगठन और नेता-मंत्रियों के दखल के बावजूद मामले में कोई नतीजा नहीं निकल रहा है, जबकि हजारों मरीज परेशान हो रहे हैं। डॉ. रवि शर्मा के परिजन भी अपनी मांगों को लेकर बुधवार को वापस उदयपुर आ गए। राज्य के अन्य जिलों बीकानेर, कोटा, अजमेर, झालावाड़, पाली में भी रेजिडेंट्स ने भी कार्यों का पूर्ण बहिष्कार कर दिया है। जोधपुर-जयपुर में फिलहाल 2 घंटे की स्ट्राइक चल रही है। ऐसे में उदयपुर सहित प्रदेश के कई जिलों में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं। बुधवार शाम को जिला कलेक्टर, कॉलेज प्रशासन और रेजिडेंट्स के बीच करीब एक घंटे तक मध्यस्थता वार्ता हुई, जो असफल रही। रेजिडेंट्स परिवार के लिए उचित मुआवजा और जिम्मेदारों पर कारवाई जैसी मांगों पर पर अड़े हैं। वे गुरुवार को आठवें दिन भी हड़ताल पर रहेंगे। राजस्थान मेडिकल कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन उदयपुर सेक्रेटरी डॉ. तरुण रलोत के मुताबिक सभी सदस्य अपने संस्थान के प्रशासन व वरिष्ठ शिक्षकों के सम्मान की रक्षा के लिए काली पट्टी बांधकर शांतिपूर्ण विरोध कर रहे हैं। आगामी दिनों में रेजिडेंट्स का विरोध करते हुए 2 घंटे की हड़ताल भी कर सकते हैं। एसोसिएशन के मुताबिक मृतक चिकित्सक के प्रति पूर्ण संवेदना है, लेकिन निष्पक्ष जांच से पहले किसी भी फैकल्टी को दोषी ठहराने का विरोध किया जाएगा।