कोटा में स्टूडेंट का सिर चीरकर गाल में फंसी गोली:घायल को नहीं पता कैसे लगी बुलेट, 4 दिन तक खाता-खेलता रहा, डॉक्टर बोले- ऐसा केस नहीं देखा

कोटा में स्टूडेंट का सिर चीरकर गाल में फंसी गोली:घायल को नहीं पता कैसे लगी बुलेट, 4 दिन तक खाता-खेलता रहा, डॉक्टर बोले- ऐसा केस नहीं देखा
कोटा में दोस्तों के साथ खेल रहे 10th क्लास के स्टूडेंट को अचानक गोली लग गई। कान में लगी गोली सिर की हड्डी को चीरते हुए गाल में फंस गई। परिजनों ने इसे पहले सामान्य चोट माना। एक्स-रे करवाने पर गोली नजर आने पर सभी दंग रह गए। ऑपरेशन के बाद गोली को निकाला गया। आखिर ये गोली लड़के को लगी कैसे? कारण- खुद लड़का नहीं जानता कि उसे गोली कैसे और किसने मारी। घटना रामगंज मंडी इलाके की है। वहीं, डॉक्टर ने कहा- 38 साल के करियर में ऐसा पहला केस देखा है। स्टूडेंट कोटा के प्राइवेट हॉस्पिटल के ICU में एडमिट है। भाई बोला- हमें लगा था कि खेलने से चोट लगी है लड़के के भाई रौनक गुर्जर ने बताया है कि- श्लोक 31 मई को गली में पड़ोसी दोस्तों के साथ खेल रहा था। भाई का दोस्त भागते हुए आया और बताया कि श्लोक के चोट लग गई है। हम पहुंचे तो वह बेसुध पड़ा था। उसके कान से खून आ रहा था। हमें लगा कि सड़क पर गिरने से सिर पर चोट लगी है। उसे रामगंजमंडी हॉस्पिटल लेकर गए। वहां उसका सामान्य इलाज कराते रहे। इसके बाद उसे झालावाड़ ले गए। इस दौरान वो सामान्य ही था। गोली लगने से डरा, परिवार को नहीं बताया बच्चे के पिता सुरेश गुर्जर ने बताया- झालावाड़ में डॉक्टर ने कहा था कि कोई अजीब चीज नजर आ रही है। उनकी सलाह पर हम बच्चे को कोटा लेकर आए। यहां प्राइवेट हॉस्पिटल में डॉक्टर को दिखाया। डॉक्टर ने एक्स-रे करवाया, जिसमें उसके मुंह में फंसी गोली नजर आई। पिता ने बताया- गोली कैसे लगी इस बारे में बेटे से पूछा। उसने कहा कि उस दिन गोली चलने जैसी आवाज आई और मैं गिर गया था। डर के कारण किसी को नहीं बताया था। पुलिस कर रही है जांच- सीआई डॉक्टर ने बताया कि- गोली कान से घुसकर स्कलबेस यानी मस्तिष्क के बेस की हड्डी चीरकर दूसरी तरफ निकली और दायें जबड़े को पार करके मांस में फंस गई। गुरुवार (5 जून) को उसका ऑपरेशन किया गया था। वहीं, रामगंजमंडी सीआई मनोज सिकरवार ने कहा- फिलहाल श्लोक गुर्जर (17) बयान देने की हालत में नहीं है। अभी हम भी स्पष्ट नहीं हैं कि गोली कैसे लगी यह अब तक पहेली है। मामले की जांच कर रहे है।