आठ-नौ साल की दो बहनों से रेप का आरोपी गिरफ्तार:हत्या के मामले में 21 साल जेल में काटकर आया, दस साल बाद फिर जेल में

बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ में दो मौसेरी बहनों के साथ दुष्कर्म करने के मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी हत्या के एक मामले में बीस साल कारावास की सजा काट चुका है। कुछ साल पहले बाहर आने के बाद उसने फिर ऐसी हरकत कर दी है कि वापस जेल जाना पड़ेगा। दरअसल, श्रीडूंगरगढ़ के किसी गांव में दो बहनें अपने पीहर आई थी। दोनों की दो बेटियां जो 8 वर्षीय व 9 साल की है, उनके साथ दुष्कर्म किया गया। दोनों मासूम बच्चियां घर के पास ही शौच करने गई थी कि वहां एक शख्स ने चप्पल देने के बहाने घर में बने मंदिर में ले गया। जहां खुद को पुजारी बताया। फिर दोनों बच्चियों के साथ दुष्कर्म का प्रयास किया। बच्चियों ने घर आकर अपनी मां को बताया। मां ने अपने पति को बताया। जिसने ससुराल पहुंचकर लड़कियों से सारे घटनाक्रम की जानकारी ली। श्रीडूंगरगढ़ पुलिस को एफआईआर दी गई। श्रीडूंगरगढ़ सीओ निकेत पारीक ने दैनिक भास्कर को बताया कि 50 वर्षीय श्रीभगवान पुत्र रूघाराम सोनी को शुक्रवार देर शाम गिरफ्तार कर लिया। आरोपी गांव से किसी रोड पर शिव मंदिर बना कर बैठा था। तांत्रिक कार्य भी करता था। आरोपी वर्ष 1993 में गांव बीदासर में ज्वैलर्स के घर में लूट एवं पांच निर्मम हत्याएं करने के आरोप में करीब 21 सालों तक जेल काट चुका है। कुछ वर्षों पहले जेल से परमानेंट पैरोल पर बाहर आया था। पांच जनों की हत्या की थी श्रीभगवान चोरी की नीयत से घर में घुसा था। दो महिलाओं और तीन बच्चों की हत्या कर दी थी। जिसमें एक दो साल का बच्चा भी शामिल था। इस घटना के बाद से बीदासर गांव में हड़कंप मच गया था। तब भी पुलिस ने काफी मशक्कत करके इसे गिरफ्तार किया था। मिली थी फांसी की सजा श्रीभगवान को रतनगढ़ कोर्ट ने फांसी की सजा दी। तब श्रीडूंगरगढ़ रतनगढ़ तहसील का हिस्सा था। इसके बाद मामला राजस्थान हाईकोर्ट पहुंचा, वहां भी उसे फांसी की सजा बरकरार रखी गई लेकिन बाद में सुप्रीम कोर्ट ने फांसी को बीस साल की सजा में तब्दील कर दिया। कुछ साल पहले वो परमानेंट पैरोल पर छूटकर बाहर आ गया। सरकारी जमीन पर मंदिर पारीक ने बताया कि आडसर-सुरजनसर मार्ग पर सरकारी जमीन को अपनी बताकर वहां मंदिर बना लिया। पारीक ने बताया कि आरोपी को आज न्यायालय में पेश किया जाएगा। आरोपी नंगें पांव घूम रही बालिकाओं को नई चप्पल दिलवाने व प्रसाद खिलाने का लालच देकर अपने साथ ले गया था।