बीज उत्सव में 300 से अधिक ग्रामीणों की भागीदारी:प्रतापगढ़ में देसी बीजों का आदान-प्रदान, पारंपरिक खेती को बढ़ावा

प्रतापगढ़ जिले के पीपलखूंट ब्लॉक स्थित ग्राम पंचायत जेठलिया में बीज उत्सव 2025 का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में 300 से अधिक किसान, जनप्रतिनिधि, शिक्षक और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए। उत्सव में मक्का, कांग, रागी, कुरी, बटी, उड़द, मूंग, तुअर समेत कई देसी बीजों का आदान-प्रदान किया गया। स्थानीय किसानों ने बताया कि ये बीज जलवायु के अनुकूल हैं। इनसे रासायनिक खेती पर निर्भरता कम होती है। कार्यक्रम में महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में शामिल हुईं। पारंपरिक गीत और नृत्य के माध्यम से सांस्कृतिक एकता का प्रदर्शन किया गया। वाग्धारा संस्था के प्रतिनिधि बाबूलाल चौधरी ने कहा कि बीज आत्मनिर्भर स्वराज की नींव हैं। जिला मंच प्रतिनिधि मणि देवी ने बताया कि बीजों के साथ वे अपनी संस्कृति और परंपराओं को भी संरक्षित कर रहे हैं। कार्यक्रम में छगनलाल निनामा, प्रेमलता, कल्पना, रामेश्वर और वासुदेव निनामा सहित कई प्रमुख लोग उपस्थित रहे। यह आयोजन बीज बचाओ और पर्यावरण संरक्षण का जनांदोलन बन रहा है। वाग्धारा संस्था की यह पहल जैविक खेती और स्थानीय बीज बैंक को बढ़ावा दे रही है।