फेसबुक फ्रेंडशिप बन शातिर ने 57 लाख रुपए ठगे:जोधपुर के व्यापारी को 'फैशन डिजाइनर' ने दिया क्रिप्टो में भारी मुनाफे का झांसा’

फेसबुक फ्रेंडशिप बन शातिर ने 57 लाख रुपए ठगे:जोधपुर के व्यापारी को 'फैशन डिजाइनर' ने दिया क्रिप्टो में भारी मुनाफे का झांसा’
जोधपुर। सोशल मीडिया पर दोस्ती की शुरुआत, फिर व्हाट्सएप पर निजी बातचीत और उसके बाद क्रिप्टोकरेंसी में निवेश का झांसा – जोधपुर के प्रताप नगर निवासी हरीश कुमार के साथ हुई 57.55 लाख रुपए की ठगी की कहानी किसी फिल्मी पटकथा से कम नहीं है। इस मामले में प्रताप नगर सदर थाने की पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की है। कैसे हुई ठगी की शुरुआत प्रताप नगर सदर थाने में दर्ज एफआईआर के अनुसार – प्रतापनगर बिजलीघर के पीछे निवासी हरीश कुमार (38) पुत्र जेसाराम को 8 अप्रैल को फेसबुक पर 'सेजल अग्रवाल' नाम की आईडी से फ्रेंड रिक्वेस्ट मिली। हरीश ने रिक्वेस्ट स्वीकार की और दोनों के बीच बातचीत शुरू हो गई। कुछ दिनों में ही सेजल ने अपना व्हाट्सएप नंबर साझा किया और बातचीत व्हाट्सएप पर शिफ्ट हो गई। 'फैशन डिजाइनर' के नाम पर विश्वास में लिया सेजल अग्रवाल ने खुद को बेंगलुरु, कर्नाटक की निवासी और ‘फ्रिडम फैशन' नामक दुकान की मालकिन बताया। उसने हरीश को क्रिप्टो/डिजिटल मुद्रा में निवेश का झांसा दिया, खुद को अनुभवी ट्रेडर बताते हुए भारी मुनाफे का लालच दिया। शुरुआत में हरीश ने 14,000 रुपए यूपीआई से ट्रांसफर किए, जिससे उसे 2,208 रुपए का लाभ भी मिला, जो उसके खाते में आ गया। मुनाफे का झांसा, फिर लाखों की ठगी पहली बार मुनाफा खाते में आते ही हरीश का भरोसा और बढ़ गया। इसके बाद सेजल और उसके सहयोगी रमेश (खुद को ब्रोकर बताने वाला) ने हरीश को बार-बार ज्यादा निवेश करने के लिए उकसाया। हरीश ने 55,000 रुपए, फिर 16,800 रुपए, 83,000 रुपए, 1.92 लाख रुपए, 1.99 लाख रुपए, 2 लाख रुपए समेत कई बार अलग-अलग खातों में बड़ी रकम ट्रांसफर की। लॉक पीरियड, वॉलेट वेरिफिकेशन और लगातार दबाव सेजल ने 'लॉक पीरियड' और 'वॉलेट एड्रेस वेरिफिकेशन' जैसे बहाने बनाकर हरीश से और पैसे मंगवाए। जब हरीश ने पैसे की व्यवस्था न होने की बात कही, तो सेजल ने और उधार लेकर पैसे डालने का दबाव बनाया। हरीश ने बैंक से लोन लेकर और जान-पहचान वालों से उधार लेकर कुल 57,55,461 रुपए ICICI, UCO, CANARA, Fino Payment, IDFC First, Bank of Maharashtra, Indian Bank, United Bank of India, Karur Vysya Bank आदि के कई खातों में भेजी गई। रकम ट्रांसफर करने के बाद भी जब हरीश को उसका पैसा नहीं मिला, तो उसे ठगी का अहसास हुआ। सेजल अग्रवाल और रमेश लगातार और पैसे डालने का दबाव बनाने लगे और धमकी देने लगे कि रकम डूब जाएगी। अंततः हरीश कुमार ने एफआईआर दर्ज कराई।