परिवहन विभाग:प्रदेश की पहली इलेक्ट्रिक डबल डेकर बोट पिछोला में, आंधी-तूफान में भी नहीं डिगेगी

लेकसिटी में पहली बार डबल डेकर लग्जरी बाेट पिछोला झील में उतारी गई है। ये प्रदेश की भी पहली इलेक्ट्रिक डबल डेकर बाेट बताई जा रही हैं। हालांकि, परिवहन विभाग ने अभी ऊपर की मंजिल पर यात्रियाें काे बैठाने की अनुमति नहीं दी है। यह बोट ‘पैंटून’’ तकनीक से बनी है। ऐसे में यह बोट आंधी-तूफान में भी स्थिर और सुरक्षित बनी रहेगी। इस बोट में अभी 25 की बैठक क्षमता को मंजूरी दी गई है। इसी के साथ एक अन्य 20 सीटर इलेक्ट्रिक बोट उतारी गई। शनिवार को सांसद मन्नालाल रावत ने इनका उद्घाटन किया। बता दें कि पिछोला झील में होटल-निगम आदि की 70 बोट संचालित हैं। इनमें से निगम ने 18 नावों के संचालन का ठेका दिया हुआ है। इनमें से 14 चलाई जा रही हैं। अभी बोट का संचालन शिवा एंड कोरल एसोसिएट्स कर रही है। समुद्री लहरें सहने की क्षमता, अभी 25 यात्री बैठेंगे ठेका फर्म के संचालक धर्मवीर सिंह भाटी ने बताया कि पैंटून बाेट का उपयाेग विदेशों में अधिकतर समुद्र में काफी किया जाता है। मुंबई में भी ऐसी बाेट चलाई जाती हैं। ये समुद्र की लहरों के बीच भी संतुलन बना लेती हैं। उदयपुर की झीलों में ज्यादा ताकतवर लहरें नहीं आती, इसके बावजूद बाेट संचालन सुरक्षित रहेगा। इसमें बीच में स्टेयरिंग हाेता है। इसके सभी पुर्जे विदेश से मंगवाए गए और उदयपुर में असेंबल किया गया। बाेट की जांच नेवल ऑफिसर से कराई गई। तूफान में फंस चुकी नाव इसी साल 19 मई काे तूफान के चलते फतहसागर झील में टूरिस्टों से भरी एक बोट फंस गई थी। चालक सहित 35 टूरिस्ट थे। इन्हें मशक्कत के बाद बचा लिया था।